7 अक्तूबर 2023 को छिड़ी इजरायल और हमास के बीच जंग, अब थम सकती है। इजरायली सरकार ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता वाली गाजा शांति योजना के पहले चरण को मंजूरी दे दी है। इससे सीजफायर तुरंत लागू हो गया है। अब बंधकों की रिहाई और फिलिस्तीनी कैदियों की अदला-बदली तय मानी जा रही है।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय से अभी सेना को जंग रोकने का स्पष्ट आदेश नहीं मिला है। इजरायली अधिकारियों ने भी कहा है कि कैबिनेट की मंजूरी के साथ ही योजना के प्रावधान प्रभावी हो गए हैं। अब गाजा में और गोलियां नहीं दागी जाएंगी।
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क्या IDF को मिला जंग रोकने का आदेश?
इजरायली डिफेंस फोर्स को भी जंग रोकने का आदेश मिल चुका है। गुरुवार देर रात हुई कैबिनेट बैठक में अमेरिकी अमेरिकी विशेष दूत स्टीव विटकॉफ और डोनाल्ड ट्रंप के दामाद जेरेड कुश्नर भी मौजूद थे। उन्होंने नेतन्याहू और मंत्रियों से सीज फायर सहमति के फायदे गिनाए।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने अरब के देशों के प्रतिनिधियों से बात की है। उन्होंने मिस्र, कतर, तुर्की और यूएई – के प्रतिनिधियों से फोन पर बात की है और कहा है कि संघर्ष विराम समझौते का कड़ाई से पालन होगा। डोनाल्ड ट्रंप ने स्टीव विटकॉफ और जेरेड कुश्नर को इस डील को सफल कराने की जिम्मेदारी सौंपी थी।
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बैठक में हमास के प्रतिनिधियों ने भी माना है कि अब बंधक उसके लिए फायदा का सौदे नहीं रहे। डोनाल्ड ट्रंप ने वादा किया है कि बंधक सोमवार या मंगलवार को रिहा किए जाएंगे। वे खुद मिस्र पहुंचकर हस्तक्षेप करेंगे।
ट्रंप की सीजफायर डील में है क्या?
- योजना के पहले चरण में गाजा में जंग रुकेगी
- इजरायली सेना 'येलो लाइन' तक पीछे हटेगी
- गाजा में सैन्य मौजूदगी रहेगी
- हमास सभी जीवित बंधकों को रिहा करेगा
- मृतकों के शवों को इजरायल को सौंपेगा
- सीजफायर डील से हमास को क्या मिलेगा?
- इजरायल 250 जीवन कैद की सजा पा चुके फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ेगा
- गाजा में गिरफ्तार 1,700 लोगों को इजरायल रिहा करेगा
- महिलाओं और बच्चों को भी रिहा किया जाएगा
उसामा हमदान, हमास:-
युद्ध समाप्ति की औपचारिक घोषणा जरूरी है, वरना रिहाई नहीं होगी। यह इजरायल ने भी स्वीकार किया है।
किन बातों को लेकर नहीं बनी है सहमति?
कैदियों की लिस्ट अभी जारी नहीं हुई है। डोनाल्ड ट्रंप को उम्मीद है कि यह भी जारी होगा जाएगा।
मिडिल-ईस्ट में पांव जमा रहा है अमेरिका
अब अमेरिका मध्य पूर्व में शांति के लिए 200 अमेरिकी लड़ाकों को भेज रहा है। ये सैनिक मिस्र, कतर, तुर्की और यूएई के सैनिकों के साथ मिलकर काम करेंगे। कोई अमेरिकी सैनिक गाजा में नहीं जाएगा।मयूएस सेंट्रल कमांड के कमांडर एडम ब्रैड कूपर इसका नेतृत्व करेंगे।
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कैसे मान गया हमास?
डोनाल्ड ट्रंप के प्रतिनिधियों ने इजरायल की बैठक में कठोरपंथियों और उदारवादियों दोनों की राय सुनी। विटकॉफ ने कहा, 'हमास पर दबाव इतना था कि उन्हें डील करनी पड़ी।'
डील के बाद गाजा में हालात कैसे हैं?
संघर्ष विराम पर सहमति के बाद गाजा के खान यूनिस और इजरायल के तेल अवीव में जश्न का माहौल है। गाजा के विस्थापित बच्चे झंडे लहराते नजर आए। फिलिस्तीनी में इतनी तबाही मच चुकी है कि अब लोग शांति चाह रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र ने क्या कहा है?
संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि सर्दी में तंबू में रहने वाले लाखों लोग ठंड से जूझेंगे। वे भुखमरी से जूझ रहे हैं। उनकी मदद के लिए दुनिया को आगे आना चाहिए।
डील का एलान लेकिन इजरायल के हमले में 30 फिलिस्तीनियों की मौत
डील की घोषणा के बाद भी इजरायली हमलों में 30 फिलिस्तीनी मारे गए। उत्तरी गाजा के अल-सबरा में एक घर पर स्ट्राइक से 6 की मौत हो गई, वहीं 40 लोग दब गए। आईडीएफ का दावा है कि हमास के आतंकियों को निशाना बनाया गया है।
कौन करेगा इजरायल की मदद?
यूएन के इमरजेंसी रिलीफ कोऑर्डिनेटर टॉम फ्लेचर ने कहा गाजा के लिए 1,70,000 मीट्रिक टन भोजन, दवा और सामान तैयार हैं। पहले 60 दिनों में सैकड़ों ट्रक रोजाना गाजा पहुंचेंगे। 21 लाख लोगों को भोजन, 5 लाख को पोषण, 14 लाख को पानी-साफ-सफाई, 7 लाख बच्चों को शिक्षा की जरूरत है। ईंधन, गैस, एनजीओ एक्सेस और फंडिंग सबसे पहले पहुंचाई जाएगी।