सोमवार को हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में स्थित प्रसिद्ध शक्तिपीठ माता श्री चिंतपूर्णी मंदिर के गर्भगृह में एक पुजारी और सुरक्षाकर्मी के बीच झगड़ा हो गया। दोनों के बीच यह विवाद इतना बढ़ गया कि हाथापाई शुरू हो गई। यह घटना मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरों में भी रिकॉर्ड हो गई है।
घटना के समय मंदिर में सैकड़ों श्रद्धालु माता के दर्शन के लिए मौजूद थे। सभी भक्त शांत भाव से माता के चरणों में माथा टेक रहे थे, तभी यह विवाद हुआ। अचानक से हुए इस झगड़े से श्रद्धालु चौंक गए और कुछ लोग डर भी गए।
क्या है पुजारी का आरोप?
मंदिर के पुजारी ने बताया कि जब वह श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरण कर रहे थे, तभी एक सुरक्षाकर्मी आया और उसे बेवजह टोकना शुरू कर दिया। बात इतनी बढ़ गई कि सुरक्षाकर्मी ने पुजारी को थप्पड़ मार दिया और धक्का-मुक्की भी की। पुजारी का आरोप है कि यह हमला एकतरफा था और उसने कोई उकसावे वाली बात नहीं की थी।
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CCTV में कैद हुई पूरी घटना
सीसीटीवी फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि पहले दोनों के बीच कुछ बातचीत होती है, फिर हल्की कहासुनी शुरू हो जाती है। इसके बाद पुजारी द्वारा जल के छींटे मारने पर, सुरक्षाकर्मी भड़क उठता है और पुजारी को थप्पड़ मारना शुरू कर देता है। इसके बाद दोनों में हाथापाई होने लगती है। मंदिर में मौजूद अन्य पुजारी तुरंत मौके पर पहुंचे और दोनों को अलग करके विवाद शांत कराया। इस मामले में एसडीएम ने जांच के आदेश दिए हैं।
माता चिंतपूर्णी मंदिर का महत्व
यह मंदिर माता छिन्नमस्ता को समर्पित है, जो मां दुर्गा का एक रूप मानी जाती हैं। मान्यता है कि यहां माता सती के अंग गिरे थे, इसलिए यह मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है। हर साल लाखों भक्त यहां अपनी मनोकामना लेकर आते हैं और माता से अपने कष्टों से मुक्ति की प्रार्थना करते हैं।