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भारत से लौट रहे पाकिस्तानी बोले, 'जो हुआ, नहीं होना चाहिए था'

भारत सरकार के फैसले के बाद भारत में मौजूद पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे के अंदर अपने देश लौटना है। ऐसे में पाकिस्तानी नागरिक अटारी बॉर्डर के जरिए अपने देश जा रहे हैं।

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अटारी बॉर्डर की पुरानी तस्वीर, Photo Credit: PTI

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जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने कुछ कड़े फैसले लिए हैं। सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी की बैठक के बाद फैसला लिया गया है कि सिंधु नदी समझौता निलंबित किया जा रहा है और SAARC वीजा छूट के तहत भारत आए पाकिस्तानियों को 48 घंटे के अंदर भारत छोड़ने को कहा गया है। भारत ने अटारी बॉर्डर बंद करने की बात भी कही है। बुधवार शाम को यह फैसला होते ही गुरुवार सुबह से पाकिस्तानी नागरिक भारत से लौटने लगे हैं। ऐसे ही एक नागरिक ने कहा है कि जो हुआ गलत हुआ और ऐसा नहीं होना चाहिए। इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान की अवाम भी ऐसा नहीं चाहती और वह भी आपसी मेलजोल ही चाहती है। अटारी बॉर्डर बंद होने से भारत के भी उन लोगों को दिक्कतें हो रही हैं जो किसी न किसी काम से सीमा पार जाते रहते हैं।

 

भारत की ओर से SAARC वीजा छूट योजना (SVES) को निलंबित कर दिए जाने के चलते भारत आए पाकिस्तानियों को 48 घंटे के अंदर अपने देश लौटने को कह दिया गया है। इसके बाद पाकिस्तानी नागरिक अटारी-वाघा बॉर्डर पहुंचने लगे हैं। व्यापारियों को भी इस फैसले से धक्का लगेगा क्योंकि भारत और पाकिस्तान के बीच अटारी बॉर्डर के जरिए ही व्यापार भी होता है। आइए जानते हैं भारत से लौट रहे लोगों ने क्या कहा है...

 

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क्या बोले लौट रहे पाकिस्तानी?

 

पाकिस्तान के कराची से भारत आए मसूर ने बताया, 'मैं कराची से 20-25 दिन के लिए आया था। हमारे अजीज हैं दिल्ली के लिए, उनकी कंडोलेंस के लिए आए थे। जो हुआ, ऐसा होना नहीं चाहिए था। हम तो यही कहेंगे कि ऐसा करना नहीं चाहिए। हमारे यहां की अवाम ऐसा नहीं चाहती है। हम लोग तो मिलनसारी चाहते हैं। जो अवाम चाहती है, वह न तो वहां की सरकार करती है और न यहां की सरकार करती है। इसमें पाकिस्तान सरकार की कोई गलती नहीं है।'

 

 

ऐसे ही एक और पाकिस्तानी नागरिक ने कहा, 'हमको तो इसके बारे में कुछ नहीं मालूम, हम तो बस घूमने के लिए आए थे। 22 को वापसी थी, हम तो उसी के हिसाब से आ गए।' 

 

कराची से आए मोहम्मद जमील ने कहा, 'मैं कहता हूं कि खून किसी का भी बहे वह गहत है। चाहे मेरा हो या किसी और का हो, दिल सबका एक जैसे ही धड़कता है। फैसला तो सरकार का मामला है, मैं इसमें कुछ नहीं कह सकता।'

 

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बॉर्डर पार जाने वाले भारतीय भी फंसे

इसका असर भारतीय लोगों पर भी हुआ है। राजस्थान के शैतान सिंह अपनी शादी के लिए अमृतसर में अटारी बॉर्डर पार करके पाकिस्तान जाने वाले थे। शैतान सिंह ने कहा, 'जो आतंकियों ने किया, वह गलत है। अब बॉर्डर बंद कर दिया गया है तो हमें जाने नहीं दिया जा रहा है। देखते हैं क्या होता है।'

 


शैतान सिंह के परिवार के सुरेंद्र सिंह ने बताया, 'हम पाकिस्तान जा रहे थे। ये हमारे दादी सा हैं, इनके चार बेटे पाकिस्तान में रहते हैं। ये अभी हमको देखने आए थे, वापस जा रहे थे लेकिन ब़र्डर बंद हो गया है तो ये हताश हैं। सारा आना-जाना बंद हो गया है। टूरिस्ट पर हमला करके इन लोगों ने गलत किया है। इससे तो फिर सबको डर है। अब जब बॉर्डर नहीं खुलेगा तो हम लोग शादी के लिए कैसे जा सकते हैं। इन लोगों ने बहुत बड़ी गलती की है।' 


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