भारतीय टीम अजेय रहते हुए एशिया कप 2025 के फाइनल में पहुंची है। खिताबी मुकाबले में सूर्यकुमार यादव ब्रिगेड का सामना रविवार (28 सितंबर) को चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से होगा। टीम इंडिया इस एशिया कप में पाकिस्तान को दो बार शिकस्त दे चुकी है। भारत ने पहले ग्रुप स्टेज में पाकिस्तान को मात दी थी। इसके बाद सुपर-4 में उसे हराया। अब भारतीय टीम की नजरें पाक टीम के खिलाफ जीत की हैट्रिक लगाते हुए रिकॉर्ड 9वीं एशिया कप खिताब अपने नाम करने पर होंगी।
दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में होने वाले मेगा फाइनल में टीम इंडिया के कप्तान सूर्यकुमार यादव भी अपनी छाप छोड़ना चाहेंगे। उनकी कप्तानी बेहतरीन रही है लेकिन वह अब तक इस टूर्नामेंट में अपनी ख्याति के मुताबिक चमक बिखेरने में नाकाम रहे हैं। सूर्या का एशिया कप 2025 में बेस्ट प्रदर्शन पाकिस्तान के खिलाफ ग्रुप स्टेज के मैच में नाबाद 47 रन रहा है। उन्होंने यह पारी तब खेली जब टीम जीत के लिए छोटे लक्ष्य का पीछा कर रही थी और आक्रामक सलामी बल्लेबाज अभिषेक शर्मा ने 31 रन की ताबड़तोड़ पारी खेल टीम के अन्य बल्लेबाजों से दबाव पूरी तरह से हटा दिया था।
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कप्तान बनने के बाद सूर्या के प्रदर्शन में आई गिरावट
रोहित शर्मा ने 2024 टी20 वर्ल्ड कप में खिताबी जीत के बाद इस फॉर्मेट से संन्यास ले लिया था। उनके रिटायरमेंट के बाद सूर्या ने भारतीय टी20 टीम की बागडोर संभाली। सूर्या की कप्तानी में भारतीय टीम लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रही है लेकिन कप्तान बनने के बाद से उनकी बल्लेबाजी में थोड़ी गिरावट देखने को मिली है। इसका बड़ा कारण यह है कि उन्होंने बल्लेबाजी क्रम में लगातार बदलाव किया है। सूर्या युवा खिलाड़ियों को बल्लेबाजी का ज्यादा मौका देने के लिए अपनी बैटिंग पोजिशन को आगे-पीछे करते रहे हैं।
सूर्या ने पिछले साल 17 पारियों में 4 अर्धशतकों की मदद से 429 रन बनाए थे। उन्होंने इस दौरान 283 गेंद खेली और उनका स्ट्राइक रेट 151.59 रहा। इन 17 पारियों में उन्होंने 41 चौके और 22 छक्के लगाए। उनकी डॉट गेंद का प्रतिशत 35 के आसपास का रहा। इस साल की बात करें तो सूर्या 10 पारियों में 90 गेंद पर सिर्फ 99 रन ही बना पाए हैं।
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इस साल डॉट बॉल प्रतिशत भी बढ़ा
टी20 इंटरनेशनल में सूर्या का इस साल स्ट्राइक रेट महज 110 है। इसका मेन कारण ये है कि ज्यादातर मैचों में भारतीय टीम इतनी हावी रही है कि पहले गेंदबाजी करने पर उसे जीत के लिए छोटे लक्ष्य मिले हैं। टीम ने जब पहले बल्लेबाजी की तो अभिषेक और संजू सैमसन जैसे खिलाड़ियों की बड़ी पारियों के कारण सूर्या को क्रीज पर समय बिताने का बहुत कम समय मिला है। हालांकि चिंताजनक बात ये है कि वह इस साल खेले 10 पारियों में सिर्फ 10 चौके और 3 छक्के ही लगा पाए हैं। उनकी डॉट बॉल का प्रतिशत लगभग 48 तक बढ़ गया है। इसका मतलब है कि सूर्या लगभग हर दो गेंद में एक डॉट बॉल खेल रहे हैं।