बड़ी संख्या में एच-1बी वीजा धारक भारत में फंस चुके हैं। उनके परिवार के लोग और बच्चे भी वापस नहीं लौट पा रहे हैं। कुछ के परिवार अमेरिका में हैं और वह भारत में फंसे हैं तो कोई अपने पूरे परिवार के साथ भारत में है। देशभर में एच-1बी वीजा धारकों में अफरा-तफरी का माहौल है। अब अमेरिका के आव्रजन वकीलों ने एच-1बी वीजा धारकों को भारत की यात्रा न करने की सलाह दी है। यह अफरा-तफरी अमेरिका के उस अधिसूचना के बाद मची है, जिसके में अमेरिका ने दिसंबर महीने में भारत के इंटरव्यू को अगले साल मार्च और अप्रैल तक टाल दिया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बड़ी संख्या में एच-1बी वीजा धारक दिसंबर में तय अपने इंटरव्यू के लिए भारत आए थे। मगर ऐन वक्त में उनको ईमेल के माध्यम से जानकारी दी गई है कि उनके इंटरव्यू को अगले साल मार्च, अप्रैल और मई महीने तक री-शेड्यूल किया गया है। इस बीच, आव्रजन विशेषज्ञ राहुल रेड्डी ने एच-1बी वीजा धारकों को भारत की यात्रा करने से बचने की सलाह दी। उनका कहना है कि इससे नौकरी जा सकती है। परिवार से अलग रहना पड़ सकता है। राहुल रेड्डी का कहना है कि जब तक आपके पासपोर्ट में वैध वीजा न हो तब तक वीजा स्टैम्पिंग के लिए विदेश यात्रा न करें।
यह भी पढ़ें: राजस्थान में फैक्ट्री को लेकर भड़की हिंसा, नाराज क्यों हैं हजारों किसान?
बता दें कि अमेरिका में दोबारा प्रवेश करने के लिए वीजा स्टैंप की जरूरत होती है। कई भारतीय एच-1बी वीजा धारक इसी वीजा स्टैंपिंग की खातिर भारत आए हैं। अब उनके पास इंतजार करने के सिवाय कोई विकल्प नहीं बचा है। वीजा स्टैपिंग सिर्फ अमेरिका में प्रवेश करते वक्त देखी जाती है। ऐसे में आव्रजन वकीलों की सलाह है कि अगर आप अमेरिका में हैं तो सिर्फ वीजा स्टैंपिंग की खातिर भारत या अन्य देशों की यात्रा न करें।
क्यों इंटरव्यू टाल रहा अमेरिका?
15 दिसंबर से अमेरिकी विदेश विभाग ने सोशल मीडिया स्क्रीनिंग अनिवार्य की है। इसके तहत सभी एच-1बी और एच-4 वीजा धारकों के सोशल मीडिया अकाउंट की स्क्रीनिंग की जानी है। वह कैसी पोस्ट करते हैं, कौन सी पोस्ट को लाइक करते हैं और अमेरिका के प्रति उनकी कैसी विचारधारा है? इस अतिरिक्त जांच के कारण रोजाना होने वाले इंटरव्यू को बड़े पैमाने पर कैंसिल किया जा रहा है।
यह भी पढ़ें: पाकिस्तान में ISI के पूर्व चीफ फैज हमीद को 14 साल की सजा, इमरान के बेहद करीबी
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक एक व्यक्ति ने कहा, 'उसे लंबी कोशिश के बाद सितंबर में अपना एच-1बी वीजा स्लॉट बुक किया था। 18 दिसंबर को होने वाले अपॉइमेंट को अचानक 30 मार्च 2026 तक बढ़ा दिया गया। जनवरी के पहले हफ्ते तक हमें अमेरिका लौटना है। अमेरिकी नागरिक बच्चों को वापस स्कूल जाना है। हमें तुरंत मदद की जरूरत है।' सबसे बड़ा संकट यह है कि अमेरिकी कंपनियां पांच महीने तक न तो छुट्टी दे सकती हैं और न ही वर्क फ्रोम होम। इस वजह से कई लोगों को अपनी नौकरी तक गंवानी पड़ सकती है।