Asia Cup Final: भारत और पाकिस्तान के बीच हुए टॉप-5 फाइनल की कहानी
एशिया कप 2025 का फाइनल भारत और पाकिस्तान के बीच खेला जाएगा। पढ़िए दोनों टीमों के बीच हुए ट़ॉप-5 फाइनल मैचों की कहानी।

अभिषेक शर्मा और हारिस रऊफ। (Photo Credit: PTI)
एशिया कप 2025 के फाइनल में भारत और पाकिस्तान की टक्कर होनी है। दोनों टीमें 28 सितंबर को दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खिताब के लिए आमने-सामने होंगी। एशिया कप के 41 साल के इतिहास में पहली बार खिताबी मुकाबले में ये दोनों टीमें भिड़ेंगी। भारतीय टीम ने 24 सितंबर को बांग्लादेश को हराकर फाइनल के लिए क्वालिफाई किया था। अगले दिन पाकिस्तान ने भी बांग्लादेश के खिलाफ जीत दर्ज कर खिताबी मुकाबले में जगह बना ली।
भारत और पाकिस्तान के बीच अब तक 12 फाइनल मुकाबले खेले जा चुके हैं। इनमें से पाकिस्तान ने 8 जीते हैं, जबकि टीम इंडिया 4 मैचों में विजयी रही है। आज हम इन्हीं 12 मैचों में से टॉप-5 मुकाबलों की कहानी बताएंगे।
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जब फाइनल में हुई रोमांच की सारी हदें पार
भारत और पाकिस्तान के बीच हुए फाइनल मैच की बात हो और 2007 टी20 वर्ल्ड कप का जिक्र ना हो, ऐसा हो ही नहीं सकता। दोनों चिर-प्रतिद्वंद्वी टीमें साउथ अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में भिड़ी थीं। भारत ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग करते हुए निर्धारित 20 ओवर में 5 विकेट के नुकसान पर 157 रन का स्कोर खड़ा किया था। सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने 54 गेंद में 75 रन की नायाब पारी खेली। छठे नंबर पर उतरे युवा रोहित शर्मा ने 16 गेंद नाबाद 30 रन जड़े थे, जिससे भारत चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुंचा।
इसके बाद गेंदबाजों ने धमाल मचाते हुए 77 रन के स्कोर तक पाकिस्तानी टीम के 6 विकेट गिरा दिए। आरपी सिंह और इरफान पठान ने कहर बरपाती हुई गेंदबाजी की। ऐसा लग रहा था कि पाकिस्तान को बड़ी हार का सामना करना पड़ेगा। हालांकि मिस्बाह उल हक ने 17वें ओवर में हरभजन सिंह के खिलाफ 3 छक्के लगाकर पूरी तस्वीर बदल दी। सोहैल तनवीर ने भी अगले ओवर ओवर में 2 छक्के लगाकर मुकाबले को रोमांचक बनाया। पाकिस्तान को जीत के लिए आखिरी ओवर में 13 रन की जरूरत थी और उसके हाथ में 1 विकेट था। भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने गेंद जोगिंदर शर्मा को थमाई। जोगिंदर शर्मा ने वाइड के साथ ओवर की शुरुआत की।
इसके बाद उन्होंने पहली लीगल गेंद डॉट डाली। दूसरी गेंद पर मिस्बाह ने लॉन्ग ऑफ के ऊपर से छक्का जड़ दिया। अब पाकिस्तान को 4 गेंद में 6 रन बनाने थे। मिस्बाह ने तीसरी गेंद पर स्कूप शॉट खेला, जो सीधे शॉर्ट फाइन लेग पर खड़े एस श्रीसंत के हाथों में चली गई और भारत वर्ल्ड चैंपियन बन गया। टीम इंडिया ने सांसें रोक देने वाले इस फाइनल मुकाबले में 5 रन से जीत दर्ज कर पहला टी20 वर्ल्ड कप खिताब जीतने का गौरव हासिल किया।
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#OnThisDay (2007): India wins the inaugural World T20 by 5 runs over Pakistan in front of 32,217 fans in Johannesburg. pic.twitter.com/cCOS7RRlO8
— ICC (@ICC) September 24, 2017
मियांदाद का वह चूभने वाला छक्का
ऑस्ट्रल-एशिया कप 1986 का फाइनल भारत और पाकिस्तान के बीच खेला गया था। शारजाह में टॉस गंवाकर पहले बैटिंग करते हुए भारत ने कृष्णमाचारी श्रीकांत (75), सुनील गावस्कर (92) और दिलीप वेंगसरकर के अर्धशतकों की मदद से निर्धारित 50 ओवर में 7 विकेट के नुकसान पर 245 रन बनाए। लक्ष्य का पीछा करने उतरी पाकिस्तान की टीम लगातार अंतराल पर झटके लगे। हालांकि जावेद मियांदाद ने शतक जड़कर उसे मुकाबले में बनाए रखा था। पाकिस्तान को जीत के लिए आखिरी गेंद पर 4 रन चाहिए थे। भारतीय तेज गेंदबाज चेतन शर्मा ने यॉर्कर का प्रयास किया लेकिन वह लो-फुल टॉस कर बैठे, जिसे मियांदाद ने छक्के के लिए भेजकर पाकिस्तान को 1 विकेट से रोमांचक जीत दिला दी। मियांदाद का यह छक्का दशकों बाद भी भारतीय फैंस नहीं भूले हैं।
1998 में भारत ने पाकिस्तान के जबड़े से छीनी जीत
बांग्लादेश की सरजमीं पर 1998 में सिल्वर जुबली इंडिपेंडेंस कप ट्राई सीरीज हुई। इसमें भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश ने हिस्सा लिया। भारत ने ग्रुप स्टेज में बांग्लादेश और पाकिस्तान को मात देते हुए फाइनल में जगह बनाई। वहीं पाकिस्तान ने बांग्लादेश के खिलाफ जीत हासिल कर फाइनल में प्रवेश किया। इस टूर्नामेंट में 3 फाइनल हुए। भारत ने पहला फाइनल 8 विकेट से जीता, जबकि पाकिस्तान दूसरे फाइनल में विजयी रहा। तीसरे और निर्णायक फाइनल में पाकिस्तान ने सईद अनवर (140) और एजाज अहमद (117) के शतकों की मदद से भारत के सामने 316 रन का विशाल लक्ष्य रखा।
यह मुकाबला 48-48 ओवर का हो रहा था। भारत की ओर से जवाबी हमले में सौरव गांगुली ने 124 रन की पारी खेली। उन्होंने रॉबिन सिंह (82) के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 179 रन की साझेदारी कर प्लेटफॉर्म तैयार किया। हालांकि यह साझेदारी टूटते ही भारतीय पारी बिखर गई। 250/1 के स्कोर से अचानक भारत का स्कोर 5 विकेट के नुकसान पर 281 रन हो गया। टीम इंडिया लड़खड़ाते हुए लक्ष्य के करीब पहुंची और फिर ऋषिकेश कानितकर ने मैच के आखिरी ओवर की पांचवीं गेंद पर चौका जड़कर जीत दिला दी। उस समय यह वनडे क्रिकेट का सबसे बड़ा सफल रन चेज था। भारत ने फाइनल 2-1 से जीत ट्रॉफी अपने नाम की।
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भारत ऑस्ट्रल-एशिया कप का फाइनल हारा
साल 1994 में भारत और पाकिस्तान के बीच ऑस्ट्रल-एशिया कप का फाइनल शारजाह में खेला गया। टीम इंडिया की कमान मोहम्मद अजहरुद्दीन के हाथों में थी। उन्होंने टॉस जीतकर पाकिस्तान को बैटिंग करने का न्योता दिया। पाकिस्तान ने निर्धारित 50 ओवर में 6 विकेट के नुकसान पर 250 रन बनाए। उसके लिए आमिर सोहेल और बासित अली ने अर्धशतक जड़े। जवाब में भारतीय टीम 47.4 ओवर में 211 रन पर सिमट गई। टीम इंडिया की ओर से विनोद कांबली ने सबसे ज्यादा 56 रन बनाए। वहीं 6 टीमों वाले इस टूर्नामेंट के फाइनल में सचिन तेंदुलकर के बल्ले से 24 रन निकले। अतुल बेडाडे ने 45 गेंद में 44 रन की तेज पारी खेली। मगर उनकी कोशिश बेकार चली गई।
बुमराह की वह नो-बॉल और फाइनल हार गया भारत
ICC चैंपियंस ट्रॉफी 2017 के फाइनल में भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने पाकिस्तानी ओपनर फखर जमान को चौथे ओवर में ही आउट कर दिया था। मगर नो-बॉल होने के चलते फखर बच गए। बुमराह ओवरस्टेप कर बैठे थे। फखर ने इस जीवनदान का फायदा उठाया और 106 गेंद में 114 रन की धमाकेदार पारी खेली। उनके ओपनिंग पार्टनर अजहर अली ने भी 59 रन बनाए। दोनों के बीच 128 रन की साझेदारी हुई। तीसरे नंबर पर उतरे बाबर आजम ने 46 रन बनाए। इसके बाद मोहम्मद हफीज (नाबाद 57) ने पाकिस्तान को बेहतरीन फिनिश दी। इस तरह पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने पर पाकिस्तान ने लंदन के ओवल ग्राउंड में 4 विकेट के नुकसान पर 338 रन का स्कोर खड़ा कर लिया।
Fakhar Zaman's blistering 114 and an equally 💥 bowling performance from Mohammad Amir and Hasan Ali helped Pakistan clinch the 2017 ICC Champions Trophy against India on this day 🏆
— ICC (@ICC) June 18, 2020
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फाइनल जैसे दबाव वाले मैच में 339 रन के विशाल टारगेट का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की हार पावरप्ले में ही तय हो गई। मोहम्मद आमिर ने टीम इंडिया के टॉप-3 को सस्ते में निपटाया। रोहित शर्मा (0), कप्तान विराट कोहली (5) और शिखर धवन (21) उनके शिकार बने। युवराज सिंह (22) और महेंद्र सिंह धोनी (4) भी कुछ खास नहीं कर पाए। हार्दिक पंड्या ने लोअर ऑर्डर में 43 गेंद में 76 रन ठोक उम्मीद जगाई लेकिन रवींद्र जडेजा के साथ गलतफहमी का शिकार होकर वह रन आउट हो गए। भारत को इस मुकाबले में 180 रन से करारी हार झेलनी पड़ी।
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