पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के बीच केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड का पुनर्गठन किया है। रिसर्च एंड अनैलसिस विंग (R&AW) के पूर्व चीफ आलोक जोशी को इसका चेयरमैन बनाया गया है। आलोक जोशी के अलावा आर्मी, नेवी और एयरफोर्स के पूर्व अधिकारियों के साथ-साथ पूर्व IPS अधिकारियों को भी इस बोर्ड में शामिल किया गया है।
पहलगाम में हुए हमले के बाद से लगातार बैठकें हो रही हैं। इसी क्रम में बुधवार को कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी की मीटिंग हुई। इसके अलावा, कैबिनेट कमेटी ऑन पॉलिटिकल अफेयर्स (CCPA) और कैबिनेट कमेटी ऑन इकनॉमिक अफेयर्स (CCEA) की मीटिंग भी आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर बुलाई गई। इन सभी मीटिंग के बारे में 3 बजे कैबिनेट को ब्रीफ किया जाएगा। इससे पहले मंगलवार को पीएम मोदी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल, CDS जनरल अनिल चौहान और तीनों सेनाओं के चीफ के साथ बैठक की थी।
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NSAB में कौन-कौन होगा?
- आलोक जोशी (पूर्व RAW चीफ)- चेयरमैन
- पीएम सिन्हा (वेस्टर्न एयर कमांडर के पूर्व एयर मार्शल)
- लेफ्टिनेंट जनरल एके सिंह (साउदर्न आर्मी के पूर्व कमांडर)
- रियर एडमिरल मोंटी खन्ना (पूर्व नेवी अधिकारी)
- राजीव रंजन वर्मा (पूर्व IPS)
- मनमोहन सिंह (पूर्व IPS)
- बी वेंकटेश वर्मा (पूर्व IFS)
NSAB का काम क्या है?
साल 2016 में लोकसभा सांसद कुंवर भारतेंद्र ने संसद में एक सवाल पूछा था कि आखिर इस राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड का काम क्या है? इस सवाल के जवाब में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा था, 'NSAB का मुख्य काम लंबे समय के लिए विश्लेषण करना और राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (NSC) को अलग-अलग पहलुओं पर जानकारी देना है। साथ ही, अगर NSC किसी नीतिगित मामले पर सलाह या समाधान मांगे तो वहां पर भी NSAB अपनी राय और सुझाव दे सकता है।'