अफगान विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी 6 दिन के भारत के दौरे पर हैं। अफगानिस्तान में तालिबान का शासन आने के बाद भारत में उनकी पहली औपचारिक यात्रा है। 10 अक्टूबर को भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर से आमिर खान की मुलाकात भी हुई। विदेश मंत्री आमिर खान उत्तर प्रदेश के दौरे पर है। इस दौरे पर समाजवादी पार्टी के नेता जिया उर रहमान बर्क ने योगी आदित्यनाथ की सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि एसपी के नेता को तालिबान का समर्थन करने के लिए एफआईआर दर्ज कर दी गई थी, लेकिन अब उनके मंत्री को पूरी सुरक्षा दी जा रही हैं। उन्होंने सवाल पूछा कि अब किसको शर्म आनी चाहिए?
संभल से सांसद जिया उर रहमान बर्क ने फेसबुक पोस्ट शेयर किया जिसमें उन्होंने अफगानी विदेश मंत्री के यूपी दौरे को लेकर निशाना साधा। जिया उर ने कहा कि योगी आदित्यनाथ की सरकार ने पहले उनकी पार्टी के नेता शफीकुर्रहमान बर्क के खिलाफ 'तालिबान का समर्थन' करने वाली टिप्पणी के लिए एफआईआर दर्ज की थी। अब तालिबान के मंत्री को पूरी सुरक्षा दी जा रही है।
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क्यों योगी सरकार पर भड़के सपा सांसद?
उर रहमान बर्क ने लिखा, 'जब भारत सरकार खुद तालिबान के मंत्री आमिर खान को भारत आमंत्रित करती है और उनका स्वागत करती है, तो कोई सवाल नहीं उठाता। लेकिन जब संभल के सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क ने तालिबान के बारे में बयान दिया, तो योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शफीकुर्रहमान को शर्म आनी चाहिए। यूपी पुलिस ने इस बात के लिए उन पर एफआईआर दर्ज कर दी थी।'
आगे लिखा, 'अब, वही तालिबान मंत्री आगरा और देवबंद में ताजमहल का दौरा करेंगे, और योगी सरकार उन्हें पूरी सुरक्षा प्रदान करेगी। दोहरे मापदंड क्यों? अब, किसे शर्म आनी चाहिए, और किसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की जाएगी?'
शफीकुर्रहमान ने तालिबान पर कहा क्या था?
अगस्त 2021 में उस समय के संभल सांसद शफीकुर्रहमान ने अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे पर अपनी टिप्पणी से विवाद खड़ा कर दिया था। उस समय उन्होने अफगानिस्तान की तुलना भारत की आजादी की लड़ाई से की थी। उन्होंने तालिबान को एक ऐसी ताकत बताया था जिसने रूस या अमेरिका को अफगानिस्तान में अपनी जगह नहीं बनाने दी। शफीकुर्रहमान जिया उर रहमान के दादा थे जिनकी फरवरी 2024 में मृत्यु हो गई थी।
बीजेपी नेता राजेश सिंघल की शिकायत के बाद उन पर राजद्रोह का मामला दर्ज किया गया था। तत्कालीन सांसद पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी बढ़ाने और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से काम करने के आरोप भी लगे थे।
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उस समय शफीकुर्रहमान की टिप्पणी की योगी आदित्यनाथ ने भी तीखी आलोचना की थी। मुख्यमंत्री ने उस समय कहा था, 'वह बेशर्मी से तालिबान का समर्थन कर रहे थे। इसका मतलब है उनके बर्बर कृत्य का समर्थन करना। हम एक संसदीय लोकतंत्र हैं। हम कहां जा रहे हैं? हम ऐसे लोगों का समर्थन कर रहे हैं जो मानवता पर कलंक हैं।'
तालिबान विदेश मंत्री का दौरा
अफगान विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी 9 अक्टूबर को नई दिल्ली पहुंचे। 2021 में अफगानिस्तान से अमेरिका के जाने के बाद तालिबान की सत्ता में वापसी हुई। इसके बाद यह भारत की यात्रा करने वाले पहले तालिबान नेता हैं। उत्तर प्रदेश की अपनी यात्रा के दौरान, मंत्री ने सहारनपुर जिले में स्थित दारुल उलूम देवबंद इस्लामिक मदरसा का दौरा किया। रविवार यानी 12 अक्टूबर को विदेश मंत्री ताजमहल देखने के लिए आगरा जाएंगे।