आज के समय में ज्यादातर लोग जानते हैं कि खराब खान-पान और सेडेंटरी लाइफस्टाइल का असर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है। खराब लाइफस्टाइल की वजह से डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, मोटापा, हृदय रोग समेत कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। ऐसे में व्यक्ति फिट रखने के लिए हेल्दी खाना खाता है। इसके अलावा जिम में एक्सरसाइज करते हैं, साथ ही बाहर के जंक फूड को खाने से परहेज करते हैं। 
 
स्वस्थ जीवनशैली को अपनाने के बावजूद भी व्यक्ति को हार्ट अटैक और स्ट्रोक की समस्या होती है। इसका मतलब है कि व्यक्ति बाहर से फिट दिख रहा है लेकिन अंदर से स्वस्थ नहीं है। बीमारियों से बचने के लिए शरीर का अंदर से स्वस्थ रखना जरूरी है। 30 से 40 साल उम्र के व्यक्ति जो बाहर से एक दम फिट दिखते लेकिन इन्हें कभी भी हार्ट अटैक या स्ट्रोक हो सकता है। आइए उन कारणों के बारे में जानते हैं।
 
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युवाओं में हार्ट अटैक बढ़ने का कारण
- पर्याप्त मात्रा में नींद नहीं लेना
- जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज करना
- अत्यधिक तनाव लेना
- स्मोकिंग और वेपिंग
- शराब का सेवन
स्वस्थ रहने का सही मतलब क्या है?
फिट रहने का मतलब यह नहीं है कि आपके कैसे दिखते हैं? स्वस्थ रहने का मतलब है कि आपके शरीर का अंग कैसे काम कर रहा है? शरीर को स्वस्थ रखने के लिए रूटीन चेकअप करवाएं। इसके अलावा समय- समय पर ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर टेस्ट और कोलेस्ट्रोल के लेवल का टेस्ट करवाना चाहिए। अगर आपके शरीर में बैड कोलेस्ट्रोल (LDL) और ट्राइग्लिसराइड्स का लेवल ज्यादा हो गया तो आर्टिरीज ब्लॉक हो सकती है जिसकी वजह से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा विटामिन डी और विटामिन बी12 की कमी हार्ट पर प्रभाव डालती है।
 
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पर्याप्त नींद लेना- हर व्यक्ति को 7 से 8 घंटे की पर्याप्त नींद लेनी चाहिए। पर्याप्त नींद शरीर के लिए सबसे महत्वपूर्ण है। आज के समय में ज्यादातर लोग अनिंद्रा की समस्या से गुजर रहे हैं।
 
क्रोनिक स्ट्रेस- अत्यधिक तनाव की वजह से शरीर में कोर्टिसोल का लेवल बढ़ता है। कोर्टिसोल का हाई लेवल ब्ल्ड प्रेशर को बढ़ाने का काम करता है। अगर आपकी उम्र 30 साल से ज्यादा है तो ईसीजी करवाएं। इसके अलावा सीटीसी स्कैनिंग करवाएं।
 
व्यायाम करना- शरीर को स्वस्थ रखने के लिए रोजाना 45 मिनट व्यायाम करें। जरूरत से ज्यादा व्यायाम करना हृदय के लिए नुकसानदायक है। व्यायाम के साथ तनाव को दूर करने के लिए योग और मेडिटेशन करें।