उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में देर रात छात्रों और पुलिस के बीच झड़प की घटना सामने आई। नाराज छात्रों ने एलडी चौराहे पर जमकर पथराव और तोड़फोड़ की, जिसमें चौराहे पर लगे 20 से अधिक गमले भी टूट गए। इस दौरान सुरक्षाकर्मियों की ओर से किए गए लाठीचार्ज में कई छात्र घायल हुए, जबकि कई सुरक्षाकर्मियों को भी चोटें आईं। करीब दो घंटे तक कैंपस में यही स्थिति बनी रही। 300 से अधिक छात्रों को 100 सुरक्षाकर्मियों और पुलिस के 50 जवानों ने काबू करने की कोशिश की, लेकिन पत्थरबाजी की घटनाएं थमती नहीं दिखीं।
बुधवार 3 दिसंबर को कैंपस में तमिल संगमम टीम का कोई कार्यक्रम होना है जिसके लिए परिसर में उनके स्वागत के लिए गमले और फ्लैक्स लगाए गए थे जिसे फाड़ दिया गया है। पुलिस करीब 2 घंटे की मशक्कत के बाद इस गुस्साई भीड़ को शांत करा पाई।
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एक्सीडेंट के बाद मचा बवाल
ऐसा बताया जा रहा है कि यूनिवर्सिटी कैंपस में 2 दिसंबर (मंगलवार) की रात किसी बाहरी गाड़ी से एक छात्र को धक्का लग गया जिसकी शिकायत करने के लिए छात्र प्रॉक्टोरियल बोर्ड के ऑफिस पहुंचे थे। उनकी मांग थी कि गाड़ी की पहचान और उन पर कार्रवाई की जाए।
आरोप है कि तैनात गार्ड ने उनसे दुर्व्यवहार किया। इस बात की जानकारी मिलने के बाद राजा राम मोहन राय हॉस्टल के अलावा बिरला के साथ कई और हॉस्टल के छात्र इकट्ठे होकर प्रदर्शन करने लगे। इसके बाद दोनों पक्षों में कहासुनी और मारपीट हो गई। सुरक्षा कर्मियों ने हंगामा कर रहे छात्रों पर लाठी चला दी जिसके बाद उग्र छात्रों ने पथराव किया। यूनिवर्सिटी की हालत देखते हुए भारी संख्या में पुलिसबल तैनात किया गया है।
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पुलिस बल की तैनाती को लेकर छात्रों ने विरोध प्रदर्शन करना शुरू किया। BHU के अनुशासन समिति के सदस्य छात्रों से बात करने पहुंचे लेकिन छात्रों ने उनकी एक न सुनी और हंगामा शुरू कर दिया। छात्रों का आरोप है कि प्रॉक्टोरियल बोर्ड के गार्ड्स ने छात्रों से हाथापाई की जिसके बाद माहौल खराब हुआ है। बता दें कि यूनिवर्सिटी के एलडी गेस्ट हाउस में काशी तमिल संगमम में हिस्सा लेने आए कुछ वीआईपी गेस्ट रुके हुए हैं जिसकी वजह से पुलिस को एहतियात के तौर पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम रखने पड़ रहे हैं।