अमेरिका के वर्जीनिया के एक अजीब घटना हुई कार चलाते वक्त 64 साल के जेफ गेरासी को अचानक से हार्ट अटैक आ गया लेकिन मजे की बात यह रही कि उनकी कार चमत्कारिक ढंग से एक कार्डियोलॉजिसट यानी कि हृदय रोग विशेषज्ञ की क्लीनिक के सामने ही दुर्घटनाग्रस्त हुई। न्यूयॉर्क पोस्ट की खबर के अनुसार, जेफ को पिछले महीने वर्कआउट क्लास से घर लौटते समय अचानक सांस लेने में दिक्कत हुई और उनका अपनी कार पर कंट्रोल खो गया। उनकी कार कई लेन पार करते हुए एक साइनबोर्ड से टकराकर एक पार्किंग में रुक गई।
जेफ ने बताया, ‘मुझे कुछ ठीक नहीं लग रहा था। मैंने कार में बैठकर कॉफी पी और सोचा कि थोड़ी देर आंखें बंद करके आराम करूं, लेकिन फिर मैंने घर जाने का फैसला किया।' संयोग से, उनकी कार सेंटारा हेल्थ के चीफ कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. दीपक तलरेजा की क्लीनिक के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई। डॉ. तलरेजा तुरंत फोन करते हुए मौके पर पहुंचे।
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मौके पर पहुंच गए डॉक्टर
डॉ. तलरेजा ने जेफ को देखकर बताया, ‘आपकी कार का शीशा टूट गया था, एयरबैग्स खुले थे, और आप इस तरह से देखना मुश्किल था। आप सांस नहीं ले रहे थे, और आपकी नब्ज भी नहीं चल रही थी। यह अचानक हृदय गति रुकने (सडन कार्डियक डेथ) की स्थिति थी, जिसमें दिल काम करना बंद कर देता है।'
डॉक्टर ने बताया कि जेफ के दिल की 95% निचला हिस्सा और 90% ऊपरी हिस्सा बंद हो गया था। अगर आठ मिनट के अंदर मदद न मिली होती, तो जेफ को बचाना मुश्किल था। डॉ. तलरेजा ने कहा, 'हमने जल्दी से इलाज शुरू किया। यह भगवान की कृपा थी।'
जेफ को जब होश आया, तो उन्हें कुछ समझ नहीं आया। उन्होंने बताया, 'मेरे हाथ में ट्यूब थीं, लोग इधर-उधर दौड़ रहे थे। यह सब किसी धुंधले सपने जैसा था। मैंने नर्स से पूछा कि क्या हुआ, तो उसने कहा, ‘आपको दिल का दौरा पड़ा था और आपकी कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी।'
दिल की बीमारी का है इतिहास
जेफ के परिवार में दिल की बीमारी का इतिहास रहा है। उनके पिता को दो बार दिल का दौरा पड़ा, उनकी मां की मृत्यु भी दिल के दौरे से हुई, और उनकी एक बहन को भी दिल की समस्या है। फिर भी, जेफ को लगता था कि उनकी ऐक्टिव लाइफस्टाइल उन्हें सुरक्षित रखेगी। उन्होंने कहा, 'मैं 14 साल की उम्र से खिलाड़ी रहा हूं। मैं हमेशा व्यायाम करता हूं, मैराथन दौड़ चुका हूं। मुझे लगा था कि मुझे यह बीमारी नहीं होगी।'
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अब जेफ काम पर लौट आए हैं और अपनी डाइट को बेहतर करने पर ध्यान दे रहे हैं। वे कहते हैं, 'यह भगवान की कृपा का सबूत है। इतने सारे संयोग एक साथ हुए कि मैं बच सका। यह एक चमत्कार है। भगवान मेरे साथ थे, और शुक्र है कि डॉ. तलरेजा वहां थे।'