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2025 के वह पांच बड़े फैसले, जिन पर टिकी रही दुनियाभर की निगाहें

2025 में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फैसलों की पूरी दुनिया में खूब चर्चा रही। चाहे वह टैरिफ का ऐलान हो या अमेरिका से जबरन अवैध प्रवासियों को निकालना। दुनिया के कई देश ट्रंप के इन फैसलों से प्रभावित हुए।

World News.

2025 के पांच बड़े फैसले। (AI-generated image)

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साल 2025 में दुनिया ने बहुत कुछ देखा। डोनाल्ड ट्रंप दूसरी बार राष्ट्रपति बने तो 90 से ज्यादा देशों पर टैरिफ लगाया। अफगानिस्तान में भूकंप ने कई बार तबाही मचाई। दुनिया ने नेपाल में जेन-जी आंदोलन से सत्ता बदलते देखा। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सात साल बाद चीन पहुंचे तो पूरी दुनिया में इस दौरे की चर्चा हुई। दिसंबर में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के भारत दौरे को कौन भूल सकता है। 

 

अमेरिका ने हाथ और पैरों पर हथकड़ी लगाकर अवैध प्रवासियों को भेजा तो छोटा सा देश कोलंबिया ट्रंप के आगे अड़ गया। ट्रंप की टैरिफ के बीच भारत और यूके के बीच फ्री ट्रेड डील हुई। 797 दिनों से हमास के खिलाफ इजरायल युद्ध लड़ रहा है। मगर इसी साल ट्रंप की अगुवाई में गाजा पीस डील हुई, जिसका दुनियाभर को इंतजार था। आइये जानते हैं कि वह पांच वैश्विक फैसले, जिनकी पूरी दुनिया में चर्चा रही।

 

ट्रंप टैरिफ: डोनाल्ड ट्रंप ने 20 जनवरी 2025 को दूसरी बार अमेरिकी राष्ट्रपति पद की शपथ ली। 2 अप्रैल को ट्रंप ने 90 से ज्यादा देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने का ऐलान किया। सबसे अधिक टैरिफ भारत और ब्राजील पर 50-50 फीसद लगाया। भारत पर 25 फीसद टैरिफ रेसिप्रोकल और 25 फीसद रूस से तेल खरीदने की वजह से लगाया गया। कई देश टैरिफ से डरकर अमेरिका के सामने झुक गए और ट्रंप के साथ ट्रेड डील की। मगर भारत और अमेरिका के बीच अभी तक कोई ट्रेड डील नहीं हुई है। हालांकि इस पर बातचीत चल रही है। 
 
प्रवासियों की निकासी: दूसरी बार राष्ट्रपति बनने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने अवैध प्रवासियों को अमेरिका से निकालना शुरू किया। भारत के भी सैकड़ों नागरिकों को सेना के विमान से वापस भेजा गया। इन नागरिकों को हथकड़ी और बेड़ियों में जकड़कर भेजा गया था। कोलंबिया ने अमेरिका की इस हरकत का विरोध किया और अमेरिका सैन्य विमानों को उतरने की मंजूरी नहीं दी। गुस्से में लाल ट्रंप ने कोलंबिया पर अतिरिक्त टैरिफ लगाने की धमकी दी। अमेरिका और कोंलबिया के बीच आज भी तनातनी बरकरार है। अमेरिका अब तक ब्राजील, भारत, ग्वाटेमाला, पेरू और होंडूरास समेत कई देशों के अवैध प्रवासियों को वापस भेज चुका है।

 

भारत-चीन रिश्तों में सुधार: वैसे तो भारत-चीन रिश्तों में सुधार की नींव पिछले साल रूस के कजान में पड़ चुकी थी। मगर 2025 में यह रिश्ते नई बुलंदियों पर पहुंचे। चीन के विदेश मंत्री और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने एक-दूसरे की देशों की यात्रा की। 2018 के बाद पीएम मोदी पहली बार इसी साल 30 अगस्त को चीन पहुंचे। यहां शंघाई सहयोग संगठन के शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया। पीएम मोदी की यात्रा की न केवल अमेरिका, बल्कि पूरी दुनिया में खूब चर्चा हुई, क्योंकि ट्रंप के भारी टैरिफ के परिप्रेक्ष्य में पीएम मोदी का यह चीन दौरा हुआ था। पांच वर्ष बाद भारत और चीन ने इसी साल सीधी उड़ान सेवा शुरू की। कोविड महामारी के बाद से भारत और चीन के बीच हवाई सेवा ठप्प थी।

 

इंडिया-यूके फ्री ट्रेड डील: भारत जापान को पछाड़कर दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। हर देश भारत के साथ अपने व्यापारिक रिश्ते मजबूत करने में जुटे हैं। ट्रंप टैरिफ से मची अफरा-तफरी के बीच इसी साल भारत और ब्रिटेन ने फ्री ट्रेड डील की। अभी भारत और ब्रिटेन के बीच द्विपक्षीय व्यापार 56 अरब डॉलर का है। 2030 तक इसे दोगुना करने का लक्ष्य है।

 

नई डील से दोनों देशों के बीच आर्थिक रिश्ते मजबूत और व्यापार को बढ़ावा मिलेगा। डील के मुताबिक ब्रिटेन को होने वाले भारत के 99 फीसद निर्यात पर टैरिफ खत्म होगा। भारतीय कृषि उत्पादों को ब्रिटेन के बाजार में ड्यूटी फ्री एंट्री मिलेगी। इसके अलावा समुद्री प्रोडक्ट्स, टेक्सटाइल, लेदर और प्रोसेस्ड फूड्स पर टैरिफ 70 फीसद से घटाकर शून्य कर दिया गया है।

 

गाजा शांति समझौता: 9 अक्टूबर को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायल और हमास के बीच गाजा पीस डील करवाया। अगले दिन यानी 10 दिसंबर से नाजुक युद्धविराम लागू है। पीस डील के मुताबिक गाजा में पुनर्निर्माण और लोगों तक सहायता पहुंचाना और बंधकों की रिहाई पर फोकस किया गया। इसके अलावा ट्रंप ने एक 20 सूत्रीय योजना भी दुनिया के सामने रखी। इसके तहत एक अंतरराष्ट्रीय सेना का गठन करना है। यह गाजा में सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालेगी। पाकिस्तान समेत कई देशों ने अपने सैनिकों को गाजा भेजने का प्रस्ताव भी दिया है। मगर इजरायल इस पर अभी तक खुलकर राजी नहीं हुआ है। हमास को हथियार विहान बनाने का भी प्रस्ताव है।

 


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