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क्या कैल्शियम सप्लीमेंट से बढ़ता है हार्ट अटैक का खतरा? समझिए कैसे

कैल्शियम हमारे शरीर के लिए महत्वपूर्ण मिनरल है। जरूरत से ज्यादा कैल्शियम सप्लीमेंट का सेवन सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। इस वजह से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।

Heart Attack

हार्ट अटैक (Photo Credit: Freepik)

हम सभी जानते हैं कि किसी भी चीज की अति सेहत के लिए नुकसानदायक होती है। उसी तरह से शरीर के लिए सप्लीमेंट लेना भी जरूरी है। वहीं, कुछ लोग बिना डॉक्टर की सलाह लिए हर रोज कैल्शियम और विटामिन डी की गोलियां लेते हैं क्योंकि उन्हें लगता है इससे शरीर को कोई नुकसान नहीं होगा। हालांकि ये सच नहीं है। ये आपके शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकता है।  

 

कैल्शियम हमारी हड्डियों, दांत, मसल्स और नसों के लिए अच्छा होता है लेकिन ये आपके हृदय के लिए खतरा है। कैल्शियम हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी मिनरल है क्योंकि ये बल्ड क्लोटिंग और हृदय को हेल्दी रखने में मदद करता है। कैल्शियम हमें दूध दही वाली चीजों में, हरी सब्जियों में भरपूर मात्रा में मिलता है। जरूरत से ज्यादा कैल्शियम का सेवन करने से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता है। ये खतरा पिछले कुछ सालों में और ज्यादा बढ़ गया है क्योंकि लोगों को लगता है कि कैल्शियम जरूरी पोषक तत्व है। इसका सेवन करने से आपकी हेल्थ अच्छी रहेगी। इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है।

 

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कैसे कैल्शियम की वजह से हार्ट पर प्रभाव पड़ता है
 
ऑस्टियोपोरोसिस को रोकने या उसका इलाज करने के लिए कैल्शियम की खुराक बुजुर्ग व्यक्ति को दी जाती है। अगर शरीर में जरूरत से ज्यादा कैल्शियम हो जाए तो उसे                      हाइपरकैल्शियम कहा जाता है। एक व्यक्ति को प्रतिदिन 700 से 1000 मिलीग्राम कैल्शियम की जरूरत होती है। अगर आप रोजाना 1100 -1200 से ज्यादा मिलीग्राम ले रहे हो तो हृदय के लिए खतरनाक है। The British Medical Journal के मुताबिक, अगर खून में कैल्शियम की मात्रा ज्यादा हो जाती है तो हार्ट के टिशूज कमजोर हो जाते हैं। इसका कारण कैल्सिफिकेशन है। कैल्सिफिकेशन हृदय रोगों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है क्योंकि इसकी वजह से आर्टीज कम फ्लैक्सीबल होती है और जिस कारण हार्ट में ब्लॉकेज का खतरा बढ़ जाता है।

 

कैल्शियम की मात्रा ज्यादा होने से हृदय की धमनियों के आसपास कैल्शियम डिपोजिट होने लगता है। इस वजह से आर्टीज सख्त हो जाती है और बल्ड फ्लो कम हो जाता है और हृदय संबंधी बीमारियों को खतरा बढ़ जाता है। 

 

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रिसर्च में पाया गया कि कैल्शियम सप्लीमेंट और हार्ट अटैक के बीच में गहरा संबंध है। जो लोग कैल्शियम स्पलीमेंट लेते हैं उनमें उम्र और लाइफस्टाइल की वजह से भी हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। खासतौर पर जिन महिलाओं के मासिक धर्म नहीं होते हैं (पोस्टमेनोपॉजल) के बाद हड्डियां कमजोर होने लगती है इसलिए वे कैल्शियम का सेवन करती हैं। अत्यधिक कैल्शियम का सेवन सिर्फ आपके हृदय के लिए ही नहीं बल्कि उससे k2 और विटामिन डी जैसे अन्य पोषक तत्वों का फायदा भी नहीं मिलता है।

 

डिस्क्लेमर: यह आर्टिकल इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारियों और सामान्य बातचीत पर आधारित है। खबरगांव इसकी पुष्टि नहीं करता है। विस्तृत जानकारी के लिए पोषक विशेषज्ञ से मिलें। 

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