गर्मियों के मौसम में लोग घूमने के लिए पहाड़ों पर जाते हैं। लोग ट्रैकिंग के लिए पहाड़ों पर जाते हैं। हाल ही में मुंबई की मशहूर ट्रैवल इन्फ्लुएंसर कामिया जानी ने अपने वीडियो में
लद्दाख के ट्रिप के बारे में बात की। उन्होंने बताया कि लद्दाख ट्रिप के दौरान एक्यूट माउंटेन सिकनेस की समस्या हुई थी।
एक्यूट माउंटेन सिकनेस के बारे में बात करते हुए कामिया ने बताया कि कैसे ऊंचाई पर ऑक्सीजन की कमी की वजह उन्हें बेचैनी महसूस होने लगी थी। आइए जानते हैं क्या होता है एक्यूट माउंटेन सिकनेस?
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क्या होता है एक्यूट माउंटेन सिकनेस?
एक्यूट माउंटेन सिकनेस आमतौर पर तब होता है जब आप 8 हजार फीट से अधिक की ऊंचाई पर होते हैं तो ऑक्सीजन की कमी होने लगती है। ऑक्सीजन की कमी की वजह से सिरदर्द, चक्कर आना, थकान और सांस लेने में तकलीफ होती है।
हल्के लक्षण दिखने पर इसे एक्यूट माउंटेन सिकेनस कहा जाता है। जब इसके कारण फेफड़ों पर असर पड़ता है तो इसे HAPE (हाई एल्टीट्यूड पल्मोनरी एडिमा) कहा जाता है। वहीं जब ऊंचाई की वजह से ब्रेन में सूजन आ जाती है तो उसे HACE ( हाई एल्टीट्यूड सेरेब्रल एडिमा) कहा जाता है। हेप और हेस खतरनाक स्थिति है और यह जानलेवा भी हो सकती है।
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माउंटेन में इन बातों का रखें ध्यान
पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं- एक्यूट माउंटेन सिकनेस से बचने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। माउंटेन में शराब या कॉफी का अधिक सेवन ना करें। ये दोनों चीजें शरीर को डिहाइड्रेट करती है।
डाइट- अपनी डाइट में साबूत अनाज, फल और सब्जियों को शामिल करें। ये चीजें शरीर को पर्याप्त मात्रा में एनर्जी देती है और पाचन तंत्र भी अच्छा रहता है। खाना हल्का रखें।
पर्याप्त आराम करें- शरीर को पर्याप्त मात्रा में आराम करने दें। अगर आप लेह में हैं तो इस बात का ध्यान रखें की पैरों को पूरा आराम मिलें।
ऑक्सीजन लेवल- अगर आप बहुत ज्यादा ऊंचाई पर ट्रैक कर रहे हैं तो पोर्टेबल ऑक्सीजन सिलेंडर का इस्तेमाल करें। अगर आपको सांस लेने में तकलीफ हो रही हैं तो ऑक्सीजन सिलेंडर का इस्तेमाल करें।
अगर आपको ऊंचाई पर ज्यादा परेशानी तो जल्द से जल्द नीचे जाएं। यह एक्यूट माउंटेन सिकनेस का सबसे शानदार इलाज है।