भारत और श्रीलंका की मेजबानी में अगला महिला ODI वर्ल्ड कप खेला जाना है। टूर्नामेंट की शुरुआत 14 सितंबर से होगी। भारतीय महिला टीम कभी भी वर्ल्ड कप नहीं जीत पाई है। उसके पास घरेलू सरजमीं पर इतिहास रचना का मौका है। टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर भी मानती हैं कि इस बैरियर को तोड़ना होगा। उन्होंने महिला वर्ल्ड कप 2025 ट्रॉफी के अनावरण समारोह में कहा कि मुझे युवी भैया (युवराज सिंह) से काफी प्रेरणा मिलती है।
इस समारोह में ऑलराउंडर युवराज सिंह भी उपस्थित थे। युवराज भारतीय पुरुष टीम की 2011 वर्ल्ड कप जीत के हीरो रहे थे। मुंबई में हुए ट्रॉफी अनावरण समारोह में पूर्व कप्तान मिताली राज के अलावा हरनप्रीत की टीम की साथी स्मृति मंधाना और जेमिमाह रॉड्रिग्स भी थीं।
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खत्म होगा देश का इंतजार
हरमनप्रीत ने समारोह में कहा, 'हम उस (वर्ल्ड ना जीतने के) बैरियर को तोड़ना चाहते हैं जिसका सभी भारतीय इंतजार कर रहे हैं। वर्ल्ड कप हमेशा खास होता है। मैं हमेशा अपने देश के लिए कुछ खास करना चाहती हूं। जब भी मैं युवी भैया (युवराज सिंह) को देखती हूं तो मुझे काफी प्रेरणा मिलती है।'
हालिया समय में भारतीय टीम का प्रदर्शन शानदार रहा है। उसने इंग्लैंड दौरे पर टी20 और वनडे सीरीज अपने नाम किया। टीम इंडिया वर्ल्ड कप से पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 3 वनडे मैचों की घरेलू सीरीज खेलेगी। ऑस्ट्रेलियाई टीम 7 बार वनडे वर्ल्ड कप जीत चुकी है और वह इस बार भी खिताब की प्रबल दावेदार है। हरमनप्रीत ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में टीम को खुद को परखने का मौका मिलेगा।
हरमनप्रीत ने कहा, 'ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलना हमेशा चुनौतीपूर्ण होता है और हमें इससे अपनी स्थिति का पता चलता है। यह सीरीज हमारे लिए बेहद महत्वपूर्ण है और इससे हमारा आत्मविश्वास बढ़ेगा। हम कड़ी मेहनत कर रहे हैं जिसके परिणाम सामने आ रहे हैं।'
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युवराज ने टीम को दी ये सलाह
युवराज सिंह ने भारतीय महिला खिलाड़ियों से कहा कि उन्हें अतिरिक्त दबाव नहीं लेना चाहिए। भले ही इतिहास रचने का मौका है लेकिन शुरू से ही चैंपियन बनने के बारे में सोचकर खुद को दबाव में डालना सही नहीं होगा।
उन्होंने कहा, 'मैं कहूंगा कि परिस्थिति के अनुसार खेलें, अपेक्षा के अनुसार नहीं और प्रेजेंट में बने रहें। यह इतिहास रचने का शानदार मौका है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप शुरू से ही चैंपियन बनने के बारे में सोचने लग जाओ। आपको इस पूरी प्रक्रिया को महसूस करना होगा कि हमने कड़ी मेहनत की है और परिणाम हमारे अनुकूल रहेंगे। आपको खुद पर भरोसा रखना होगा और यह विश्वास बनाए रखना होगा कि आप देश के लिए मैच जीत सकते हैं।'