करियर की तलाश कर रहे युवाओं के लिए मर्चेंट नेवी एक शानदार विकल्प माना जाता है। मर्चेंट नेवी में काम करने वाले लोग करीब छह महीने तक समुद्र में जहाज पर रहते हैं और इस फील्ड में मिलने वाली सैलरी काफी ज्यादा होती है। यही वजह है कि आज के समय में बड़ी संख्या में युवा इस सेक्टर में करियर बनाना चाहते हैं। मर्चेंट नेवी न केवल अच्छी कमाई का मौका देती है बल्कि दुनिया घूमने का मौका भी देती है। इसमें जहाज दुनिया के जिस भी हिस्से में जाता है उसी हिस्से में आप भी जाते हैं। ज्यादातर समय समुद्र में ही रहना होता है लेकिन तटों पर जाने के बाद कुछ समय तक आप अलग-अलग देश घूम सकते हैं।
मर्चेंट नेवी में अलग-अलग पदों पर अलग-अलग जिम्मेदारियां होती हैं। डेक ऑफिसर जहाज के नेविगेशन, सुरक्षा और मैनेजमेंट की जिम्मेदारी संभालते हैं। मरीन इंजीनियर जहाज के इंजन, मशीनरी और तकनीकी सिस्टम की देखरेख करते हैं। इसके अलावा रेटिंग स्टाफ जैसे सीमन, ऑयलर, फिटर और कुक जहाज के रोजमर्रा के कामकाज, रखरखाव और क्रू की जरूरतों को पूरा करते हैं। यह सभी मिलकर एक टीम की तरह महीनों समुद्र में रहते हैं। इन सभी की अलग-अलग भूमिका होती है और हर एक का रोल बहुत अहम होता है।
यह भी पढ़ें-- BSF में पूर्व अग्निवीरों को मिलेगा 50 प्रतिशत आरक्षण, नए नियम की ABCD समझिए
मर्चेंट नेवी में कैसे मिलेगी नौकरी?
मर्चेंट नेवी में नौकरी पाने के लिए सबसे पहले सही कोर्स और ट्रेनिंग का चयन करना जरूरी होता है। उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त मरीन ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट से कोर्स करना होता है। इसके बाद लिखित परीक्षा, मेडिकल टेस्ट और इंटरव्यू के जरिए चयन किया जाता है। कई शिपिंग कंपनियां सीधे कैंपस प्लेसमेंट के जरिए भी युवाओं को नौकरी का मौका देती हैं। अगर आप भी मर्चेंट नेवी में शामिल होना चाहते हैं तो आपको 10वीं के बाद अपनी पढ़ाई और सब्जेक्ट्स का चयन इसी के हिसाब से करना होगा। पढ़ाई पूरी करने के बाद आप अलग-अलग कंपनियों में अप्लाई कर सकते हैं।
क्या पढ़ाई करनी होगी?
मर्चेंट नेवी में करियर बनाने के लिए न्यूनतम योग्यता 10वीं या 12वीं पास होना जरूरी होती है, जो अलग-अलग पदों के लिए अलग-अलग हो सकती है। डेक ऑफिसर बनने के लिए 12वीं में फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स होना जरूरी है। मरीन इंजीनियर बनने के लिए भी पीसीएम के साथ 12वीं पास होना आवश्यक है। इसके अलावा जीपी रेटिंग, सैलर या अन्य रेटिंग पोस्ट के लिए 10वीं पास उम्मीदवार भी अप्लाई कर सकते हैं। सही ट्रेनिंग, फिटनेस और मेहनत के साथ मर्चेंट नेवी में लाखों की सैलरी वाला करियर बनाया जा सकता है। आप जिस भी रोल के लिए अप्लाई कर रहे हैं उसी के हिसाब से हायर एजुकेशन का कोर्स कर सकते हैं। अगर आप मरीन इंजीनियर बनना चाहते हैं तो आपको इंजीनियर की डिग्री करनी होगी।
सैलरी और करियर ग्रोथ
मर्चेंट नेवी में युवा इसलिए भी शामिल होना चाहते हैं क्योंकि इसमें सुरक्षित नौकरी के साथ-साथ शुरुआती सैलरी भी काफी अच्छी होती है। ट्रेनिंग पूरी करने के बाद फ्रेशर को हर महीने 40 हजार से लेकर 1 लाख रुपये तक सैलरी मिल सकती है। अनुभव बढ़ने के साथ यह सैलरी लाखों में पहुंच जाती है। सीनियर ऑफिसर और कैप्टन जैसे पदों पर सालाना पैकेज करोड़ों रुपये तक भी हो सकता है। हर एक पोस्ट के लिए अलग-अलग पे-स्केल है। इसके अलावा अलग-अलग कंपनी का पे-स्केल भी अलग-अलग हो सकता है। इ शॉर्ट हम कह सकते हैं कि मर्चेंट नेवी में 40-50 हजार से लाखों तक सैलरी होती है।
यह भी पढ़ें-- भारतीय सेना में अफसर बनने का मौका, आ गया NDA और CDS का फॉर्म
मर्चेंट नेवी में करियर क्यों चुनें?
अगर आप अभी सोच रहे हैं कि आपको अपना करियर किसी फील्ड में बनाना है और कौन सी जॉब आपके लिए बेहतर रहेगी तो आप मर्चेंट नेवी ऑप्शन को भी अपनी लिस्ट में शामिल कर सकते हैं। इन जॉब्स के बारे में बहुत कम लोगों को पता होता है लेकिन इनमें करियर ग्रोथ के साथ-साथ अच्छी सैलरी भी है। मर्चेंट नेवी उन युवाओं के लिए बेहतर विकल्प है जो एडवेंचर पसंद करते हैं। अगर आप भी पारंपरिक नौकरी से हटकर कुछ अलग करना चाहते हैं तो आप मर्चेंट नेवी में जा सकते हैं। यहां अच्छी सैलरी, फ्री ट्रैवल, टैक्स में राहत जैसी कई सुविधाएं मिलती हैं। सही जानकारी, सही ट्रेनिंग और मेहनत के साथ मर्चेंट नेवी में बढ़िया करियर बनाया जा सकता है।