दुनियाभर में अपने लक्जरी प्रोडक्ट्स के लिए मशहूर इटालियन फैशन ब्रांड प्रादा (Prada) एक बार फिर सुर्खियों में है। इस बार वजह कोई नया फैशन ट्रेंड नहीं, बल्कि एक साधारण सेफ्टी पिन ब्रोच की हैरान कर देने वाली कीमत है। प्रादा के इस सेफ्टी ब्रोच की कीमत 380 यूरो (लगभग 38,760 रुपये) रखी गई है। सोशल मीडिया पर लोगों ने इसे लेकर अपनी नाराजगी जताई है और 'लक्जरी मिनिमलिज्म' की सोच पर सवाल उठाए हैं।
प्रादा की वेबसाइट के मुताबिक, यह 'मिनिमलिस्ट डिजाइन वाली मेटल ब्रोच' है, जिस पर सिर्फ ब्रांड का नाम लिखा गया है। इस पिन में कोई तकनीकी विशेषता या खास क्राफ्टमैनशिप का जिक्र नहीं है।
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लोगों ने प्रादा के इस प्रोडक्ट पर दिखाई नाराजगी
इंस्टाग्राम पर एक यूजर ने पोस्ट करते हुए लिखा, 'यह प्रादा का नया प्रोडक्ट है, एक सेफ्टी पिन ब्रोच, जिसकी कीमत 380 यूरो है। मैं नहीं समझ पा रही कि अमीर लोग अपने पैसे का क्या करते हैं, क्योंकि अगर उन्हें नहीं पता, तो हममें से बहुतों को पता है कि इसे बेहतर तरीके से कैसे खर्च किया जा सकता है। सच कहूं, तो समझ नहीं आता कि मुझे हंसना चाहिए या रोना चाहिए, मेरा रिएक्शन यही होता है जब मैं प्रादा जैसी चीजें देखती हूं।'
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यह पहली बार नहीं है
सेफ्टी पिन की कीमत को लेकर शुरू हुई चर्चा ने 'लक्जरी मिनिमलिज्म' यानी सादगी को महंगा बनाने की सोच पर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं। इससे पहले भी साल 2025 की शुरुआत में प्रादा को आलोचना झेलनी पड़ी थी। उसकी वजह थीं चप्पलें, जो भारत की पारंपरिक कोल्हापुरी चप्पलों जैसी दिखती थीं। इन चप्पलों की कीमत लगभग 785 डॉलर (करीब 1.2 लाख) रखी गई थी। लोगों का कहना था कि ये डिजाइन भारत की पारंपरिक कारीगरी की नकल हैं लेकिन प्रादा ने इन्हें 'लेदर सैंडल्स' के नाम से बेचा और कहीं भी यह नहीं बताया कि उनका डिजाइन भारतीय है।
सोशल मीडिया पर लोगों और भारतीय डिजाइनरों ने इसे 'सांस्कृतिक चोरी' कहा था। भारी विरोध के बाद, प्रादा ने माना कि उनके डिजाइन का लुक भारत की कोल्हापुरी परंपरा से मिलता-जुलता है।