बांग्लादेश की राजधानी ढाका में छात्र नेता शरीफ उस्मान हादी की हत्या के बाद पूरे देश में तनाव का माहौल है। हमलावरों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर लगातार हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। उस्मान हादी 2024 के विद्रोह का नेतृत्व करने वाले प्रमुख छात्र नेताओं में से एक थे। इस बीच उनके भाई उमर हादी ने मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले चुनावों को देखते हुए सत्ता में बैठे लोगों ने साजिश के तहत उस्मान हादी की हत्या करवाई। उमर हादी ने यूनुस को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो यूनुस को भी शेख हसीना की तरह देश छोड़ना पड़ सकता है।
आपको बता दें कि उस्मान हादी को ढाका में एक मस्जिद से बाहर निकलते समय गोली मारी गई थी। इसके बाद उन्हें इलाज के लिए सिंगापुर ले जाया गया, जहां कुछ दिनों बाद अस्पताल में उनकी मौत हो गई। इस घटना के बाद से पूरे बांग्लादेश में तनाव और बढ़ गया है।
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उमर हादी ने क्या कहा?
बांग्लादेशी अखबार द डेली स्टार ने मंगलवार (23 दिसंबर) को कहा कि उमर ने सरकार पर आरोप लगाया है। उन्होंने सरकार को संबोधित करते हुए कहा, यह आप (मुहम्मद यूनुस) ही हैं जिन्होंने उस्मान हादी की हत्या करवाई। अब आप इसे एक मुद्दा बनाकर चुनाव को नाकाम करने की कोशिश में लगे हुए हैं। उस्मान हादी के भाई ने आगे दावा किया कि हादी को इसलिए मारा गया क्योंकि उन्होंने किसी एजेंसी या "विदेशी आकाओं" के सामने घुटने नहीं टेके।
उमर ने यहां तक कहा कि सरकार के भीतर एक गुट ने आने वाले राष्ट्रीय चुनावों को फेल करने के लिए इस हत्या की साजिश रची। उमर ढाका के शाहबाग में नेशनल म्यूजियम के सामने इंकलाब मंच के आयोजित 'शहीदी शपथ' कार्यक्रम में बोल रहे थे। आपको बता दें कि उस्मान 12 फरवरी को होने वाले आम चुनाव के उम्मीदवार थे।
यूनुस को चेतावनी
मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली बांग्लादेश की अंतरिम सरकार को चेतावनी देते हुए, उमर हादी ने कहा कि अगर उनके भाई के हत्यारों पर जल्दी मुकदमा नहीं चलाया गया तो उनका (मुहम्मद यूनुस) भी शेख हसीना जैसा हाल होगा। द डेली स्टार के अनुसार, उन्होंने कहा, 'हत्यारों पर जल्दी मुकदमा सुनिश्चित करें ताकि चुनावी माहौल में कोई बाधा न आए। सरकार हमारे सामने कोई ठोस कार्रवाई करने में विफल रही है। अगर उस्मान हादी को न्याय नहीं मिला तो आपको भी एक दिन बांग्लादेश से भागने पर मजबूर होना पड़ेगा।'
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कौन थे उस्मान हादी?
उस्मान हादी छात्र-नेतृत्व वाले आंदोलन की अहम आवाजों में से एक थे। अगस्त 2024 में इसी आंदोलन के दबाव में शेख हसीना को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा और उन्हें भारत जाना पड़ा। शेख हसीना फिलहाल भारत में निर्वासन में रह रही हैं। हादी की मौत से बांग्लादेश में भारी आक्रोश फैल गया। 18 दिसंबर को उनकी मौत की खबर सामने आते ही सैकड़ों लोग सड़कों पर उतर आए। कई जगह हिंसा, तोड़फोड़ हुई और मीडिया संस्थानों के दफ्तरों में आगजनी की गई।
इस दौरान भीड़ के गुस्से का शिकार एक हिंदू दीपू चंद्र दास भी हुआ जिसे पीट-पीटकर मार डाला गया। उनके शव को पेड़ से बांधकर आग लगा दी गई। यह घटना 18 दिसंबर की रात ढाका-मैमनसिंह हाईवे पर जमीरदिया डुबालियापारा इलाके में हुई।