शेयर मार्केट में शुक्रवार को भारी गिरावट देखने को मिली। कारोबारी हफ्ते के आखिरी दिन Sensex में 1,414.33 और Nifty में 420.35 पॉइंट्स की गिरावट आई। इतनी गिरावट होने के बाद Sensex 73,198.10 और Nifty 22,124.70 पर बंद हुआ।
NSE और BSE, दोनों पर ही सबसे ज्यादा गिरावट इंडसइंड बैंक, टाटा स्टील और HCL टेक के शेयरों में आई है। हालांकि, इंफोसिस, M&M, भारती एयरटेल और TCS के शेयरों ने बाजार को और ज्यादा गिरने से थोड़ा संभाल लिया।
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कितना गिरा मार्केट?
गुरुवार को शेयर मार्केट में फ्लैट कारोबार हुआ था। हालांकि, शुक्रवार को बाजार लाल निशान के साथ ही खुला। Sensex के 30 शेयरों में से 29 गिरावट के साथ बंद हुए। वहीं, Nifty के 50 में से 45 शेयरों में गिरावट आई। शुक्रवार को Nifty अपने आज के 22,450.35 के हाई लेवल पर पहुंचा था लेकिन उसके बाद से गिरता ही गया। Sensex भी 74,282.43 का लेवल छूने के बाद गिर गया।
ट्रंप के ऐलान से डरा मार्केट?
वैसे तो शेयर मार्केट में कई दिनों में से ही गिरावट का दौर जारी है लेकिन गुरुवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा और मेक्सिको पर 4 मार्च से टैरिफ लागू करने का ऐलान कर दिया। कनाडा और मेक्सिको पर अमेरिका ने 25% टैरिफ लगा दिया है। इसके साथ ही चीन पर भी 4 मार्च से 10% टैरिफ और लागू हो जाएगा। ट्रंप पहले ही चीन पर 10% टैरिफ लगा चुके हैं।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विस के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटजिस्ट वीके विजयकुमार ने बताया, 'ट्रंप जब से अमेरिका के राष्ट्रपति बने हैं, तब से ही दुनियाभर के बाजारों में अस्थिरता बनी हुई है। अब देखना बाकी है कि चीन ट्रंप के नए ऐलान पर कैसी प्रतिक्रिया देता है।'
ट्रंप के टैरिफ बम से सिर्फ भारतीय बाजार ही नहीं, बल्कि अमेरिकी बाजार में भी डर दिखा। गुरुवार को Dow Jones 194 पॉइंट गिरकर 43,239.50 पर बंद हुआ था। NASDAQ भी 531 पॉइंट की गिरावट के बाद 18,544.42 पर बंद हुआ था। वहीं, S&P500 इंडेक्स में भी गिरावट आई और वो 5,861.57 के स्तर पर बंद हुआ।
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विदेशी निवेशकों की बिकवाली जारी
विदेशी निवेशकों (FII) की बिकवाली का दौर भी जारी है। गुरुवार को विदेशी निवेशकों ने 556.56 करोड़ रुपये के शेयर बेचे थे। नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिट लिमिटेड (NSDL) की वेबसाइट पर मौजूद आंकड़ों के मुताबिक, इस साल 27 फरवरी तक विदेशी निवेशक 1.07 लाख करोड़ रुपये के शेयर बेच चुके हैं। विदेशी निवेशकों ने जनवरी में 77,211 करोड़ और फरवरी में 30,289 करोड़ रुपये की बिकवाली की थी।
GDP के आंकड़ों का भी दिखा असर?
शुक्रवार को शेयर मार्केट में गिरावट की एक बड़ी वजह GDP के आंकड़ों को भी माना जा रहा है। शुक्रवार शाम तक तीसरी तिमाही (अक्टूबर से दिसंबर 2024) के GDP के आंकड़े भी आने हैं। तीसरी तिमाही में GDP में 6.3% की ग्रोथ का अनुमान लगाया जा रहा है। इससे पहले वाली तिमाही (जुलाई से सितंबर) में GDP की ग्रोथ रेट 5.4% रही थी।
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मार्केट में गिरावट का असर क्या?
मार्केट में गिरावट से निवेशकों को लाखों करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है। शुक्रवार को NSE पर लिस्टेड 2,972 शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें से 2,416 में गिरावट आई है। शुक्रवार को BSE पर लिस्टेड कंपनियों की मार्केट कैप 8 लाख करोड़ रुपये तक घट गई है। इस साल शेयर मार्केट में गिरावट के चलते अब तक मार्केट कैप 50 लाख करोड़ रुपये तक घट गई है।