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हेल्दी डाइट के बाद भी नहीं घट रही पेट की चर्बी, एक्सपर्ट से समझें वजह

हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो करने के बाद भी आपका वजन नहीं घट रहा है। परेशान मत होइए। एक्सपर्ट से समझिए इसके पीछे का कारण

Hormonal balanced Diet

प्रतिकात्मक तस्वीर (Photo Credit: Freepik)

आज के समय में मोटापा सबसे बड़ी समस्या है। कई बार वजन घटाने के लिए हम सही डाइट फॉलो करते हैं। इसके अलावा इंटेंस वर्कआउट करते हैं उसके बाद भी वजन नहीं घटता है। क्या आपने कभी सोचा है कि सबकुछ करने के बावजूद पेट की चर्बी कम क्यों नहीं हो रही है? आपके सवाल का जवाब है हार्मोन इंबैलेंस है। आइए जानते हैं क्या होता है हार्मोन इंबैलेंस और इससे आपके शरीर पर क्या प्रभाव पड़ता है।

 

हार्मोन आपके शरीर में मैसेजर की तरह काम करता है जो दिमाग के मैसेज को शरीर के अन्य अंगों में पहुंचाता है। हार्मोन हमारी भूख से लेकर मेटाबॉल्जिम तक को चलाने का काम करता है। हमने इस बारे में न्यूट्रीप्लस की डायरेक्टर और सीनियर क्लीनिकल न्यूट्रिशनिस्ट डॉक्टर अंजलि फाटक से बात की। उन्होंने बताया कि हार्मोन इंबैलेंस को ठीक करने के लिए क्या करना चाहिए।

 

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सबसे पहले कराएं हार्मोन टेस्ट

 

डॉक्टर अंजिल फाठक ने बताया, 'सबसे पहले तो इंफ्लेमेशन मार्कर और हार्मोन्स का टेस्ट करवाना चाहिए ताकि समझ आए कि किस वजह से वजन नहीं घट रहा है। वजन नहीं घटने के पीछे कई कारण हो सकते हैं जैसे की थाइराइड की समस्या, मेटाबॉल्जिम रेट स्लो होना। हार्मोन इंबलैंस होने पर गर्दन पर लाइनिंग, त्वचा के टेक्सचर में बदलाव, एक्ने, पीरियड्स में डिस्टर्बेंस, चेहरे पर बाल आना, मांस पेशियों में दर्द जैसे कई लक्षण नजर आते हैं। शरीर में आपको कई साइन दिखते हैं जो शरीर के बारे में बताते हैं। उदाहरण के लिए कुछ लोगों का सब कुछ सामान्य रहता है लेकिन कोर्टिसोल (स्ट्रेस हार्मोन) बढ़ा हुआ रहता है तो न्यूट्रिशनिस्ट स्ट्रेस पर काम करेगा'।

 

उन्होंने आगे कहा, 'अगर किसो को PCOD या PCOS की समस्या है तो उसे बहुत इंटेंस वर्क आउट नहीं करना चाहिए। आपको स्ट्रेंथ ट्रेनिंग, वेट ट्रेनिंग करना चाहिए। इसके अलावा प्रणायाम और योगा करना चाहिए'।

 

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क्या होता है हार्मोनल बैलेंस डाइट

 

डॉक्टर अंजलि ने कहा, शरीर में जो भी हार्मोन कम या ज्यादा होता है उस हिसाब से डाइट में बदलाव किया जाता है। इसके लिए हम सबसे पहले गट हेल्थ पर ध्यान देते हैं। इसके बाद में डिटॉक्सफिकेशन, एंटी इंफ्लेमेटरी जिसमें एंटी ऑक्सीडेंट चीजों को शामिल करते हैं। हार्मोन को सपोर्ट करने के लिए डाइट में हाई प्रोटीन वाली चीजों को शामिल किया जाता है।

  • हेल्दी फैट्स- नट्स, चीया सीड्स, अलसी के बीज को शामिल करें। ये हार्मोन के प्रोडक्शन का सपोर्ट करते हैं।
  • हाई फाइबर - हरी सब्जियां, साबूत अनाज, ओट्स इन चीजों का सेवन करें। अगर एस्ट्रोजन का लेवल बढ़ गया है तो उसे कम करने के लिए इन चीजों को खा सकते हैं।
  • हाई प्रोटीन- दाल, छोला, पनीर, तोफू आदि का सेवन करें।
  • लो ग्लाइसमेक्स फूड- खीरा, लौकी, सब्जियां जिनमें फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है। इसके अलावा आप हल्दी, दालचीनी, अश्वगंधा आदि शामिल करें।
  • अगर आप थाइराइड के मरीज हैं तो पत्ता गोभी, ब्रोकली का सेवन ना करें। 
  • पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। शरीर को हाइड्रेटेड रखना बेहद जरूरी है।
  • पूरी नींद लें। रोजाना 8 से 9 घंटे की नींद लें।

किन चीजों को डाइट में शामिल करने से बचना चाहिए

 

प्रोसेस्ड फूड, शुगर वाली चीजें, कैफीन, शराब आदि का सेवन करने से बचना चाहिए। आप इस बात को समझें कि हार्मोन डाइट और फैट डाइट अलग अलग होती है। वजन कम करने के लिए अपने आपको भूखा रखने की गलती ना करें। 

 

 

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