साल 2026 में असम और तमिलनाडु में विधानसभा के चुनाव होने हैं। दोनों राज्यों में एक साथ मार्च-अप्रैल में चुनाव होने हैं यानी अब से लगभग 4-5 महीनों का समय बाकी है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने दोनों ही राज्यों के लिए अपने नेताओं को जिम्मेदारी बांटने की शुरुआत कर दी है। बीजेपी ने तमिलनाडु के लिए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बैजयंत पांडा को असम के लिए चुनाव प्रभारी बनाया है। इन दोनों के अलावा दो-दो नेताओं को असम और तमिलनाडु के लिए सह-प्रभारी भी बनाया गया है।
इससे पहले, बैजयंत पांडा को दिल्ली चुनाव में प्रभारी बनाया गया था और पर्दे के पीछे से ही काम करते हुए उन्होंने दिल्ली में बीजेपी को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। अब इन दोनों नेताओं के कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी है। बैजयंत पांडा को असम में सरकार बनाए रखने का काम मिला है तो पीयूष गोयल का काम है कि वह तमिलनाडु में बीजेपी को मजबूत करें और गठबंधन सहयोगियों के साथ बातचीत करें ताकि टकराव की स्थिति न बने।
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असम विधानसभा चुनाव
असम में पिछले 10 साल से बीजेपी की सरकार है। पहली सरकार में सर्बानंद सोनोवाल मुख्यमंत्री थे तो दूसरी बार हिमंता बिस्वा सरमा को मुख्यमंत्री बनाया गया। इस बार भी हिमंता की अगुवाई में ही बीजेपी चुनाव में उतरने जा रही है। वहीं, कांग्रेस ने सांसद और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गौरव गोगोई को आगे किया है। वह पूर्व सीएम तरुण गोगोई के बेटे भी हैं।
असम के लिए बीजेपी ने बैजयंत पांडा को प्रभारी बनाया है। उनके साथ जम्मू-कश्मीर विधानसभा में विपक्ष के नेता सुनील कुमार शर्मा और पूर्व केंद्रीय मंत्री दर्शना बेन को सह प्रभारी बनाया गया है। 2021 के असम चुनाव में भी बैजयंत पांडा को ही असम का प्रभारी बनाया गया था और उनकी मेहनत रंग लाई थी और बीजेपी अपनी सत्ता बचाने में कामयाब हुई थी। इसी साल सितंबर महीने में बैजयंत पांडा को तमिलाडु का प्रभारी बनाया गया था लेकिन अब उनकी जिम्मेदारी में बदलाव करते हुए फिर से असम की जिम्मेदारी दी गई है।
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तमिलनाडु विधानसभा चुनाव
दक्षिण भारत के राज्यों में तमिलनाडु एक ऐसा राज्य है जहां बीजेपी अपने दम पर कभी सरकार नहीं बना पाई है। लंबे समय से वह तमिलनाडु में खुद को मजबूत करने में जुटी हुई है। एक बार केंद्रीय गृहमंत्री ने एलान भी किया कि ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कझगम (AIADMK) से बीजेपी का गठबंधन होगा। हालांकि, इस गठबंधन की स्थिति स्पष्ट नहीं है। हालांकि, यह स्पष्ट है कि सत्ताधारी द्रविड़ मुनेत्र कझगम (DMK) और कांग्रेस के गठबंधन के खिलाफ बीजेपी भी एक गठबंधन बनाकर चुनाव में उतर सकती है।
तमिलनाडु में भी विधानसभा का कार्यकाल मई 2026 में खत्म होगा, ऐसे में पूरी संभावना है कि असम और तमिलनाडु के चुनाव साथ ही होंगे। तमिलनाडु के लिए बीजेपी ने पीयूष गोयल को प्रभारी बनाया है। उनके साथ केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और सिविल एविएशन मंत्रालय में राज्यमंत्री मुरलीधर मोहोल को सह प्रभारी बनाया गया है।