टैरिफ को लेकर भारत और अमेरिका में जारी तनाव के बीच सोमवार को विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद मार्को रुबियो ने कहा कि भारत, अमेरिका के लिए एक 'अहम साझेदार' है।
जयशंकर और रुबियो की यह मुलाकात न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान हुई है। बैठक के बाद जारी बयान में बताया गया है कि रुबियो ने कहा कि भारत के संबंध अमेरिका के लिए 'अहम' हैं।
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दोनों के बीच क्या-क्या बात हुई?
अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर बताया कि जयशंकर और मार्को रुबियो के बीच बैठक के दौरान भारत-अमेरिका के द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा हुई। इस दौरान ट्रेड, डिफेंस, एनर्जी, फार्मा और खनिजों पर चर्चा की गई।
वहीं, विदेश मंत्री जयशंकर ने X पर पोस्ट करते हुए इस मुलाकात करते हुए कहा कि रुबियो के साथ बैठक में द्विपक्षीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा हुई।
जयशंकर ने लिखा, 'हमारी बातचीत में मौजूदा समय की चिंताओं के कई द्विपक्षीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा हुई।' उन्होंने बताया कि बातचीत में कई अहम विषय शामिल थे और दोनों ने प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में प्रगति के लिए निरंतर संपर्क की अहमियत पर सहमति जताई।
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भारत और अमेरिका में तनाव
भारत और अमेरिका के बीच कई महीनों से तनाव है। पिछले महीने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय इम्पोर्ट पर 50% टैरिफ बढ़ा दिया है। ट्रंप ने रूस से तेल खरीद का हवाला देते हुए भारत पर यह टैरिफ लगाया है। ट्रंप का कहना है कि भारत सस्ते में रूस से तेल खरीदकर उसे बाहर बेच रहा है और मुनाफा कमा रहा है।
हालांकि, कुछ दिन बाद ट्रंप के तेवर थोड़े नरम पड़ने लगे। ट्रंप ने व्हाइट हाउस में मीडिया से बात करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'अच्छा दोस्त' बताया था। उन्होंने पीएम मोदी को 'महान प्रधानमंत्री' बताते हुए कहा था कि वह हमेशा उनके दोस्त रहेंगे।
इसके बाद ट्रंप पहले वैश्विक नेता थे, जिन्होंने पीएम मोदी को जन्मदिन की सबसे पहले शुभकामनाएं दी थीं। इसी बीच ट्रेड डील को लेकर भी भारत और अमेरिका के बीच बातचीत शुरू हो चुकी है।