देश में त्योहारों के अवसर पर हर साल लोग एक-जगह से दूसरी जगह जाते हैं। कई लोग शहरों से अपने गांव त्योहार मनाने जाते हैं लेकिन त्योहारों के सीजन में ट्रेन की टिकट मिलना भी बहुत मुश्किल हो जाता है। दीपावली पर तो दो महीने पहले ही ट्रेन में वेटिंग शुरू हो जाती है। ऐसे में कई लोगों को टिकट मिल ही नहीं पाता और कई बार तो वे इसी कारण त्योहार पर अपने घर ही नहीं जा पाते। अगर आप ट्रेन टिकट बुक नहीं कर पा रहे हैं तो आप कुछ ट्रिक्स का इस्तेमाल करके अपनी टिकट का जुगाड़ कर सकते हैं या फिर यात्रा के लिए कोई और साधन भी आसानी से देख सकते हैं।
त्योहारों के सीजन पर टिकट मिलना बहुत मुश्किल तो है लेकिन अगर आप स्मार्ट तरीके से काम करें तो आपको टिकट मिल सकता है। भारतीय रेलवे, राज्य परिवहन निगम और प्राइवेट ट्रैवलर्स आपको यात्रा के लिए कई विकल्प उपलब्ध करवाते हैं। इनके अलावा आप फ्लाइट से भी यात्रा प्लान कर सकते हैं। फ्लाइट में टिकट मिलना ट्रेन की तुलना में आसान है लेकिन इसके लिए भी आपको एडवांस में ही बुकिंग करनी होगी।
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ट्रेन से ही यात्रा के लिए टिप्स
अगर आपको रेगुलर ट्रेन टिकट नहीं मिल रहा है तो आप स्पेशल ट्रेनें चेक कर सकते हैं। भारतीय रेलवे ने दीपावली और छठ पर 12,000 से ज्यादा स्पेशल ट्रेनें चलाने की घोषणा की है। इन ट्रेनों में आपको टिकट मिल सकता है। ये ट्रेनें सामान्य ट्रेनों से अलग होती हैं और सीट मिलने की संभावना ज्यादा रहती है। अगर आपका प्लान लेट बनता है और आपको टिकट नहीं मिलता तो आप तत्काल टिकट भी ट्राई कर सकते हैं। यात्रा से एक दिन पहले सुबह 10 बजे एसी ट्रेन के लिए और 11 बजे नॉन एसी के लिए तत्काल कोटा खुलता है।
तत्काल टिकट बुकिंग के लिए बहुत ज्यादा लोग ट्राई करते हैं, ऐसे में इसमें टिकट बहुत कम लोगों को ही मिल पाता है। अगर आप तत्काल टिकट बुक कर रहे हैं तो आप पहले से पैसेंजर डिटेल सेव करके रख लें और तत्काल कोटा खुलने से कुछ मिनट पहले ही ऐसी जगह पर बैठें जहां इंटरनेट अच्छे से चलता हो और स्पीड सही आती हो, ताकि आप आसानी से टिकट बुक कर सको।
ब्रेक जर्नी
कई बार डायरेक्ट ट्रेनों में बुकिंग के लिए लंबी वेटिंग लिस्ट होती है। इसलिए इन ट्रेनों में टिकट मिलने की संभावना कम हो जाती है। ऐसे में आप ब्रेक जर्नी यानी डायरेक्ट ट्रेन के बजाय बीच में किसी स्टेशन से ट्रेन ले लें। अगर आप दिल्ली से चंडीगढ़ जाना चाहते हैं लेकिन डायरेक्ट ट्रेन में आपको सीट नहीं मिल रही है तो आप उसी रूट से होकर जाने वाली किसी ट्रेन का टिकट ले सकते हैं और अगले स्टेशन से दूसरी ट्रेन पकड़ सकते हैं। कई बार यह तरीका कारगर साबित होता है।
ATAS का विकल्प चुनें
वैकल्पिक ट्रेन आवास योजना (ATAS) भारतीय रेलवे की एक योजना है जिसे 'विकल्प' भी कहा जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों को कन्फर्म सीट दिलाना है। जब आप वेटिंग में ट्रेन टिकट बुक करते हैं तो आप 'Alternate Trains' का विकल्प चुन सकते हैं। अगर आप किसी ट्रेन के लिए वेटिंग लिस्ट टिकट बुक करते हैं और ATAS का विकल्प चुनते हैं, तो अगर उस रूट पर कोई दूसरी ट्रेन उपलब्ध हो तो आपको कन्फर्म टिकट दिया जाता है। इसके लिए आपसे कोई एक्स्ट्रा फीस नहीं ली जाती।
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अन्य विकल्प
अगर आपको ट्रेन में टिकट नहीं मिलता है तो आप बस या फिर किसी अन्य माध्यम से यात्रा का प्लान बना सकते हैं। रेलवे की तरह ही राज्य परिवहन निगम भी कई अतिरिक्त बसें त्योहारों के सीजन पर चलाती हैं। इन बसों के लिए आप एडवांस में ही बुकिंग कर लें। राज्य परिवहन निगम की आधिकारिक वेबसाइट पर इन बसों के लिए टिकट बुक किए जा सकते हैं। राज्य परिवहन निगम की बसों में यात्रा करना आपको सस्ता पड़ सकता है।
इन बसों के अलावा प्राइवेट ऑपरेटर्स भी अतिरिक्त बसें चलाते हैं। इन बसों के लिए भी आप बुकिंग कर सकते हैं। इन बसों में किराय थोड़ा ज्यादा हो सकता है लेकिन आप आराम से यात्रा कर सकते हैं। इन बसों के लिए आप ऑनलाइन बुकिंग कर सकते हैं। टिकट बुक करने के लिए आप किसी ट्रैवलर की वेबसाइट की वेबसाइट या फिर RedBus जैसी किसी थर्ड पार्टी एप्लीकेशन का इस्तेमाल कर सकते हैं।