अमेरिका के कैलिफोर्निया के लॉस एंजेलिस में हिंसा भड़क गई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अवैध प्रवासियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिए थे। इसके बाद यूएस इमिग्रेशन एंड कस्टम इन्फोर्समेंट (ICE) ने यहां छापेमारी की। यह छापेमारी 6 जून से चल रही है। हालांकि, रविवार को कुछ लोगों की गिरफ्तारी के बाद यहां हिंसा भड़क गए। कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। इसके बाद अब यहां नेशनल गार्ड के 2 हजार से ज्यादा जवानों को तैनात किया गया है।
ICE के खिलाफ हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी सड़क पर उतर आए हैं। बताया जा रहा है कि इन प्रदर्शनकारियों ने लॉस एंजेलिस के डाउनटाउन में 101 फ्रीवे को ब्लॉक कर दिया है। इससे उत्तर और दक्षिण की ओर जाने वाली सड़क बंद हो गई है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि इमिग्रेशन अधिकारियों के काम में बाधा डालने वाले किसी भी प्रदर्शन को 'विद्रोह का एक रूप' माना जाएगा। वहीं, रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने चेतावनी दी है कि अगर हिंसा जारी रही तो मरीन कमांडो को तैनात किया जाएगा। इस बीच कैलिफोर्निया के गवर्नर गेविन न्यूजॉम ने ट्रंप के इस फैसले को 'भड़काऊ' बताया है।
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हुआ क्या है लॉस एंजेलिस में?
6 जून को ICE ने लॉस एंजेलिस में कई जगहों पर छापेमारी की। इस दौरान 40 से ज्यादा लोगों को अवैध तरीके से अमेरिका में रहने पर गिरफ्तार किया गया।
उसी दिन सैकड़ों की संख्या में प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए और ICE के खिलाफ नारेबाजी की। भीड़ ने ICE अधिकारियों और स्थानीय पुलिस पर हमला कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने इन पर पत्थरों और बोतलों से हमला किया। जगह-जगह पर हिंसक झड़पें हुईं। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस और रबर बुलेट दागी गईं।
अब यह प्रदर्शन लॉस एंजेलिस के कई इलाकों में फैल गए हैं। प्रदर्शनकारी 'ICE out of LA!' जैसे नारे लगा रहे हैं। क्रॉम्पटन में एक कार में आग लगा दी गई। पैरामाउंट में प्रदर्शनकारियों ने ICE के अधिकारियों को रोकने के लिए शॉपिंग कार्ट से रास्ता ब्लॉक कर दिया।
न्यूज एजेंसी AFP के मुताबिक, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में एक शख्स कार में आग लगाता दिख रहा है। वहीं, एक वीडियो में एक शख्स हाई स्पीड से बाइक चलाते हुए पथराव करता हुआ नजर आ रहा है। इस दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों के हाथ में मैक्सिकन झंडे भी दिखाई दे रहे हैं।
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100 से ज्यादा लोग गिरफ्तार
इस पूरी कार्रवाई में अब तक सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, शुक्रवार को साउथ कैलिफोर्निया से 100 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया था। शनिवार को भी 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी के एक अधिकारी ने NYT को बताया कि रविवार को 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया था, जिनमें से दो नाबालिग थे। नाबालिगों को छोड़ दिया गया है।
नेशनल गार्ड्स की तैनाती के बाद हिंसा थोड़ी शांत जरूर हुई है लेकिन अभी थमी नहीं है। लॉस एंजेलिस में डिटेंशन सेंटर के बाहर भी नेशनल गार्ड के सैनिक तैनात हैं। यहां भी बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी जुट गए हैं। पैरामाउंट में भी नेशनल गार्ड को तैनात किया गया है।
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गवर्नर और मेयर का ट्रंप पर हमला
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, 1965 के बाद यह पहली बार है जब किसी राज्य के गवर्नर की सहमति के बगैर नेशनल गार्ड्स को तैनात किया गया है। आमतौर पर हिंसा या प्रदर्शन होने पर गवर्नर की सिफारिश के बाद नेशनल गार्ड्स को तैनात किया जाता है।
कैलिफोर्निया के गवर्नग गेविन न्यूजॉम ने ट्रंप के इस फैसले को जानबूझकर उकसाने वाला कदम बताया है। उन्होंने X पर लिखा, 'लॉस एजेंलिस में कानून प्रवर्तन की कोई कमी नहीं है। संघीय सरकार सैनिकों को तैनात कर रही है, क्योंकि वे तमाशा चाहते हैं।'
वहीं, लॉस एंजिलेस की मेयर करेन बास ने आरोप लगाया कि डर के कारण यह विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। उन्होंने कहा, 'हर किसी को शांतिपूर्ण तरीके से विरोध करने का अधिकार है लेकिन हिंसा अस्वीकार्य है।' उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, 'संघीय सरकार की रणनीति आतंक फैला रही है।'
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ट्रंप सरकार ने क्या कहा?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर लिखा, 'अगर न्यूजॉम और बास अपना काम नहीं करेंगे तो संघीय सरकार को दखल देना होगा और दंगाइयों और लुटेरों से वैसे निपटना होगा, जैसे निपटना चाहिए।'
ट्रंप ने कहा, 'अगर वे थूकते हैं तो हम मारेंगे। कोई भी हमारी पुलिस पर नहीं थूकेगा। हमारे सैनिकों पर नहीं थूकेगा। अगर ऐसा होता है तो उन्हें बुरी तरह मारा जाएगा।' ट्रम्प का कहना है कि ऐसी हरकतों का जवाब 'कड़ा' होगा।
उन्होंने नेशनल गार्ड्स के काम को शानदार बताया है। इसके साथ ही ट्रंप ने विरोध प्रदर्शन के दौरान मास्क पहनने पर रोक लगा दी है।
इस बीच व्हाइट हाउस ने ICE की कार्रवाई और नेशनल गार्ड्स की तैनाती का बचाव किया है। व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी कैरोलिन लेविट ने कहा, 'इमिग्रेशन अधिकारी जो काम कर रहे थे, वह अवैध अपराधियों के आक्रमण को रोकने के लिए जरूरी है।' उन्होंने डेमोक्रेट नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा, 'उन्होंने अपने लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी को पूरी तरह से छोड़ दिया है।'