फुटबॉल के सुपरस्टार लियोनेल मेसी के भारत दौरे को लेकर कोलकाता में बड़ा हंगामा हुआ था। अब इस मामले में आयोजक सताद्रु दत्ता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस को दत्ता ने बताया कि मेसी को इस टूर के लिए 89 करोड़ रुपये दिए गए थे। इसके अलावा सरकार को 11 करोड़ रुपये टैक्स के रूप में दिए गए। यानी कुल 100 करोड़ रुपये का खर्चा हुआ।
दत्ता ने दावा किया कि इस इवेंट पर 100 करोड़ रुपये खर्च हुए। इसमें कुछ पैसा स्पॉन्सर से आया और बाकी टिकट बिक्री से। लेकिन पुलिस को शक है क्योंकि स्पॉन्सर और टिकट की कमाई से सिर्फ 60-70% खर्च ही कवर हो रहा है। बाकी पैसे कहां से आए, यह साफ नहीं है। जांचकर्ताओं को लगता है कि इसमें काला धन (ब्लैक मनी) भी इस्तेमाल हुआ हो सकता है।
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मची थी अफरा-तफरी
सताद्रु दत्ता को साल्ट लेक स्टेडियम में हुई अफरा-तफरी के लिए जिम्मेदार माना गया है। भीड़ बहुत ज्यादा हो गई थी, लोग मेसी से सेल्फी लेने और उन्हें छूने की कोशिश कर रहे थे। दत्ता ने पुलिस को बताया कि मेसी को यह सब पसंद नहीं आया। उन्होंने अपने सुरक्षा अधिकारियों को भी शिकायत की थी कि लोग उन्हें पीठ पर छू रहे हैं और सेल्फी लेने के लिए बहुत पास आ रहे हैं। बार-बार ऐलान करने के बावजूद लोग नहीं माने।
पुलिस ने दत्ता के कई बैंक खातों से 22 करोड़ रुपये जब्त कर लिए हैं और खाते फ्रीज कर दिए हैं। दत्ता के घर पर भी छापेमारी हुई। दत्ता ने एक और बड़ा दावा किया कि शुरुआत में सिर्फ 150 ग्राउंड एक्सेस कार्ड जारी किए गए थे, लेकिन कई प्रभावशाली लोगों के दबाव में यह संख्या तीन गुना कर दी गई। पुलिस ने इस बात की पुष्टि नहीं की है।
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दो केस दर्ज हुए
पुलिस ने इस मामले में अब तक दो केस दर्ज किए हैं। एक स्वतः संज्ञान (सुओ मोटो) केस बिधाननगर साउथ थाने में दर्ज हुआ। इसमें अशांति फैलाने, तोड़फोड़, हिंसा और जनसुरक्षा को खतरे में डालने के आरोप हैं। दत्ता पर कई गैर-जमानती धाराएं भी लगाई गई हैं।
पुलिस ने ऑनलाइन टिकट बेचने वाली कंपनी को भी कहा था कि टिकट के पैसे दत्ता या उनकी कंपनी के खाते में न भेजे जाएं। जांच अभी चल रही है।