विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मंच पर भारतीय राजनयिक अनुपमा सिंह ने पाकिस्तान को आंतकवाद के मुद्दे पर करारा जवाब दिया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। अनुपमा सिंह ने आरोप लगाया कि पाकिस्तान सिंधु जल संधि पर झूठा प्रचार करता है, जबकि भारत इसका पूरी तरह पालन कर रहा है। सिंह के इस बयान ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान की छवि को और बेनकाब कर दिया है। यह बयान पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान तनाव के संदर्भ में आया, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। इसके जवाब में भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत 6-7 मई को पाकिस्तान और PoK में 9 आतंकी ठिकानों पर हवाई हमले किए।
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'पीड़ित होने का दिखावा नहीं कर सकता पाक'
WHO के मंच पर सिंह ने कहा, 'पाकिस्तान आज भी जिहादी आतंकवाद का केंद्र बना हुआ है। पाकिस्तान आतंकवाद को पालता-पोसता है, आतंकवाद को जन्म देता है। ऐसे में वह पीड़ित होने का दिखावा नहीं कर सकता।' भारत के संयम को उजागर करते हुए उन्होंने कहा, 'हमने यह ध्यान रखा कि पाकिस्तान के आम नागरिकों को कोई नुकसान न पहुंचे। हमारा लक्ष्य केवल उन आतंकवादियो और उनके ठिकानों को था, जिन्हें पाकिस्तान में ट्रेनिंग मिला है और जो पहले से पहचाने हुए थे।'
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कौन हैं अनुपमा सिंह?
अनुपमा सिंह भारतीय विदेश सेवा (IFS) में पिछले 9 सालों से अधिक समय से राजनयिक के रूप में कार्यरत हैं। IFS में शामिल होने से पहले उन्होंने 2012 से 2014 तक केपीएमजी में सलाहकार के रूप में काम किया, जहां बाद में उन्हें सीनियर सलाहकार की जिम्मेदारी मिली। साल 2014 में उन्होंने मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी से प्रशासनिक ट्रेनिंग पूरी की।
2008 से 2011 के बीच उन्होंने कॉर्पोरेट फाइनेंस, मूल्यांकन और पोर्टफोलियो प्रबंधन में विशेषज्ञता के साथ सीएफए प्रोग्राम किया। इसके अलावा, उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज से फाइनेंस में एमबीए किया है और कंप्यूटर साइंस एवं इंजीनियरिंग में बी.टेक की डिग्री मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान से हासिल की है।