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SSC CGL- टियर 1 में पास हो गए तो टियर 2 की तैयारी के टिप्स जान लीजिए

कर्मचारी चयन आयोग ने गुरुवार को CGL 2025 टियर 1 का रिजल्ट जारी कर दिया। इस चरण में सफल होने वाले सभी उम्मीदवार जनवरी में होने वाली टियर 2 की परीक्षा में शामिल हो सकते हैं।

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प्रतीकात्मक तस्वीर, Photo Credit- Social Media

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कर्मचारी चयन आयोग (SSC) की ओर से कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल (CGL) की परीक्षा आयोजित की जाती है। इस साल 12 सितंबर से 26 सितंबर के बीच यह परीक्षा हुई थी। 18 दिसंबर को SSC ने CGL 2025 टियर 1 का रिजल्ट जारी कर दिया है। इस परीक्षा में शामिल छात्र SSC की आधिकारिक वेबसाइट ssc.gov.in पर जाकर अपना रिजल्ट देख सकते हैं। रिजल्ट के साथ-साथ कटऑफ भी जारी कर दी है। कटऑफ के बाद अब साफ हो गया है किन उम्मीदवारों को टियर 2 की परीक्षा में शामिल होने का मौका मिलेगा।

 

जिन उम्मीदवारों का स्कोर कटऑफ स्कोर के बराबर या उससे ज्यादा है वे सभी उम्मीदवार टियर 2 की परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। इस भर्ती के कुल तीन चरण हैं, जिसमें टियर-1, टियर-2 की परीक्षा के बाद कमीशन कैटेगरी के हिसाब से कट-ऑफ जारी करेगा, उसके बाद डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन होगा और मेरिट और पसंद के आधार पर पोस्ट का फाइनल अलॉटमेंट होगा। अब टियर-1 में सफल उम्मीदवार टियर-2 की तैयारी में जुट गए हैं। टियर-2 की परीक्षा जनवरी 2026 में होगी। अब उम्मीदवारों के पास तैयारी के लिए करीब 1 महीने का समय रह गया है। 

 

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कैसे करें तैयारी?

टियर -2 की तैयारी शुरू करने से पहले उम्मीदवारों को सबसे पहले पूरे सिलेबस को दोबारा ध्यान से देखना चाहिए। इस चरण में गणित, रीजनिंग, इंग्लिश, जनरल अवेयरनेस, कंप्यूटर नॉलेज और कुछ पदों के लिए स्टैटिस्टिक्स शामिल होती है। साथ ही कई उम्मीदवारों को DEST यानी डेटा एंट्री स्पीड टेस्ट भी देना होता है। ऐसे में यह समझना जरूरी है कि कौन-सा पेपर स्कोरिंग है और किस पर ज्यादा मेहनत की जरूरत है। इसके लिए आपको सबसे पहले सिलेबस और परीक्षा पैटर्न को समझना होगा। इसके बाद अपने मजबूत और कमजोर प्वाइंट्स के हिसाब से स्टडी प्लान बनाना होगा। 

सिलेबस

मैथ्स - प्रतिशत, अनुपात और समानुपात, लाभ और हानि, साधारण ब्याज और चक्रवृद्धि ब्याज, समय और कार्य, समय-गति-दूरी, औसत, संख्या पद्धति, बीजगणित, त्रिकोणमिति, ज्यामिति, क्षेत्रमिति, डेटा इंटरप्रिटेशन।

रीजनिंग- वर्गीकरण, श्रेणी (सीरीज), कोडिंग-डिकोडिंग, दिशा, रिलेशन, वेन आरेख, सिटिंग अरेंजमेंट, पजल, सिलॉजिज्जम, तर्क आधारित प्रश्न।

इंग्लिश- ग्रामर, शब्दावली, वाक्य सुधार, गलती की पहचान, समानार्थी-विलोम शब्द, क्लोज टेस्ट, रीडिंग कॉम्प्रिहेन्शन, फिल इन द ब्लैंक्स आदि।

जनरल अवेयरनेस- हिस्ट्री, जियोग्राफी, पॉलिटी, इकोनॉमी, जनरल साइंस, करंट अफेयर्स , संस्कृति, खेल, पुरस्कार और सम्मान।

कंप्यूटर नॉलेज- कंप्यूटर का परिचय, हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर, ऑपरेटिंग सिस्टम, एमएस वर्ड, एमएस एक्सेल, एमएस पावरपॉइंट, इंटरनेट, ई-मेल, नेटवर्किंग, साइबर सुरक्षा।

डीईएसटी- डेटा एंट्री स्पीड टेस्ट में कंप्यूटर पर टाइपिंग टेस्ट, जिसमें निर्धारित समय में निर्धारित की-स्ट्रोक पूरे करने होते हैं। यह केवल क्वालिफाइंग होता है यानी मेरिट पर इसका असर नहीं पड़ता।

इन बातों का रखें ध्यान

टियर-2 की परीक्षा की तैयारी करने के लिए आपके पास बहुत कम समय है। ज्यादातर सिलेबस टियर-1 परीक्षा के हिसाब से ही है लेकिन अब आपको हर चीज को डिटेल में पढ़ना होगा। सबसे पहले सिलेबस को समझें। इस परीक्षा के लिए सभी उम्मीदवारों को पेपर-1 देना ही होगा, जिसके लिए 2 घंटे 30 मिनट का समय दिया जाएगा। इसमें मैथ्स के 30 प्रश्न, रीजनिंग और जनरल अवेयरनेस के 30 प्रश्न, इंग्लिश के 45 प्रश्न, कंप्यूटर के 20 प्रश्न और डेटा एंट्री स्पीड टेस्ट मॉड्यूल में 200 की आपको दबानी होंगी। इसके लिए आपको 13 मिनट का समय दिया जाएगा।

 

अब आपको इसी हिसाब से तैयारी करनी होगी और अपने कमजोर सब्जेक्ट्स को ज्यादा समय देना होगा। स्कोरिंग सब्जेक्ट्स पर खास फोकर करना होगा। इसके साथ ही एक बार सिलेबस पूरा होने के बाद आप मॉक टेस्ट दे सकते हैं और पिछले सालों के पेपर की भी प्रैक्टिस कर सकते हैं। हर रोज लेटेस्ट न्यूज देखने के लिए न्यूज पेपर या मैग्जीन का इस्तेमाल करें। 

 

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DEST भी जरूरी

डेटा एंट्री स्पीड टेस्ट को भले ही क्वालिफाइंग है लेकिन इसे नजरअंदाज करना नुकसानदेह हो सकता है। इसमें फेल होने पर उम्मीदवार चयन प्रक्रिया से बाहर हो सकता है। इसलिए रोज कुछ समय टाइपिंग प्रैक्टिस के लिए निकालना जरूरी है। हर रोज कुछ समय प्रैक्टिस करें और टाइपिंग गलतियों पर ध्यान दें। कीबोर्ड पर सही तरीके से उंगलियां रखकर बिना देखे टाइप करने की प्रैक्टिस करें। इससे आपकी टाइपिंग स्पीड बढ़ जाएगी। 

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