कुछ दिनों पहले उत्तर प्रदेश के रायबरेली में हरिओम वाल्मीकि नाम के एक युवक को पीटकर मार डाला गया था। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। कांग्रेस के सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में हरिओम वाल्मीकि के घर पहुंचे और उनके परिवार से मुलाकात की। राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील की है कि हरिओम के परिवार को न्याय दें और अपराधियों की रक्षा न करें। यह घटना 1 अक्तूबर को हुई थी जब हरिओम वाल्मीकि को चोर समझकर इतना मारा गया था कि उनकी मौत हो गई थी। इस मामले में पुलिस ने अभी तक लगभग एक दर्जन लोगों को गिरफ्तार किया है और जांच की जा रही है।
हरिओम वाल्मीकि के परिवार से मुलाकात करने के लिए राहुल गांधी दिल्ली से सुबह-सुबह कार से निकले और सीधे फतेहपुर पहुंचे। शुरुआत में कहा जा रहा था कि राहुल गांधी से मिलने के लिए परिवार राजी नहीं है। कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि वहां राहुल गांधी के विरोध में पोस्टर भी लगाए गए। हालांकि, राहुल गांधी ने परिवार से मुलाकात की और इसकी तस्वीरें भी सामने आई हैं।
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क्या बोले राहुल गांधी?
इस बारे में जब राहुल गांधी से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'आपने तो देखा कि मैंने मुलाकात की। उनसे आधे घंटे बातचीत की। आज सुबह उनको धमकाया गया, सरकार के लोगों ने उन्हें धमकाया और कहा कि राहुल गांधी से नहीं मिलना है। आप वीडियो पर कहिए। यह उन्होंने हमें बताया लेकिन यह जरूरी नहीं है। मुझसे मिलें, न मिलें यह जरूरी नहीं है। जरूरी बात यह है कि ये अपराधी नहीं हैं। इन्होंने कोई गलती नहीं की है। इनके बेटे, भाई को मारा गया है। अपराधी दूसरे लोग हैं और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।'
राहुल गांधी ने आगे कहा, 'मैंने आज यहां आकर इनसे बात की, इनका दुख-दर्द सुना। हमारी पूरी कोशिश है कि हम जो भी इनकी मदद कर सकते हैं, सरकार में नहीं है तो ज्यादा मदद नहीं कर सकते हैं लेकिन जो भी कर सकते हैं, हम करेंगे और जहां भी दलितों पर अत्याचार होगा, वहां हम लड़ेंगे।'
इस मुलाकात के बाद हरिओम वाल्मीकि के भाई ने कहा है, 'हमने उन्हें अपनी समस्याएं बताई हैं और उन्होंने आश्वासन दिया है। हमने बता भी दिया कि सरकार हमारे साथ है और सरकार सारी कार्रवाई कर रही है।' परिवार को बंधक बना लेने के आरोपों पर उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है। हरिओम वाल्मीकि के चाचा चौधरी भक्त दास ने कहा है, 'प्रशासन-शासन लगा हुआ है, नौकरी का आदेश भी दिया है। मेडिकल कॉलेज में लड़के और लड़की को नौकरी का ज्वाइनिंग लेटर दिया है। हम जिला प्रशासन और शासन से संतुष्ट हैं।'
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CM योगी से की कार्रवाई की मांग
इस घटना का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा, 'कुछ दिन पहले दलित अफसर ने आत्महत्या की, मैं वहां गया था और आज मैं यहां आया हूं। अपराध इस परिवार ने नहीं किया, अपराध इनके खिलाफ किया गया और ऐसा लग रहा है कि ये अपराधी हैं। घर में बंद कर रखा है, डरा रहे हैं और ये सिर्फ न्याय मांग रहे हैं। हमारे बेटे को, हमारे भाई को मारा गया है, वीडियो लेकर उसकी हत्या की गई है। हम न्याय मांग रहे हैं। इनको घर से बाहर नहीं जाने दे रहे हैं। अंदर लड़की है जिसको ऑपरेशन करवाना है, वह नहीं करवा पा रही है क्योंकि सरकार ने उनको बंद कर रखा है। पूरे देश में दलितों पर अत्याचार, मर्डर और बलात्कार किया जा रहा है। मैं सीएम से कहना चाहता हूं कि इनको न्याय दीजिए, इनको सम्मान दीजिए और अपराधियों की रक्षा मत कीजिए।'
दरअसल, यह घटना राहुल गांधी के लोकसभा क्षेत्र रायबरेली में हुई थी। हरिओम वाल्मीकि का शव ईश्वर दासपुर रेलवे हाल्ट के पास मिला था। आरोप है कि भीड़ ने हरिओम वाल्मीकि को चोर समझकर पकड़ लिया था और इतना पीटा कि उनकी जान चली गई। इस घटना का वीडियो वायरल हुआ तो आरोपियों की पहचान करके उनकी गिरफ्तार की गई। इस बारे में राहुल गांधी ने पहले भी आवाज उठाई थी और कार्रवाई की मांग की थी।