वैदिक पंचांग के अनुसार, हर महीने कई व्रत और त्योहार मनाए जाते हैं, जिनका हिंदू धर्म में अपना एक विशेष महत्व होता है। इनमें एकादशी व्रत , मासिक शिवरात्रि व्रत और प्रदोष व्रत को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यह व्रत देवताओं का आशीर्वाद, सुख-समृद्धि और सौभाग्य प्राप्त करने में बहुत ही सहायक मानें जाते हैं।
बता दें कि अप्रैल महीना जल्द ही शुरू होने जा रहा है और इस माह में चैत्र दुर्गाष्टमी, रामनवमी, कामदा एकादशी, प्रदोष व्रत जैसे कई महत्वपूर्ण व्रत और त्योहार मनाए जाएंगे। आइए जानते हैं, अप्रैल महीने में मनाए जानें वाले सभी व्रत और त्योहारों की सूची।
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अप्रैल 2025 व्रत-त्योहार
- 01 अप्रैल 2025, मंगलवार- चतुर्थी व्रत
- 03 अप्रैल 2025, गुरुवार- रोहिणी व्रत
- 05 अप्रैल 2025, शनिवार- चैत्र दुर्गा अष्टमी व्रत
- 06 अप्रैल 2025, रविवार- राम नवमी
- 07 अप्रैल 2025, सोमवार- विश्व स्वास्थ्य दिवस
- 08 अप्रैल 2025, मंगलवार- कामदा एकादशी
- 10 अप्रैल 2025, गुरुवार- महावीर जयंती, प्रदोष व्रत
- 11 अप्रैल 2025, शुक्रवार- ज्योतिराव फुले जयंती
- 12 अप्रैल 2025, शनिवार- हनुमान जयंती, पूर्णिमा व्रत
- 14 अप्रैल 2025, सोमवार- अंबेडकर जयंती, बैसाखी, मेष संक्रांति
- 15 अप्रैल 2025, मंगलवार- बंगाली नव वर्ष
- 16 अप्रैल 2025, बुधवार- संकष्टी चतुर्थी
- 21 अप्रैल 2025, सोमवार- कालाष्टमी
- 22 अप्रैल 2025, मंगलवार- पृथ्वी दिवस
- 24 अप्रैल 2025, गुरुवार- वरुथिनी एकादशी
- 25 अप्रैल 2025, शुक्रवार- प्रदोष व्रत
- 26 अप्रैल 2025, शनिवार- मासिक शिवरात्रि
- 27 अप्रैल 2025, रविवार- अमावस्या
- 28 अप्रैल 2025, सोमवार- चंद्र दर्शन, सोमवार- व्रत
- 29 अप्रैल 2025, मंगलवार- परशुराम जयंती
- 30 अप्रैल 2025, बुधवार- अक्षय तृतीया, रोहिणी व्रत, मातंगी जयंती
चैत्र दुर्गाष्टमी व्रत
चैत्र दुर्गाष्टमी व्रत माता दुर्गा की उपासना के लिए समर्पित है। भक्त इस दिन व्रत रखते हैं और देवी दुर्गा की पूजा कर सुख-समृद्धि की कामना करते हैं। यह चैत्र नवरात्रि के आठवें दिन मनाया जाता है। शास्त्रों में भी इस व्रत के महत्व को विस्तार से बताया गया है।
रामनवमी
चैत्र महीने में रामनवमी पर्व का विशेष महत्व है। यह पर्व भगवान राम के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है। इस विशेष दिन पर श्री राम की विधिवत उपासना की जाती है और देशभर के धार्मिक स्थलों पर विभिन्न धार्मिक आयोजन किए जाते हैं। मान्यता है कि इस दिन पूजा-पाठ करने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
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वरुथिनी एकादशी व्रत
एकादशी व्रत हर महीने के कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि के दिन रखा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस व्रत का पालन करने से पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। कहा यह भी जाता है कि इस विशेष दिन पर पूजा-पाठ करने सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
प्रदोष व्रत
वैदिक पंचांग के अनुसार, प्रदोष व्रत का पालन हर महीने की त्रयोदशी तिथि के दिन रखा जाता है और यह व्रत भगवान शिव की उपासना के लिए समर्पित हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस व्रत का पालन करने से स्वास्थ्य, समृद्धि और मानसिक शांति प्राप्त होती है।
Disclaimer- यहां दी गई सभी जानकारी सामाजिक और धार्मिक आस्थाओं पर आधारित हैं।