अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को दावा किया कि उन्होंने 11 सितंबर, 2001 के आतंकी हमलों से पहले अल-कायदा सरगना ओसामा बिन लादेन को अमेरिका के लिए खतरा बताया था। उन्होंने यह भी दावा किया कि उनकी इस चेतावनी पर किसी ने ध्यान नहीं दिया।
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, 'इतिहास कभी नहीं भूलेगा कि सील्स ने ही ओसामा बिन लादेन के ठिकाने में घुसकर उसके सिर में गोली मारी थी। इसे याद रखें। मैंने ओसामा बिन लादेन के बारे में ठीक एक साल पहले लिखा था, वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर उसके धमाके से एक साल पहले। और मैंने कहा था कि आपको ओसामा बिन लादेन पर नजर रखनी होगी।'
डोनाल्ड ट्रंप:-
मैंने पीटर हेक्साथ से कहा था कि मैंने ओसामा बिन लादेन जैसे किसी शख्स को कहीं देखा है। वह मुझे पसंद नहीं आया। आपको उसका ध्यान रखना था। उन्होंने ऐसा नहीं किया। एक साल बाद उसने वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर धमाका कर दिया। इसलिए, मुझे क्रेडिट लेना ही होगा, क्योंकि कोई और मुझे यह क्रेडिट कोई और नहीं देगा।
डोनाल्ड ट्रंप का दावा है कि उन्होंने अपनी किताब 'द अमेरिका वी डिजर्व' में 9/11 के एक साल पहले 2000 में बिन लादेन के खतरे की बात लिखी थी। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, 'इतिहास कभी नहीं भूलेगा कि ओसामा बिन लादेन के ठिकाने पर धावा बोलकर उसे मारने वाले नेवी सील्स थे।'
पहले भी कर चुके हैं ऐसे दावे
डोनाल्ड ट्रंप का यह दावा नया नहीं है। उन्होंने साल 2019 में ISIS सरगना अबू बक्र अल-बगदादी की मौत के बाद भी ऐसा ही कहा था। उन्होंने कहा था कि अगर उनकी बात सुनी गई होती तो 9/11 जैसे हालात टल सकते थे।
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कहां मारा गया था लादेन?
ओसमा बिन लादेन 2 मई 2011 को पाकिस्तान के एटाबाद में मारा गया था। अमेरिकी नेवी सील्स ने एक गोपनीय ऑपरेशन में लादेन को ढेर कर दिया था। तब अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा थे। उन्होंने सील कमांडो को पाकिस्तान में जाकर ऑपरेशन करने की इजाजत दी थी। बराक ओबामा को उसके ठिकाने में घुसकर अमेरिकी जवानों ने मार गिराया था। इसकी प्लानिंग में कई साल लग गए थे।