बिहार के विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन जारी है। अलग-अलग पार्टियों के उम्मीदवार सिंबल मिलने के बाद अपने विधानसभा क्षेत्र में जाकर नामांकन कर रहे हैं। भले ही अभी तक कई पार्टियों ने अपने उम्मीदवारों के नाम का एलान औपचारिक तौर पर नहीं किया है लेकिन ज्यादातर सीटों पर नामांकन शुरू हो चुके हैं। कई ऐसे नेता भी हैं जिनके नाम का एलान नहीं हुआ है लेकिन वे पर्चा भर चुके हैं। यही पर्चा भरे जाने के साथ ही नेताओं की पढ़ाई-लिखाई, उनकी कमाई और उनके खिलाफ चल रहे मुकदमों के बारें में भी जानकारी मिल रही है।
हमने बाहुबली नेता अनंत सिंह, मौजूदा डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव के हलफनामों का अध्ययन किया। इन हलफनामों से हमें पता चला कि अवैध हथियार रखने के आरोप में जेल जा चुके अनंत सिंह संपत्ति और मुकदमों के मामले में सबसे आगे हैं। तेज प्रताप यादव इस बार अपनी नई पार्टी से चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं, विधान परिषद के सदस्य सम्राट चौधरी को भारतीय जनता पार्टी ने तारापुर विधानसभा से टिकट दिया है। आइए जानते हैं इन नेताओं के बारे में...
डिप्टी CM सम्राट चौधरी
बिहार के मौजूदा डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी इस बार तारापुर विधानसभा से चुनाव लड़ रहे हैं। अपने चुनावी हलफनामे में उन्होंने बताया है कि उन्हें डी. लिट की मानद उपाधि मिली हुई है। साथ ही, उन्होंने अपने खिलाफ चल रहे दो मुकदमों का भी जिक्र किया है। एक मामला आचार संहिता के उल्लंघन का है और दूसरा मामला CRPC की धारा 144 के उल्लंघन का है।
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सम्राट चौधरी ने अपनी कुल चल संपत्ति 99.32 लाख रुपये, उनकी पत्नी की चल संपत्ति 27.89 लाख रुपये, बेटी चारु प्रिया की संपत्ति 41.04 लाख और बेटे की संपत्ति 26.08 लाख रुपये घोषित की है। उनके पास 8.28 करोड़ की अचल संपत्ति और उनकी पत्नी के पास 1.08 करोड़ की अचल संपत्ति है। इस तरह उनकी और उनके परिवार की कुल संपत्ति लगभग 11 करोड़ रुपये है।
बाहुबली अनंत सिंह
मोकामा विधानसभा सीट से जेडीयू के टिकट पर चुनाव लड़ रहे अनंत सिंह ने अपनी शैक्षिक योग्यता के बारे में सिर्फ इतना बताया है कि वह साक्षर हैं। उनके पास लगभग 40 करोड़ रुपये की चल संपत्ति और लगभग 60 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है। इसमें उनकी और उनकी पत्नी नीलम देवी की संपत्ति शामिल है।
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उनके खिलाफ 28 मुकदमे दर्ज हैं। इन मुकदमों में हत्या, डकैती, हत्या का प्रयास और अपहरण, चोरी, आपराधिक साजिश, अवैध हथियारों के साथ पकड़े गए अपराधियों को शरण देने, घर में घुसकर हत्या करने और जान से मारने की धमकी देने जैसे गंभीर आरोप हैं। उन पर उनकी पत्नी पर लगभग 26 करोड़ रुपये का कर्ज भी है। इसमें कार लोन, ओवरड्राफ्ट और कंपनी के नाम पर लिया गया कर्ज भी शामिल है।
पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव
कभी बिहार सरकार में मंत्री रहे तेज प्रताप यादव अब अपने परिवार की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) से निकाले जा चुके हैं। इस बार वह नई नवेली जनशक्ति जनता दल के टिकट पर अपनी पुरानी सीट महुआ से विधानसभा चुनाव में उतर चुके हैं। तेज प्रताप यादव ने अपने चुनावी हलफनामे में बताया है कि उनके खिलाफ कुल 9 मुकदमे दर्ज हैं। इसमें दहेज मांगने जैसे आरोप भी शामिल हैं।
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तेज प्रताप यादव के हलफनामे के मुताबिक, उनके पास कुल 91.65 लाख रुपये की चल संपत्ति और 1.96 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है। तेज प्रताप ने बताया है कि वह 12वीं तक पढ़े हैं। उन्होंने अपनी सालाना आय लगभग 22.93 लाख रुपये बताई है।