अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को इजरायल से कहा है कि गाजा में हो रही बमबारी को इजरायली डिफेंस फोर्स तत्काल प्रभाव से रोक दे। हमास ने ट्रंप के शांति प्रस्ताव के कुछ हिस्सों को स्वीकार कर लिया है। 7 अक्टूबर के हमले में बंधक बनाए गए सभी लोगों को रिहा करने पर सहमति जताई है। हमास ने बयान जारी कर कहा कि वह बंधकों को रिहा करने और शांति योजना के विवरण पर चर्चा के लिए तुरंत बातचीत शुरू करने को तैयार है।
डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर लिखा, 'हमास के बयान के आधार पर, मुझे लगता है कि वे स्थायी शांति के लिए तैयार हैं। इजरायल को गाजा पर बमबारी तुरंत रोकनी होगी, जिससे बंधकों को सुरक्षित और जल्दी रिहा किया जा सके।'
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हमास ने ट्रंप से जताई है सहमति
हमास ने ट्रंप के प्रस्ताव के कुछ हिस्सों को स्वीकार किया है। बंधकों को रिहा करने पर हमास के लड़ाके तैयार हैं। हमास ने अपने हथियार तबाह करने, प्रशासनिक ढांचे से बाहर जाने की बात को अभी तक स्वीकार नहीं किया है। हमास, अमेरिका और इजरायल से इस मामले में और बातचीत चाहता है।
क्या है ट्रंप का हमास प्लान?
डोनाल्ड ट्रंप की गाजा शांति योजना में तत्काल युद्धविराम, इजरायली सेना की वापसी, बंधकों की रिहाई और फिलिस्तीनी क्षेत्रों में नई सरकार के लिए रोडमैप शामिल है। हमास के पास अभी 48 बंधक हैं, जिनमें से 20 के जीवित होने की संभावना है।
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डोनाल्ड ट्रंप की धमकी से बनी बात?
डोनाल्ड ट्रंप ने हमास को धमकी देने के अंदाज में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा था, 'रविवार शाम 6:00 बजे तक समझौता हो जाना चाहिए। अगर यह समझौता नहीं हुआ तो हमास के खिलाफ ऐसा कहर बरपेगा, जैसा पहले कभी नहीं देखा गया। मध्य पूर्व में किसी न किसी तरह शांति स्थापित होगी।'
हमास तैयार समझौते के लिए तैयार क्यों हुआ?
इजरायल गाजा पर लगातार हमले कर रहा है। हमले रोकने की पहली शर्त बंधकों की रिहाई है। ट्रंप चाहते हैं कि हमास तत्काल समझौते पर हामी भरे जिससे युद्ध रुके। 72 घंटे के भीतर सभी बंधकों को वापस किया जाए। अब अरब देश और तुर्की हमास पर दबाव बना रहे हैं कि व्यापक हित में ट्रंप की बात मान लेने में ही गाजा की भलाई है।
हमास ने सहमति पर क्या कहा है?
हमास ने कहा, 'हमास अरब, इस्लामी और अंतर्राष्ट्रीय प्रयासों के साथ-साथ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रयासों की भी सराहना करता है। उन्होंने गाजा में जंग रोकने की रूपरेखा तैयार की, कैदियों की अदला-बदली के लिए मंजूरी दी, गाजा पर इजरायली कब्जे को खारिज किया। फिलिस्तीन के लोग गाजा से विस्थापित नहीं होंगे। हम ट्रंप की सराहना करते हैं।'
हमास ने कहा, 'हम पर गाजा में किए गए आक्रमण और नरसंहार झेलने के बाद हमास ने नेतृत्व ने मंथन किया है। फिलिस्तीन सेना और गुटों के साथ व्यापरक चर्चा की है। राष्ट्रपति ट्रंप की शर्तों को मानने को लेकर विचार-विमर्श किया गया है, जिससे हम सहमति के स्तर पर पहुंच सकें।'
हमास ने कहा, 'हम गाजा का प्रशासन एक स्वतंत्र फिलिस्तीनी निकाय को सौंपने को तैयार हैं। शर्त यह है कि फिलिस्तीनी राष्ट्रीय सहमति और अरब-इस्लामी समर्थन जरूरी हो। हम बंधकों को सौंपने के लिए भी तैयार हैं। कैदियों की अदलाबदली के लिए भी तैयार हैं।'
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ट्रंप ने इजरायल-हमास की जंग रोकने का फॉर्मूला क्या बनाया?
- गाजा में तत्काल युद्धविराम
- इजरायली सेना की वापसी
- बंधकों की रिहाई
- फिलिस्तीनी क्षेत्रों में नई सरकार
- गाजा हथियार मुक्त होगा, हमास का कंट्रोल नहीं होगा
- इंटरनेशनल पीस बोर्ड का गठन होगा
- बड़े पैमाने पर गाजा में निर्माण होंगे
इजरायल पर क्या दबाव है?
इजरायल 1,170 फिलिस्तीनी कैदियों और 250 आजीवन कारावास वालों को मुक्त करेगा। गाजा से इजरायली सेनाएं हट जाएंगी।
इतिहास क्या रहा है?
7 अक्तूबर 2023 के बाद से अब तक, इजरायल और हमास के बीच छिड़ी जंग को रोकने के लिए कई कोशिशें की गईं। 1200 इजरायली नागिरक, हमास के हमले में मारे गए। 50 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनी नागरिक मारे गए हैं। गाजा में भुखमरी की नौबत है। पूरा शहर खंडहर में तब्दील हो गया है।