कर्नाटक में कांग्रेस सरकार के मंत्री प्रियांक खड़गे ने RSS (राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ) को लेकर हाल ही में एक बयान दिया था, जिसमें उन्होंने सरकार आने पर RSS को बैन कर देने की बात कही थी। उनके इस बयान के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेताओं ने आपत्ति दर्ज कराई थी। ऐसे में खड़गे ने अपने बयान में बदलाव करते हुए कहा है कि RSS, सरकार की संपत्ति का इस्तेमाल करती है और बच्चों के मन में सांप्रदायिक विचार फैलाने का काम करती है। अपनी बात से पलटते हुए प्रियांक खड़गे ने कहा है कि उन्होंने तो कभी ऐसा कहा ही नहीं।
मंत्री प्रियांक खड़गे ने अपने पत्र में लिखा कि आरएसएस सरकारी स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय, मैदान और पुरातात्विक स्थलों का इस्तेमाल बच्चों को धर्म के लिए तैयार करने और उनके मन में सांप्रदायिक विचार डालने के लिए कर रहा है। उन्होंने कहा, 'मुझे किसको पूजा करनी है, क्या खाना है, क्या पहनना है, यह मेरे माता-पिता घर पर बताएंगे। स्कूल में बच्चों को पढ़ाई करनी चाहिए, जिससे वे गरीबी से बाहर निकल सकें।'
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'मैने कब कहा RSS बैन हो?'
कर्नाटक में कांग्रेस और बीजेपी के बीच चल रही जुबानी जंग अब और गर्म हो गई है। कांग्रेस के मंत्री प्रियांक खड़गे ने RSS को लेकर बड़ा बयान दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था, 'अगर केंद्र में हमारी सरकार बनी, तो हम RSS पर प्रतिबंध लगाएंगे।' इस बयान ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। इसी बीच खड़गे ने दोबारा एक बयान दिया है, जिसमें उन्होंने कहा, 'मैंने कब कहा कि RSS पर बैन लगाओ? वे सरकारी कॉलेज, स्कूल, विश्वविद्यालय, मैदान और पुरातात्विक स्थलों का इस्तेमाल किसलिए कर रहे हैं? वे बच्चों के मन में जहर घोल रहे हैं, उन्हें धर्म के लिए तैयार कर रहे हैं। मुझे किसकी पूजा करनी है, क्या खाना है, क्या पहनना है, यह मेरे माता-पिता घर पर बताएंगे। स्कूल में उन्हें पढ़ाई करनी चाहिए। वे वहां इसलिए आते हैं कि गरीबी से बाहर निकल सकें।'
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बीजेपी नेताओं पर फिर से साधा निशाना
प्रियांक खड़गे ने मीडिया बातचीत के दौरान कहा, 'बीजेपी नेताओं के बच्चे आरएसएस के शखाओं में क्यों नहीं जाते? वे गोरक्षक और धर्म रक्षक क्यों नहीं बन रहे? वे गाय का मूत्र क्यों नहीं पी रहे? जब तक हम राज्य में हैं, तब तक सरकारी संपत्ति का इस्तेमाल सांप्रदायिक नफरत फैलाने के लिए नहीं होगा।'