अमेरिका के मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि वो नवंबर में हुए राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप को हरा देते, लेकिन अपनी डेमोक्रेटिक पार्टी की एकजुटता के खातिर इस रेस से पीछे हटना पड़ा।
रेस से हटने का पछतावा है?
व्हाइट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब एक पत्रकार ने बाइडेन से पूछा कि क्या राष्ट्रपति पद की रेस से हटने का उन्हें पछतावा है? तो इस पर जवाब देते हुए बाइडेन ने कहा, 'मुझे ऐसा नहीं लगता। मुझे लगता है कि मैं ट्रंप को हरा सकता था। यहां तक कि कमला हैरिस भी उन्हें हरा सकती थीं।' बाइडेन ने आगे कहा, 'जब पार्टी इस बात को लेकर चिंतित थी कि मैं रेस में आगे बढ़ूं या नहीं, भले ही मुझे लग रहा था कि मैं फिर से जीत सकता हूं। मगर मैंने सोचा कि पार्टी को एकजुट रखना ज्यादा जरूरी है।'
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और क्या बोले बाइडेन?
बाइडेन ने आगे कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि कमला हैरिस ट्रंप को हरा सकती हैं। उन्होंने कहा, 'अमेरिका का राष्ट्रपति बनना मेरे लिए सबसे बड़े सम्मान की बात है लेकिन मैं ऐसा नहीं बनना चाहता था, जिसने अपनी पार्टी को चुनाव में हरवा दिया। इसलिए मैं पीछे हटा लेकिन मुझे पूरा भरोसा था कि कमला हैरिस जीत सकती हैं।'
आलोचनाओं के बाद पीछे हट गए थे बाइडेन
अमेरिका में पिछले साल नवंबर में राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रंप ने डेमोक्रेट कमला हैरिस को हरा दिया था। कमला हैरिस डेमोक्रेट की राष्ट्रपति उम्मीदवार तब बनी थीं, जब बाइडेन इस रेस से पीछे हट गए थे। खराब तबीयत की वजह से बाइडेन पर इस राष्ट्रपति पद की दौड़ से पीछे हटने का दबाव था। अपनी ही पार्टी में हो रही आलोचनाओं के कारण भी बाइडेन को पीछे हटना पड़ा था।