अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच गुरुवार को मुलाकात हुई। दोनों की यह मुलाकात साउथ कोरिया के बुसान शहर में हुई। मुलाकात के दौरान दोनों ने गर्मजोशी से एक-दूसरे से हाथ मिलाया। इस मुलाकात को दोनों ही नेताओं ने खास बताया और एक-दूसरे को अपना 'अच्छा दोस्त' कहा। मुलाकात के दौरान ट्रंप ने जिनपिंग को 'टफ नेगोशिएटर' बताते हुए कहा कि यह अच्छा नहीं है।


दोनों की यह मुलाकात अब खत्म हो गई है। जिनपिंग से मुलाकात के बाद ट्रंप वॉशिंगटन के लिए रवाना हो चुके हैं। वहीं, शी जिनपिंग अभी साउथ कोरिया में ही हैं। दोनों की यह मुलाकात ऐसे वक्त हुई, जब टैरिफ को लेकर दोनों के बीच जबरदस्त 'ट्रेड वॉर' चल रहा था। 


ट्रंप और जिनपिंग की यह मुलाकात 6 साल बाद हुई थी। दोनों आखिरी बार जून 2019 में जापान के ओसाका में G20 समिट के दौरान हुई थी।


अब गुरुवार को साउथ कोरिया में हुई इस मुलाकात में ट्रंप और जिनपिंग के बीच कई मुद्दों पर सहमति हो गई है। ट्रंप का दावा है कि फेंटेनाइल से लेकर दुर्लभ खनिजों पर भी सहमति बन गई है। इसके अलावा, अब चीन से सोयाबीन की खरीद भी की जाएगी।

 

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मीटिंग में क्या कुछ हुआ?

ट्रंप और जिनपिंग के बीच लगभग 100 मिनट तक मीटिंग चली। बैठक के दौरान दोनों ने एक-दूसरे से गर्मजोशी से हाथ मिलाया। 

 

मीटिंग शुरू होने से पहले हैंडशेक के दौरान ट्रंप ने कहा, 'हमारी मुलाकात बहुत सफल रहने वाली है। वह बहुत टफ नेगोशिएटर हैं, यह अच्छी बात नहीं है। हम एक-दूसरे को अच्छी तरह जानते हैं। हमारे बीच हमेशा से बहुत अच्छे संबंध रहे हैं।'

 

 

मीटिंग के दौरान चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा, 'राष्ट्रपति ट्रंप आपसे मिलकर मुझे बहुत खुशी हुई और आपको दोबारा देखकर बहुत अच्छा लग रहा है, क्योंकि कई साल बीत गए हैं। आपके दोबारा राष्ट्रपति बनने के बाद हमने तीन बार फोन पर बात की है। हम लगातार संपर्क में रहे हैं। हमारे अलग-अलग राष्ट्रीय हितों के कारण हम हमेशा एक-दूसरे से सहमत नहीं होते लेकिन दुनिया की दो बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच समय-समय पर मतभेद होना आम बात है।'

 

वहीं, ट्रंप ने कहा, 'काफी लंबे समय बाद एक दोस्त से मिलना मेरे लिए बहुत सम्मान की बात है। हम पहले ही कई बातों पर सहमत हो चुके हैं और अभी कुछ और बातों पर भी सहमत हो जाएंगे लेकिन राष्ट्रपति शी एक महान देश के महान नेता हैं और मुझे लगता है कि हमारे बीच लंबे समय तक शानदार संबंध बने रहेंगे। आपका हमारे साथ होना हमारे लिए सम्मान की बात है।'

 

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100 मिनट की मुलाकात में खत्म हुआ तनाव!

ट्रंप और जिनपिंग के बीच 1 घंटा 40 मिनट तक मुलाकात हुई। इस मुलाकात से दोनों देशों के बीच चल रहे ट्रेड वॉर के खत्म होने की उम्मीद बढ़ गई है। 


मुलाकात को लेकर अब तक चीन की तरफ से तो कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। हालांकि, ट्रंप ने इस मीटिंग को लेकर बहुत सारी जानकारियां साझा की हैं। ट्रंप ने बताया है कि चीन पर टैरिफ घटा दिया गया है और यह तत्काल प्रभाव से लागू होगा।


चीन पर अभी अमेरिका ने 30% टैरिफ लगाया है। इसमें से 20% इसलिए लगाया था, क्योंकि ट्रंप का कहना था कि चीन से फेंटेनाइल ड्रग की सप्लाई होती है जिसमें हजारों अमेरिकी मारे जाते हैं। अब ट्रंप ने बताया कि इसे 10% कम कर दिया गया है। वॉशिंगटन के लिए रवाना होने से पहले ट्रंप ने कहा, 'आपको पता है कि मैंने चीन पर 20% टैरिफ लगा दिया था, क्योंकि वहां से फेंटेनाइल आ रहा था। यह बहुत ज्यादा टैरिफ था। अब मैंने इसे 10% कम कर दिया है तो अब यह 20% की बजाय 10% हो गया है।'


ट्रंप ने अमेरिका और चीन के बीच एक डील होने का दावा भी किया है। ट्रंप ने दावा करते हुए कहा, 'हमारे बीच एक समझौता हो गया है। अब हम हर साल इस समझौते पर फिर से बातचीत करेंगे लेकिन मुझे लगता है कि यह समझौता लंबे समय तक चलेगा।' उन्होंने बताया कि यह एक साल का समझौता होगा, जिसे एक साल बाद फिर बढ़ाया जाएगा।

 

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रेयर अर्थ मिनरल्स को लेकर क्या हुआ?

अमेरिका और चीन के बीच तनाव की एक वजह रेयर अर्थ मिनरल्स यानी दुर्लभ खनिज भी थे। ट्रंप के टैरिफ के जवाब में जिनपिंग ने दुर्लभ खनिजों के निर्यात पर पाबंदियां लगा दी थीं। इसके बाद ट्रंप ने चीन पर 100% टैरिफ और बढ़ाने की भी धमकी दे दी थी।


दोनों की मुलाकात के दौरान इस पर भी चर्चा हुई। ट्रंप का दावा है कि यह मुद्दा सुलझा लिया गया है। उन्होंने कहा, 'दुर्लभ खनिजों से जुड़ा मुद्दा सुलझ गया है। इससे जुड़े सभी मुद्दों पर सहमति बन गई है। उम्मीद है कि कुछ समय में यह मुद्दा हमारी नजरों से गायब भी हो जाएगा।'


उन्होंने आगे दावा किया कि वह और जिनपिंग 'लगभग हर चीज पर सहमत' हो गए हैं। उन्होंने कहा, 'हमने कई मुद्दों पर चर्चा की, जिनके बारे में आप हमेशा बात करते रहते हैं।' 


ट्रेड वॉर के कारण ट्रंप ने मई में चीन के साथ सोयाबीन की खरीद पर रोक लगा दी थी। अब यह खरीद दोबारा शुरू होगी। ट्रंप ने कहा, 'हम कई मुद्दों पर सहमत हैं। सोयाबीन और दूसरे कृषि उत्पादों की भारी खरीद की जाएगी।'

 

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ट्रंप बोले- अप्रैल में जाऊंगा चीन

ट्रंप ने बताया कि जिनपिंग के साथ उन्होंने रूस और यूक्रेन की जंग पर भी चर्चा की। उन्होंने बताया कि यूक्रेन जंग पर अमेरिका और चीन मिलकर काम करेंगे।


ट्रंप ने कहा कि 'हम दोनों साथ मिलकर काम करने पर सहमत हुए हैं ताकि देख सकें कि क्या हम उस युद्ध को खत्म कर सकते हैं।' 


उन्होंने कहा, 'हम इस बात पर सहमत हैं कि दोनों पक्ष में आपस में लड़ रहे हैं और कभी-कभी आपको उन्हें लड़ने देना ही पड़ता ही है। लेकिन शी हमारी मदद करेंगे और हम यूक्रेन पर साथ मिलकर काम करेंगे। हम इससे ज्यादा कुछ नहीं कर सकते।'


ट्रंप ने कहा कि वह अप्रैल में चीन का दौरा करेंगे और जिनपिंग भी जल्द ही अमेरिका आएंगे। उन्होंने कहा, 'मैं अप्रैल में चीन जाऊंगा और शी उसके बाद किसी भी समय यहां आएंगे। चाहे वह फ्लोरिडा हो, पाम बीच हो या वॉशिंगटन डीसी।'


कुल मिलाकर, ट्रंप ने जिनपिंग के साथ हुई इस मुलाकात को बहुत अच्छा बताया। उन्होंने दावा किया है कि सारे मसले सुलझ गए हैं। हालांकि, चीन की ओर से अब तक कोई टिप्पणी नहीं की गई है।