अमेरिका के टेक्सास राज्य में डलास शहर में एक 28 साल के भारतीय छात्र चंद्रशेखर पोले की शुक्रवार रात एक अज्ञात हमलावर ने गोली मारकर हत्या कर दी। यह घटना उसी शहर में हुई, जहां पिछले महीने एक अन्य भारतीय मूल के व्यक्ति, चंद्र मौलि नागमल्लैया की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी।
चंद्रशेखर पोले हैदराबाद के रहने वाले थे और 2023 में भारत में डेंटल सर्जरी की पढ़ाई पूरी करने के बाद हायर एजुकेशन के लिए अमेरिका गए थे। उन्होंने हाल ही में अमेरिका में अपनी मास्टर्स डिग्री पूरी की थी और फुल-टाइम नौकरी की तलाश में एक गैस स्टेशन पर पार्ट-टाइम काम कर रहे थे।
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परिवार ने मांगी मदद
चंद्रशेखर के परिवार ने उनके शव को भारत लाने के लिए सरकार से मदद मांगी है। बीआरएस विधायक और तेलंगाना के पूर्व मंत्री टी. हरीश राव ने परिवार की इस मांग का समर्थन किया है। शनिवार को राव और एक अन्य बीआरएस विधायक सुधीर रेड्डी ने हैदराबाद में चंद्रशेखर के परिवार से मुलाकात की।
राव ने सोशल मीडिया पर लिखा, 'माता-पिता का दर्द देखकर दिल टूट जाता है। वे अपने बेटे से बहुत उम्मीदें रखते थे, लेकिन अब वह हमारे बीच नहीं है। हम बीआरएस की ओर से मांग करते हैं कि राज्य सरकार तुरंत कदम उठाए और चंद्रशेखर के शव को उनके गृहनगर जल्द से जल्द लाने में मदद करे।'
पिछले महीने हुई थी हत्या
पिछले महीने डलास में ही 50 साल के भारतीय मूल के मोटल मैनेजर चंद्र मौलि 'बॉब' नागमल्लैया की उनकी पत्नी और बेटे के सामने बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। यह घटना एक वॉशिंग मशीन को लेकर हुए विवाद के बाद हुई।
डलास पुलिस के अनुसार, इस मामले में संदिग्ध योर्डानिस कोबोस-मार्टिनेज को गिरफ्तार किया गया है, जिसका पहले से आपराधिक रिकॉर्ड है। उस पर कैपिटल मर्डर का आरोप लगाया गया है।
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खबरों के मुताबिक, विवाद तब शुरू हुआ जब नागमल्लैया ने अपने एक साथी से उसकी बातों को ट्रांसलेट करने को कहा, जिससे कोबोस-मार्टिनेज गुस्सा हो गया। सर्विलांस फुटेज में दिखा कि उसने एक गंड़ासा लेकर नागमल्लैया पर हमला कर दिया।
नागमल्लैया की पत्नी और बच्चे उसे रोकने की कोशिश करते रहे लेकिन वे उसे रोक नहीं पाए। जबकि उनकी पत्नी और बेटा उसे रोकने की कोशिश कर रहे थे। इन घटनाओं ने डलास में भारतीय समुदाय के बीच डर और चिंता पैदा कर दी है।