संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है। बुधवार को लोकसभा में चुनाव सुधारों पर चर्चा हुई। इस दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। कांग्रेस समेती विपक्षी पार्टियों की ओर से SIR का मुद्दा उठाए जाने पर अमित शाह ने कहा कि इस मुद्दे को इसलिए उठाया जा रहा है, क्योंकि अब वे 'भ्रष्ट तरीकों' से चुनाव नहीं जीत पाते। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की हार का कारण उनकी लीडरशिप थी, न कि EVM या 'वोट चोरी'।
चुनाव सुधारों पर बहस के दौरान अमित शाह ने आरोप लगाया कि विपक्ष 'अवैध घुसपैठियों' को वोटर लिस्ट में रखना चाहता और इसलिए SIR का मुद्दा उठाया गया लेकिन नरेंद्र मोदी सरकार की नीति साफ है- सभी विदेशियों का पता लगाओ, उनके नाम वोटर लिस्ट से हटाओ और उन्हें देश से बाहर निकालो।
अपने 90 मिनट के भाषण में SIR पर विपक्ष के आरोपों का जवाब दिया। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने उन्हें बीच में रोककर 'वोट चोरी' पर उनकी तीनों प्रेस कॉन्फ्रेंस पर बहस करने की चुनौती दे दी। इस कारण दोनों के बीच तीखी बहस भी हुई। कुछ देर बाद विपक्ष ने वॉकआउट कर दिया।
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अमित शाह ने बताया, कब-कब हुई वोट चोरी?
कांग्रेस समेत विपक्षी पार्टियां सरकार पर 'वोट चोरी' का इल्जाम लगाती रही हैं। इसे लेकर भी अमित शाह ने बुधवार को लोकसभा में जवाब दिया। उन्होंने दावा किया कि जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और सोनिया गांधी ने 'वोट चोरी' की थी।
अमित शाह ने कहा, 'आजादी के बाद देश का प्रधानमंत्री तय होना था। उस समय 28 वोट सरदार पटेल जी को मिले और 2 वोट जवाहरलाल नेहरू जी को मिले, और प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू जी बने।'
उन्होंने दावा किया कि दूसरी 'वोट चोरी' इंदिरा गांधी ने की थी। उन्होंने कहा, 'इंदिरा गांधी रायबरेली से चुनी गईं। राज नारायण जी इलाहाबाद हाई कोर्ट पहुंचे और कहा कि यह चुनाव नियमों के अनुसार नहीं हुआ है। हाई कोर्ट ने फैसला दिया कि यह चुनाव सही तरीके से नहीं जीता गया है, इसलिए इसे रद्द किया जाता है। उसके बाद इस 'वोट चोरी' को ढकने के लिए संसद में कानून लाया गया कि प्रधानमंत्री के खिलाफ कोई केस ही नहीं हो सकता।'
शाह ने कहा कि तीसरी 'वोट चोरी' का विवाद अभी सिविल कोर्ट में पहुंचा है कि सोनिया गांधी भारतीय नागरिक बनने से पहले वोटर कैसे बन गईं।
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'आपकी हार का कारण लीडरशिप है'
गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, 'कोई प्रेस कॉन्फ्रेंस में सवाल पूछता है तो उसे बीजेपी एजेंट बता दिया जाता है। अगर वे केस हारते हैं तो जज पर आरोप लगाते हैं। अगर चुनाव हारते हैं तो EVM पर दोष मढ़ते हैं। जब EVM का आरोप काम नहीं आया तो वोट चोरी की बात ले आए। फिर भी वे बिहार हार गए। आपकी हार का कारण आपकी लीडरशिप है, न कि EVM या वोटर लिस्ट।'
शाह ने कहा, 'उन्हें लगता है कि कोई उनसे जवाब नहीं मांगेगा। भगवान करे, मैं गलत साबित होऊं और एक दिन कांग्रेस कार्यकर्ता उनसे जवाबदेही मांगे।'
चुनाव आयोग पर सवाल उठाए जाने पर भी शाह ने कांग्रेस को घेरा। उन्होंने कहा, 'हम भी विपक्ष में बैठे हैं, हम जितना चुनाव जीते हैं, उससे ज्यादा हारे हैं। हम लोगों की पौना जिंदगी विपक्ष में चली गई। लेकिन हमने चुनाव आयोग या चुनाव आयुक्त पर कभी आरोप नहीं लगाया है।'
उन्होंने कहा, 'हम 2014 से 2025 तक लोकसभा और विधानसभा मिलकर कुल 44 चुनाव जीते हैं। लेकिन वे भी अलग-अलग विधानसभा मिलाकर कुल 30 चुनाव जीते हैं। अगर मतदाता सूची भ्रष्ट है, तो क्यों शपथ ली?'