दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम ने एक ऐसे लड़के को गिरफ्तार किया है जिसने बैंक लूटने के लिए अपने ज्ञान का गलत इस्तेमाल कर डाला। 32 साल का दीप शुभम दिल्ली का रहने वाला है। ताज्जुब की बात यह है कि उसने दिल्ली यूनिवर्सिटी से केमिस्ट्री में एम.फिल किया है। उसने बैंक लूटने के लिए स्मोक बम का इस्तेमाल किया था, जो उसने खुद ही बनाया था।
DCP हर्ष इंदौरा के मुताबिक, 9 अक्टूबर की सूचना के आधार पर दीप को गिरफ्तार किया गया है। बिहार के सीतामढ़ी में पैदा हुआ दीप अपने पूरे परिवार के साथ 1990 के दशक में दिल्ली के बुराड़ी में बस गया था। आरोपी के पिता ने दिल्ली में एक कारोबार शुरू किया। भाई ने भी इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रखी है। आरोपी ने नानी के यहां रहकर बिहार के नामी स्कूल से 12वीं पास की और फिर बाद में दिल्ली आ गया।फरार होने के समय उसने 'ग्लॉसी गेज' नाम की इंटीरियर डिजाइनिंग कंपनी में काम भी किया था।
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इसने यहां के नॉर्थ कैंपस के किरोड़ीमल कॉलेज में B.Sc. ऑनर्स केमिस्ट्री में 2012 में डीयू में दाखिला लिया। M.Sc. और M.Phil केमिस्ट्री से कर लिया। इसके बाद CLAT की परीक्षा पास करके आंध्र प्रदेश के एक कॉलेज में LLB में दाखिला लिया। एक साल वहां पढ़ाई करने के बाद दिल्ली वापस आ गया। यहां दोबारा उसने किरोड़ीमल में एडमिशन लिया। आरोपी ने नोएडा के कॉल सेंटर कंपनी में जॉब भी किया है। इसी के बाद उसकी आर्थिक स्थिति खराब होने लगी। परिवार ने कोई मदद नहीं की जिसके बाद उसने क्राइम का रास्ता चुना।
बैंक डकैती के लिए बनाया स्मोक बम
साल 2017 में बिहार के सीतामढ़ी जिले के पुर्पी गांव में बैंक ऑफ इंडिया की ब्रांच में लूट की घटना हुई थी। लूट के दौरान स्मोक बम का इस्तेमाल किया गया था। इस बम में फायरक्रैकर, मिथाइल एसीटेट और बेंजीन मिलाकर स्मोक तैयार किया गया था। बैंक से 3.6 लाख की नकदी की लूट की गई थी। बाद में बिहार पुलिस ने इसे पकड़ कर अदालत में पेश किया था। अदालत ने उसे दोषी ठहराया था।
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दो बड़े ज्वेलरी शोरूम में की लूट
जेल से छुटने के बाद दीप की मुलाकात रितेश ठाकुर नाम के क्रिमिनल से हुई। दोनों ने मिलकर दिल्ली के मॉडल टाउन इलाके में दो ज्वेलरी की दुकानों में लूट की घटना को अंजाम दिया। 17 सितंबर 2021 को शॉप में लूटपाट से 6.06 लाख कैश और मोबाइल फोन लूटे। दूसरा मामला उसी के कुछ दिन बाद 25 अक्टूबर 2021 को आया जिसमें एक अन्य ज्वेलरी शॉप से 70000 की लूट की। दोनों मामले में अदालत ने उसे अपराधी घोषित कर दिया था।