रोसड़ा विधानसभा सीट बिहार के समस्तीपुर जिले में आती है, जोकि एक सुरक्षित सीट है। यह इलाका बूढ़ी गंडक नदी के तट पर बसा हआ है। रोसड़ा समस्तीपुर और बेगूसराय जिले के बॉर्डर पर स्थित है। यहां से समस्तीपुर शहर की दूरी 34 और बेगूसराय जिला मुख्यालय की दूरी लगभग 49 किलोमीटर है। वहीं, बिहार की राजधानी पटना से इसकी दूरी 109 किलोमीटर है। यहां की स्थानीय भाषाओं में मैथिली, हिंदी और उर्दू प्रमुख रूप से बोली जाती हैं।
इलाके में बड़ी दुर्गा मंदिर, मां सरस्वती मंदिर, शिव मंदिर के साथ में कई धार्मिक स्थल हैं। हालांकि, रोसड़ा में मूलभूत सुविधाओं की कमी के साथ में यहां उच्च शिक्षा के लिए ढांचे की मांग होती रही है।
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मौजूदा समीकरण?
रोसड़ा विधानसभा सीट 2020 भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने जीती थी। यह अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट है। विधानसभा में 19.53 फीसदी अनुसूचित जाति, 9 फीसदी यादव और 9.2 फीसदी मुस्लिम समुदाय के मतदाता हैं। रोसड़ा विधानसभा एक ऐसी सीट है जहां के मतदाताओं ने हमेशा बदलाव किया है। यहां के लोग 2010 से लेकर 2020 तक के दौरान हुए तीन विधानसभा चुनावों में अलग-अलग पार्टियों के प्रत्याशियों को चुनाव जीतवाया है। इस बार भी उम्मीद की जा रही है कि लोग बीजेपी के अलावा किसी दूसरे दल के पक्ष में वोट कर सकते हैं।
2020 में क्या हुआ था?
रोसड़ा विधानसभा सीट पर 2020 में बीजेपी जीत दर्ज की थी। कांग्रेस दूसरे नंबर पर रही थी। 2020 में बीजेपी के बीरेंद्र कुमार ने कांग्रेस के नागेंद्र कुमार पासवान को बड़े वोटों के मार्जिन से हराया था। हार का अंतर 35,744 वोटों का था। मौजूदा विधायक बिरेंद्र कुमार ने 47.93 फीसदी वोट पाते हुए 87,163 वोट हासिल किया था, जबकि नागेंद्र कुमार पासवान को 51,419 वोट मिले। वहीं, इस सीट पर लोजपा के कृष्णा राज को 22,995 और बीएसपी के प्रत्याशी को 1,665 वोट मिले थे।
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विधायक का परिचय
मौजूदा विधायक बीरेंद्र कुमार पहली बार के विधायक हैं। वह यहां की राजनीति में काफी समय से सक्रिय रहे हैं। 2020 में बीजेपी ने उनपर भरोसा जताते हुए रोसड़ा से टिकट दिया था। 49 साल के बीरेंद्र कुमार समस्तीपुर जिले के वारिसनगर के रहने वाले हैं। उन्होंने 1995 में ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा से संबद्ध एक कॉलेज से ग्रेजुएशन किया था।
बीरेंद्र कुमार के 2020 के चुनावी हलफनामों के मुताबिक, उनकी आय का मुख्य स्रोत विधायकी रूप में उनका वेतन और कृषि है। पिछले हलफनामों के मुताबिक उनके पास 1.18 करोड़ रुपये की संपत्ति है।
विधानसभा सीट का इतिहास
रोसड़ा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र संसदीय एवं विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के परिसीमन आदेश के बाद साल 2008 में अस्तित्व में आई। इस पर अभी तक कुल 18 विधानसभा चुनाव हुए हैं। इस सीट की संख्या 139 है। रोसड़ा विधानसभा सीट समस्तीपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है।
1952- महाबीर राउत (कांग्रेस)
1957- महाबीर राउत (कांग्रेस)
1962- रामाकांत झा (प्रजा सोशलिस्ट पार्टी)
1967- रामाकांत झा (संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी)
1969- सहदेव महतो (कांग्रेस)
1972- रामाश्रय राय (जंनसंघ)
1977- प्रयाग मंडल (निर्दलीय)
1980- रामाश्रय राय (कांग्रेस)
1985- भोला मंदार (लोकदल)
1986- गजेंद्र प्रसाद सिंह (लोकदल)
1990- गजेंद्र प्रसाद सिंह (जनता दल)
1995- गजेंद्र प्रसाद सिंह (जनता दल)
2000- अशोक कुमार (समता पार्टी)
2005- गजेंद्र प्रसाद सिंह (आरजेडी)
2005- गजेंद्र प्रसाद सिंह (आरजेडी)
2010- मंजू हाजरी (बीजेपी)
2015- अशोक कुमार (कांग्रेस)
2020- बीरेंद्र कुमार (बीजेपी)