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संकष्टी चतुर्थी किन मंत्रों से खुश होते हैं भगवान गणेश, यहां जानिए

भगवान गणेश की उपासना के लिए संकष्टी चतुर्थी व्रत को महत्वपूर्ण माना जाता है। आइए जानते हैं चतुर्थी व्रत पूजा विधि और मंत्र।

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भगवान गणेश।(Photo Credit: Canva)

वैदिक पंचांग के अनुसार, हर महीने की चतुर्थी तिथि के दिन भगवान गणेश की उपासना की जाती है, जिसे हिंदू धर्म में विशेष महत्व प्राप्त है। इन सबमें संकष्टी चतुर्थी का महत्व सबसे अधिक होता है। इस दिन श्रद्धालु व्रत रखते हैं और भगवान गणपति की उपासना करते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस विशेष दिन पर भगवान गणेश की उपासना करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है। आइए जानते हैं, इस दिन से जुड़े कुछ विशेष मंत्र और मान्यताएं।

गणेश जी के पांच शक्तिशाली मंत्र और उनका अर्थ

ॐ गं गणपतये नमः

 

अर्थ: इस मंत्र का जप करने से गणपति की कृपा प्राप्त होती है और सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं।

 

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ॐ वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभः। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥

 

अर्थ: हे वक्रतुण्ड, विशालकाय, सूर्य के समान प्रकाशमान गणेश, कृपया मेरे सभी कार्यों को निर्विघ्न रूप से पूर्ण करें।

 

ॐ एकदन्ताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि। तन्नो दंति प्रचोदयात्॥

 

अर्थ: हम एकदंत गणेश जी का ध्यान करते हैं, वक्रतुण्ड को स्मरण करते हैं, कृपया हमें सही बुद्धि प्रदान करें।

 

ॐ सिद्धि बुद्धि सहिताय श्री महागणाधिपतये नमः।

 

अर्थ: हे गणपति, जो सिद्धि और बुद्धि के स्वामी हैं, आपको मेरा नमन। कृपया हमें सफलता प्रदान करें।

 

ॐ श्री गणेशाय नमः।

 

अर्थ: इस सरल मंत्र का जप करने से भगवान गणेश का आशीर्वाद प्राप्त होता है और मन शांत रहता है।

 

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संकष्टी चतुर्थी पूजा विधि

संकष्टी चतुर्थी के दिन सुबह स्नान करें और साफ वस्त्र धारण करें। इसके बाद पूजा स्थल पर व्रत का संकल्प लें। पूजा के दौरान भगवान गणपति की मूर्ति या चित्र को एक चौकी पर स्थापित कर, लाल पुष्प, दूर्वा, मोदक और लड्डू अर्पित करें। दीप जलाकर गणेश जी के मंत्रों का जाप किया जाता है।

 

संकष्टी चतुर्थी तिथि के दिन चंद्रमा के दर्शन के बाद व्रत का पारण किया जाता है। चंद्रदेव को अर्घ्य देने के बाद ही भोजन ग्रहण किया जाता है। कहा जाता है कि जो व्यक्ति सच्चे मन से यह व्रत करता है, उसके जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और उसकी सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं।

 

Disclaimer- यहां दी गई सभी जानकारी सामाजिक और धार्मिक आस्थाओं पर आधारित हैं। Khabargaon इसकी पुष्टि नहीं करता।

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