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अमेरिका में भारतीय मूल के रक्षा विशेषज्ञ एश्ले टेलिस क्यों गिरफ्तार हुए?

भारतीय मूल के अमेरिकी रक्षा और विदेश नीति के एक्सपर्ट एश्ले टेलिस को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन पर चीनी अधिकारियों के साथ सीक्रेट मीटिंग और गिफ्ट लेने का आरोप है। छापेमारी में उनके घर से गोपनीय दस्तावेज भी मिले हैं।

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रक्षा विशेषज्ञ एश्ले टेलिस।

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भारतीय मूल के रक्षा विशेषज्ञ एश्ले टेलिस को अमेरिका में गिरफ्तार किया गया है। उन पर चीन को गोपनीय जानकारी देने का आरोप है। टेलिस ने कई अमेरिकी राष्ट्रपतियों के शासनकाल में काम किया है। जॉर्ज डब्ल्यू बुश की सरकार में उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में जगह मिली। अमेरिका न्याय विभाग का आरोप है कि टेलिस ने करीब एक हजार पन्नों की गोपनीय जानकारी अपने पास रखी। उन पर चीन के अधिकारियों से मुलाकात करने का भी आरोप है। अमेरिका अधिकारियों ने बताया कि गोपनीय दस्तावेज टेलिस के घर से मिले हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एश्ले टेलिस को पिछले हफ्ते गिरफ्तार किया गया था। अमेरिकी विदेश विभाग ने उनकी गिरफ्तारी पर मुहर लगा दी है। 

 

एश्ले टेलिस की गिनती अमेरिका के प्रमुख रणनीतिकारों में होती हैं। वे साल 2001 से विभिन्न अमेरिका सरकारों के साथ काम कर रहे हैं। दक्षिण एशिया और भारत से जुड़े मामलों पर वह न केवल डेमोक्रेट्स बल्कि रिपब्लिकन सरकारों को भी सलाह देते रहे हैं। टेलिस कार्नेगी एंडोमेंट फॉर इंटरनेशनल पीस में सीनियर फेलो भी हैं। यह वाशिंगटन स्थित एक प्रसिद्ध थिंक टैंक है। 

 

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मुंबई में हुआ एशले टेलिस का जन्म

एश्ले टेलिस का जन्म मायानगरी मुंबई में हुआ। यहां उन्होंने सेंट जेवियर्स कॉलेज से पढ़ाई की। इसके बाद अमेरिका का रुख किया। वहां शिकागो विश्वविद्यालय से राजनीतिक विज्ञान में एमए किया। टेलिस जितना अमेरिका में प्रांसगिक हैं, उतना ही चीन और भारत में भी। उनके लेखों पर तीनों देशों की गहरी निगाह होती थी, क्योंकि दक्षिण एशिया से जुड़ी अमेरिकी नीतियों में उनके विचारों की गहरी छाप दिखती थी। 

तो पहुंच का उठाया फायदा!

11 अक्टूबर को जारी तलाशी वारंट के मुताबिक टेलिस के आवास से कई गोपनीय दस्तावेज मिले हैं। अधिकारियों ने बताया कि तलाशी के दौरान टेलिस ने सहयोग दिया। अपने फिंगरप्रिंट से एक लैपटॉप खोला। उन्होंने फाइलिंग कैबिनेट की चाबियां भी सौंपी। एफबीआई ने अपने हलफनामे में बताया कि टेलिस जिस पद पर थे, उसके तहत उनके पास संवेदनशील जानकारी तक पहुंचने की अति गोपनीय सुरक्षा मंजूरी थी।

चीनी अधिकारियों से मुलाकात से बढ़ी टेंशन

अमेरिकी एजेंसियों ने आरोप लगाया कि टेलिस ने गोपनीय जानकारी की फोटो कॉपी की। इसके बाद अपने साथ घर ले गए। सीसीटीवी फुटेज में उन्हें अमेरिकी सेना से जुड़ी खुफिया जानकारी की फाइलों को एक चमड़े के ब्रीफकेस में ले जाते देखा गया। बाद में चीनी अधिकारियों के साथ उनकी मीटिंग ने अमेरिकी एजेंसियों को अलर्ट कर दिया। एफबीआई के मुताबिक 15 सितंबर को वर्जीनिया के फेयरफैक्स स्थित एक रेस्टोरेंट में टेलिस ने चीनी अधिकारियों के साथ मुलाकात की। लौटते समय टेलिस के हाथ में एक लिफाफा था, जबिक जाते वक्त वह नहीं था। 

 

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दो साल पहले 2023 में चीनी अधिकारियों के साथ टेलिस की मुलाकात का भी जिक्र है। आरोप के मुताबिक इसी साल 2 सितंबर को टेलिस ने चीनी अधिकारियों से मुलाकात की। यहां चीनी अधिकारियों ने टेलिस को एक बैग बतौर गिफ्ट दिया। इसमें क्या था, यह अभी तक पता नहीं चल सका।

 

 


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