सैलरी नहीं मिलने पर नौकरी छोड़ देने की बात तो बहुत से लोग करते हैं। मगर क्या हो कि जब दुनिया का सबसे रईस व्यक्ति भी इस जिद पर अड़ जाए। वह कोई और नहीं, बल्कि एलन मस्क हैं, जो इस समय दुनिया के सबसे बड़े दौलतमंद हैं। फोर्ब्स के मुताबिक, एलन मस्क की नेटवर्थ लगभग 500 अरब डॉलर है। भारतीय करंसी में यह रकम 44 लाख करोड़ रुपये से भी ज्यादा होती है। पर एलन मस्क ने साफ कह दिया है कि उनकी सैलरी 1 ट्रिलियन डॉलर होनी चाहिए, नहीं तो वह टेस्ला छोड़ देंगे।
सैलरी को लेकर एलन मस्क की टेस्ला बोर्ड के साथ कई दिन से बहसबाजी चल रही है। एलन मस्क ने तो यहां तक कह दिया कि 'कॉर्पोरेट टेररिस्ट' को रोकने के लिए उन्हें 1 ट्रिलियन डॉलर मिलना चाहिए, ताकि टेस्ला पर उनका कंट्रोल बढ़ सके।
1 ट्रिलियन डॉलर के पैकेज के लिए एलन मस्क के अपने तर्क हैं। उनका कहना है कि यह पैकेज उन्हें अपनी संपत्ति बढ़ाने के लिए नहीं चाहिए, बल्कि इसलिए चाहिए ताकि वह टेस्ला को बचा सकें। अगर 1 ट्रिलियन डॉलर को भी भारतीय करंसी में गिना जाए तो यह 88 लाख करोड़ रुपये से भी ज्यादा की रकम होती है।
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क्या है यह 1 ट्रिलियन डॉलर का पैकेज?
इसे समझने के लिए थोड़ा पीछा चलते हैं। साल 2018 में टेस्ला के बोर्ड ने एलन मस्क के 56 अरब डॉलर के पैकेज को अप्रूव किया था। शर्त यह थी कि एलन मस्क को टेस्ला की मार्केट कैप 1 ट्रिलियन डॉलर पहुंचानी थी।
टेस्ला की मार्केट कैप 1 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच भी गई। मगर बाद में अमेरिकी कोर्ट ने एलन मस्क के इस पैकेज को रोक दिया था। अदालत का कहना था कि बोर्ड में एलन मस्क के दोस्त हैं, इसलिए यह फैसला पारदर्शी नहीं है। यह मामला अभी भी कानूनी पचड़ों में फंसा है।
अब एलन मस्क का कहना है कि उन्हें 1 ट्रिलियन डॉलर का पैकेज मिलना चाहिए। उन्होंने टेस्ला बोर्ड को साफ-साफ कह दिया है कि अगर उनके 1 ट्रिलियन डॉलर के पैकेज को अप्रूवल नहीं मिलता है तो वह टेस्ला छोड़ देंगे।
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इतना पैकेज क्यों चाहिए?
अगर टेस्ला बोर्ड इस पैकेज को अप्रूवल दे देता है तो एलन मस्क दुनिया के पहले ट्रिलियनेयर यानी खरबपति बन जाएंगे।
हालांकि, एलन मस्क कह रहे हैं कि उन्हें यह अपनी संपत्ति बढ़ाने के लिए नहीं, बल्कि टेस्ला को बचाने के लिए चाहिए।
पिछले हफ्ते एलन मस्क ने टेस्ला के निवेशकों के साथ बातचीत में कहा था, 'ऐसा नहीं है कि मैं पैसा खर्च करने जा रहा हूं। मुझे टेस्ला में वोटिंग कंट्रोल की जरूरत है। लेकिन इतना भी नहीं कि अगर मैं पागल हो जाऊं तो मुझे नौकरी से न निकाला जा सके।'
उन्होंने कहा था, 'मुझे टेस्ला को दो ताकतवर रिसर्च फर्म से बचाना है, जो शेयरहोल्डर्स को वोट देने का तरीका बताती हैं।' उनका इशारा दो कंपनियां- ISS और ग्लास लुईस की तरफ था, जो शेयरहोल्डर्स को सलाह देती हैं कि उन्हें कब YES में वोट करना है और कब NO में? एलन मस्क ने इन दोनों कंपनियों को 'कॉर्पोरेट टेररिस्ट' बताया था।
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वोटिंग कंट्रोल क्यों चाहते हैं?
अभी एलन मस्क के पास टेस्ला में 13% शेयर हैं। उनका कहना है कि उन्हें कम से कम 25% शेयर चाहिए, ताकि वोटिंग कंट्रोल मिल सके। उन्होंने जो 1 ट्रिलियन डॉलर का पैकेज मांगा है, वह उन्हें शेयर में चाहिए। यानी 1 ट्रिलियन डॉलर के शेयर।
अगर इस पैकेज को अप्रूवल मिल जाता है तो इससे एलन मस्क को 42.3 करोड़ शेयर और मिल जाएंगे। हालांकि, ये शेयर उन्हें तभी मिलेंगे जब टेस्ला की मार्केट वैल्यू बढ़ेगी।
एलन मस्क ऐसा इसलिए चाहते हैं ताकि टेस्ला पर उनका वोटिंग कंट्रोल बढ़ सके। उन्होंने कहा था कि वह टेस्ला को आगे बढ़ाना चाहते हैं। रोबोटिक्स और AI पर काम करना चाहते हैं लेकिन इसके लिए वोटिंग कंट्रोल चाहिए। उन्होंने कहा था, 'टेस्ला में मेरे वोटिंग कंट्रोल को लेकर सबसे बड़ी चिंता यही है कि अगर मैं आगे बढ़कर 'रोबोट आर्मी' बनाता हूं तो क्या भविष्य में किसी समय मुझे बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा?'
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अगर पैकेज बढ़ा दिया, फिर...?
एलन मस्क दलील दे रहे हैं कि अगर उनका पैकेज बढ़ता है तो वह टेस्ला को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। अगर उनके पैकेज को अप्रूवल मिल जाता है तो अगले 10 साल में उन्हें बहुत कुछ करना होगा।
इस पैकेज के तहत, एलन मस्क को शॉर्ट टर्म में टेस्ला की मार्केट कैप को 2 ट्रिलियन डॉलर के पार पहुंचाना होगा। अभी टेस्ला की मार्केट कैप 1.03 ट्रिलियन डॉलर है। वहीं, 10 साल के अंदर-अंदर कंपनी की मार्केट वैल्यू 8.6 ट्रिलियन डॉलर पहुंचाना होगा।
10 साल में टेस्ला को कुल मिलाकर 2 करोड़ EVs बनानी होंगी। 10 साल सेल्फ-ड्राइविंग वाली रोबोटैक्सियां चालू करेंगीं और 10 साल AI बॉट बनाना होगा।
इतना ही नहीं, इन 10 सालों में एलन मस्क को टेस्ला के सीईओ के रूप में अपने उत्तराधिकारी को भी तैयार करना होगा, जो उनके हटने के बाद टेस्ला का सीईओ बनेगा।
पैकेज में एलन मस्क को शेयर मिलेंगे। उन्हें कोई सैलरी या बोनस नहीं मिलेगा। इतना ही नहीं, उन्हें अपनी कमाई के किसी भी शेयर को भुनाने के लिए कंपनी के साथ कम से कम 7.5 साल तक रहना है। अगर वह 10 साल यानी 2035 तक कंपनी में बने रहते हैं तो उन्हें पूरी रकम मिल जाएगी।
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अब आगे क्या होगा?
एलन मस्क के इस पैकेज को लेकर काफी बहस हो रही है। टेस्ला बोर्ड के चेयरमैन रॉबिन डेनहोम ने निवेशकों को एक चिट्ठी लिखकर चेतावनी दी थी कि अगर 1 ट्रिलियन डॉलर के पैकेज को अप्रूव नहीं किया गया तो एलन मस्क टेस्ला छोड़ सकते हैं।
रॉबिन डेनहोम ने लिखा था, 'बिना एलन के टेस्ला की मार्केट वैल्यू कम हो सकती है। हमारी कंपनी की वह वैल्यू नहीं रह जाएगी, जो हम बनाना चाहते हैं।' उन्होंने कहा था कि टेस्ला को एलन के विजन की जरूरत है।
हालांकि, ऐसी चर्चाएं हैं कि ISS और ग्लास लुईस जैसी रिसर्च फर्म निवेशकों को सलाह दे रही हैं कि वह इस पैकेज को अप्रूव न करें, क्योंकि यह न सिर्फ बहुत बड़ा पैकेज है, बल्कि इससे बोर्ड की स्वतंत्रता भी खत्म हो जाएगी।
बहरहाल, 6 नवंबर को टेस्ला की बोर्ड मीटिंग है। इस मीटिंग में ही एलन मस्क के 1 ट्रिलियन डॉलर के पैकेज पर फैसला लिया जाएगा।
