हरियाणा के जींद जिले में रविवार का दिन एक मूक-बधिर दंपती के लिए दोहरी खुशी लेकर आया। गांव सिलाखेड़ी निवासी अजय और मोनिका सीईटी (सामान्य पात्रता परीक्षा) देने के लिए जींद पहुंचे थे, लेकिन परीक्षा से पहले ही मोनिका को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। उन्हें तुरंत एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने एक स्वस्थ बेटे को जन्म दिया।
बच्चे के जन्म की खबर जब मोनिका के परिजनों ने परीक्षा केंद्र पर मौजूद अजय को दी, तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। वे इशारों में यह शुभ समाचार पाकर भावविभोर हो उठे। परिजनों ने खुशी में परीक्षा केंद्र के बाहर मिठाइयां बांटी और वहां मौजूद पुलिसकर्मियों, परीक्षार्थियों व उनके साथ आए स्वजनों को लड्डू खिलाए।
यह भी पढ़ेंः हैदराबाद का कलंक: 90,000 में खरीदी कोख, 35 लाख में बेचा फर्जी बच्चा
‘सीईटी’ रखा बच्चे का नाम
इस दंपती की शादी 18 महीने पहले हुई थी। परीक्षा का दिन उनके लिए विशेष तो पहले से ही था, लेकिन बेटे के जन्म ने इसे यादगार बना दिया। परिजनों ने भावनात्मक रूप से यह फैसला लिया कि जिस दिन यह बच्चा दुनिया में आया, वह दिन सीईटी परीक्षा का था, इसलिए वे अपने बेटे का नाम भी 'सीईटी' ही रखेंगे।
परिजनों में खुशी की लहर
अजय और मोनिका दोनों ही मूक-बधिर हैं, लेकिन उनकी आंखों और इशारों में बेटे के आगमन की खुशी साफ झलक रही थी। उनके रिश्तेदार प्रवीण ने बताया कि जब वे सुबह सीईटी के लिए घर से निकले थे, तब उन्हें अंदाजा नहीं था कि यह दिन इतनी बड़ी खुशी लेकर आएगा। परिजनों ने कहा कि यह बच्चा उनके जीवन में परीक्षा जैसी चुनौती के बीच उम्मीद और उजाले की नई किरण बनकर आया है।
यह भी पढ़ें: शादी का दबाव बनाया तो होटल में बुलाकर कर दी हत्या, हुआ गिरफ्तार
यह घटना वहां मौजूद हर व्यक्ति के लिए अनोखी और भावुक करने वाली थी। जहां एक ओर परीक्षा की गंभीरता थी, वहीं दूसरी ओर एक नई जिंदगी की शुरुआत की खुशी। बेटे के आगमन ने इस परीक्षा के दिन को दंपती के लिए जिंदगी भर की मीठी याद में बदल दिया।