एयर इंडिया पर गुस्सा जताया है। उनका सितार हाल ही में फ्लाइट के दौरान टूट गया। उन्होंने कहा कि एयर इंडिया ने महंगा हैंडलिंग चार्ज लिया था, फिर भी उनका सितार टूट गया। उन्होंने टूटे हुए सितार का एक वीडियो भी इंस्टाग्राम पर शेयर किया है। उन्होंने कहा है कि 15 साल के करियर में यह पहली बार है जब उनके म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट को इतना नुकसान पहुंचा हो।
अनुष्का शंकर ने कहा कि उन्होंने सितार के लिए अलग से हैंडलिंग चार्ज दिया था फिर भी एयरलाइंस ने लापरवाही दिखाई। अनुष्का ने जो वीडियो शेयर किया है, उसमें सितार के ऊपरी हिस्से में दरारें नजर आ रहीं हैं। उन्होंने कहा कि वह बेहद दुखी हैं, यह भारतीय का संगीत है, फिर भी इस तरह की लापरवाही बरती गई है।
यह भी पढ़ें: फिल्मों में जल्द दिखेंगी पंकज त्रिपाठी की बेटी, कहां से की है पढ़ाई?
अनुष्का शंकर, सितारवादक:-
मैं कई साल बाद एयर इंडिया की फ्लाइट पर सवार हुई थी। यह भारतीय संगीत है, फिर भी ऐसा हुआ। 15-17 साल में पहली बार मेरे म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट को इतना नुकसान हुआ है। एयर इंडिया ने मेरे सितार के साथ बहुत बुरा बर्ताव किया है। इतना बड़ा नुकसान कैसे हो सकता है? खास केस होने और चार्ज देने के बाद भी ऐसा हुआ। भारत का वाद्ययंत्र भी उनके साथ सुरक्षित नहीं रहा।
लोग क्या कह रहे हैं?
अनुष्का शंकर के साथ लोगों ने सहानुभूति जताई है। उनकी पोस्ट पर कॉमेडियन जाकिर खान ने लिखा, 'यह दर्दनाक है।' म्यूजिक कंपोजर विशाल ददलानी ने कहा,'भगवान, यह दिल तोड़ने वाला है। मुझे बहुत अफसोस है।' कई दूसरे लोगों ने भी एयर इंडिया की सर्विस पर सवाल उठाए हैं।
यह भी पढ़ें- राहुल रॉय से लेकर करण वीर मेहरा तक, कहां गायब हैं बिग बॉस के विनर्स?
ग्रैमी की रेस में हैं अनुष्का
अनुष्का शंकर को उनकी नई एल्बम 'चैप्टर III: वी रिटर्न टू लाइट' के लिए ग्रैमी अवार्ड के कई नामांकन मिले हैं। यह एल्बम बेस्ट ग्लोबल म्यूजिक एल्बम कैटेगरी में नॉमिनेट हुई है। ग्रैमी अवॉर्ड्स 1 फरवरी 2026 को लॉस एंजिल्स में होंगे।
यह भी पढ़ें: 'मिसेज देशपांडे' में खलनायिका बन छाईं माधुरी, सस्पेंस देख हिल जाएगा दिमाग
कौन हैं अनुष्का शंकर?
अनुष्का शंकर अब तक 14 बार ग्रैमी अवार्ड के लिए नॉमिनेट हो चुकी हैं। वह प्रसिद्ध सितार वादक पंडिक रवि शंकर की बेटी हैं। उन्होंने कम उम्र में अपने सिंगिंग करियर की शुरुआत की थी। उनके पिता रवि शंकर ने उन्हें शुरुआती ट्रेनिंग दी थी। उनके पिता के शिष्य गौरव मजूमदार 13 साल की उम्र में नई दिल्ली के सिरी फोर्ट ऑडिटोरियम में पहला पब्लिक शो किया था। 14 साल की उम्र तक वह दुनियाभर में अपने पिता के साथ मंच शेयर करने लगीं। वह ग्रैमी समारोह में लाइव प्रदर्शन करने वाली पहली भारतीय मूल की संगीतकार हैं। उनके 13 से ज्यादा सिंगल अल्बम जारी हुए हैं।