ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर बुधवार से दो दिन के दौरे पर भारत आ रहे हैं। इस दौरान भारत-यूके के बीच हुए फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) पर भी चर्चा होगी। भारत और यूके के बीच इस साल जुलाई में FTA हुआ था। बताया जा रहा है कि ब्रिटिश पीएम स्टार्मर के दौरे से स्कॉटलैंड की मशहूर स्कॉच व्हिस्की को 'सबसे बड़ा फायदा' मिल सकता है। ब्रिटिश सरकार का कहना है कि इस व्यापार समझौते से स्कॉटलैंड की अर्थव्यवस्था को सालाना 19 करोड़ पाउंड यानी लगभग 22सौ करोड़ रुपये का फायदा होगा।
ब्रिटिश पीएम के दफ्तर डाउनिंग स्ट्रीट ने बताया है कि प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर के साथ स्कॉच व्हिस्की एसोसिएशन के सदस्य और प्रोड्यूसर भी होंगे। माना जा रहा है कि भारत-यूके FTA से हर साल भारत में स्कॉच व्हिस्की की बिक्री 1 अरब पाउंड बढ़ेगी और इससे ब्रिटेन में एक हजार से ज्यादा नौकरियां पैदा होंगी।
प्रधानमंत्री के रूप में स्टार्मर का यह पहला भारत दौरा है। इस दौरान स्टार्मर की कई मंत्रियों और कारोबारियों के साथ भी बैठक होंगी, जिनमें द्विपक्षीय व्यापार पर चर्चा की जाएगी।
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सस्ती हो जाएगी स्कॉच व्हिस्की
स्कॉटलैंड के सेक्रेटरी डगलस अलेक्जेंडर ने कहा, 'यूके-इंडिया के ऐतिहासिक व्यापार समझौते से स्कॉटलैंड को बड़ा फायदा मिलेगा, खासतौर पर हमारे व्हिस्की उद्योग को। अब इसे जमीन पर उतारना हमारी जिम्मेदारी है।'
इस समझौते के लागू होने के बाद भारत में स्कॉच व्हिस्की पर लगने वाली इम्पोर्ट ड्यूटी काफी घट जाएगी, जिससे भारतीय बाजार में स्कॉच व्हिस्की सस्ती होगी और लोगों के पास ज्यादा विकल्प होंगे।
स्कॉच व्हिस्की एसोसिएशन के प्रमुख मार्क केंट ने कहा, 'यह डील पूरी इंडस्ट्री के लिए शानदार मौका है, खासकर जब सरकार उद्योग के साथ मिलकर लंबे समय के लिए रणनीतिक अवसर बना रही है।'
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FTA से फायदा क्या होगा?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जुलाई में यूके गए थे। उसी दौरान भारत और यूके के बीच FTA पर साइन हुए थे। FTA को लेकर भारत और यूके के बीच तीन साल से बात चल रही थी।
FTA असल में एक समझौता होता है, जिसे दो देश एक-दूसरे के बीच कारोबार को आसान बनाने के लिए करते हैं। इस समझौते के तहत, दोनों देश एक-दूसरे के प्रोडक्ट्स पर लगने वाली इम्पोर्ट ड्यूटी, टैरिफ या टैक्स को कम करते हैं या खत्म करते हैं।
इस समझौते के तहत, यूके में एक्सपोर्ट होने वाले भारत के 99% प्रोडक्ट्स पर कोई ड्यूटी नहीं लगेगी। इससे भारतीय सामान ब्रिटेन में सस्ता बिकेगा। वहीं, ब्रिटेन के 90% सामान पर टैरिफ कम होगा। स्कॉच व्हिस्की और जिन पर इम्पोर्ट ड्यटी 150% से घटकर 75% हो जाएगी।
ब्रिटिश सरकार का अनुमान है कि इस समझौते से दोनो देशों के बीच कारोबार 2.55 अरब पाउंड (लगभग 3 लाख करोड़ रुपये) बढ़ेगा। इससे ब्रिटेन की जीडीपी 4.8 अरब पाउंड बढ़ेगी और वहां की आमदनी सालाना 2.2% बढ़ेगी।