हरियाणा में कांग्रेस अब संगठन के स्तर पर बड़े बदलाव करने जा रही है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी जल्द ही हरियाणा में नया प्रदेश अध्यक्ष चुन सकती है। हाल ही में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने चंडीगढ़ का दौरा किया था, जिसके बाद यह अटकलें और तेज हो गई है। माना जा रहा है कि कांग्रेस जिलाध्यक्षों की नियुक्ति से पहले नए प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव कर सकती है।
यह नियुक्ति मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान की जगह पर होगी। लोकसभा औऱ विधानसभा चुनाव के दौरान उदयभान ने पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ मिलकर कांग्रेस को जिताने की कोशिश की थी लेकिन आरोप है कि प्रदेश अध्यक्ष के नाते उन्होंने सभी धड़ों को साथ लेकर काम नहीं किया। इसलिए उन्हें हटाकर अब किसी नए नेता को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की चर्चाएं तेज हो गईं हैं।
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राहुल गांधी के दौरे के मायने क्या?
हाल ही में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी चंडीगढ़ के दौरे पर आए थे। इस दौरान उन्होंने हरियाणा के कई सीनियर नेतओं और पर्यवेक्षकों के साथ लगभग 4 घंटे तक 3 दौर की बातचीत की थी।
बताया जा रहा है कि इस बातचीत के दौरान पूरा ध्यान संगठन के स्तर पर बदलाव करने पर था। कांग्रेस अब हरियाणा में नए सिरे से अपना संगठन तैयार करना चाहती है। हालांकि, यह करना आसान नहीं लगता है क्योंकि कांग्रेस में गुटबाजी हावी है। हालांकि, कई नेता राहुल गांधी तक प्रदेश अध्यक्ष को बदलने की बात पहुंचा चुके हैं।
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जिलाध्यक्ष से पहले आएगा प्रदेश अध्यक्ष
चंडीगढ़ दौरे के दौरान राहुल गांधी ने 30 जून तक जिलाध्यक्षों के चयन की प्रक्रिया पूरी करने को कहा है। इसकी जिम्मेदारी केंद्रीय और राज्य पर्यवेक्षकों को सौंपी गई है। एक केंद्रीय पर्यवेक्षक के साथ तीन राज्य पर्यवेक्षकों को लगाया गया है।
कांग्रेस आलाकमान का मानना है कि हरियाणा ने नए जिलाध्यक्षों के नाम की घोषणा नए प्रदेश अध्यक्ष से करवाई जाए। इसलिए माना जा रहा है कि जिलाध्यक्षों के चुनाव से पहले नया प्रदेश अध्यक्ष चुन लिया जाएगा।
हरियाणा के 22 जिलों में 33 जिलाध्यक्ष बनाए जाने हैं। सभी 22 जिलों में एक-एक केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। इनके साथ 3-3 राज्य पर्यवेक्षक रखे गए हैं। केंद्रीय और राज्य पर्यवेक्षकों के कामकाज पर नजर रखने की जिम्मेदारी दो सह प्रभारियों को सौंपी गई है। हरियाणा मामलों के सह-प्रभारी जितेंद्र बघेल को 12 और प्रफुल्ला गुड़धे को 10 जिले दिए गए हैं।
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प्रदेशाध्यक्ष के बाद विधायक दल का नेता
हरियाणा में नए प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव नहीं होने के कारण विधायक दल का नेता चुनने का काम भी अटका हुआ है। कांग्रेस आलाकमान का मानना है कि पहले नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति होगी और उसके बाद ही विधायक दल का नेता चुना जाएगा। बताया जा रहा है कि अगर किसी जाट को प्रदेश अध्यक्ष बनाय जाता है तो विधायक दल का नेता गैर जाट को बनाया जा सकता है।