विराट कोहली ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की सीरीज में 302 रन बनाकर प्लेयर ऑफ द सीरीज का अवॉर्ड जीता। उनका कहना है कि पिछले 2–3 सालों में उन्होंने ऐसी बल्लेबाज़ी नहीं की थी। पिछले 4 ODI में उनके 376 रन, दो शतक और केवल दो बार आउट होने के आंकड़े यह साबित करते हैं कि उनके क्रिकेट भविष्य पर उठ रहे सवाल अब पूरी तरह खत्म हो चुके हैं। उन्होंने सिर्फ 45 गेंदों में नाबाद 65 रन बनाकर भारत के लिए 39.5 ओवर में 271 रन के लक्ष्य का पीछा करना बेहद आसान बना दिया।
घर पर 11 में से 10वीं ODI सीरीज जीतने के बाद पूर्व स्पिनर मुरली कार्तिक से बात करते हुए कहा, 'ईमानदारी से कहूं तो, सीरीज़ में मैंने जिस तरह से खेला है, वह मेरे लिए सबसे संतोषजनक बात है।'
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'मैं आजाद महसूस कर रहा'
विराट ने कहा, 'मैं अपने मन में सच में आजाद महसूस कर रहा हूं। मैंने 2-3 साल में ऐसा नहीं खेला था। पूरा गेम अच्छी तरह से बन रहा है। मैंने अपने स्टैंडर्ड बनाए रखने और असर डालने की कोशिश की है। मुझे पता है कि जब मैं बीच में इस तरह बैटिंग कर सकता हूं, तो इससे टीम को बहुत मदद मिलती है। इससे मुझे कॉन्फिडेंस मिलता है, बीच में कोई भी सिचुएशन हो, मैं उसे संभाल सकता हूं और टीम के पक्ष में ला सकता हूं।'
भारत के कप्तान रह चुके विराट ने बताया कि उनके लंबे करियर में कई ऐसे मौके आए जब उन्हें अपनी बैटिंग की काबिलियत पर शक हुआ लेकिन वह कभी भी चैलेंज से पीछे नहीं हटे। विराट ने कहा, ' जब आप लंबे समय तक लगभग 15-16 साल खेलते हैं तो आपको खुद पर शक होता है। खासकर एक बैंटर के तौर पर जब एक गलती आपको आउट कर सकती है। यह खुद को बेहतर बनाने और पर्सनल ग्रोथ का पूरा सफर है। यह आपको एक इंसान के तौर पर बेहतर बनाता है और आपके टेम्परामेंट को भी बेहतर बनाता है। मुझे बस खुशी है कि मैं अभी भी टीम में अपना योगदान दे पा रहा हूं।'
स्ट्राइक रेट 100 से ज्यादा
इस सीरीज में विराट कोहली की एक खास बात उनकी छक्के मारने की काबिलियत थी। उन्होंने तीन मैचों में सबसे ज्यादा 12 छक्के मारे और हर ODI में उनका स्ट्राइक रेट 100 से ज्यादा था। कार्तिक ने उनके छक्के मारने के तरीके पर पूछा तो उन्होंने कहा, 'जब मैं आजादी से खेलता हूं तो मुझे पता होता है कि मैं छक्के मार सकता हूं। हमेशा ऐसे लेवल होते हैं जिन्हें आप अनलॉक कर सकते हैं।' विराट के नाम पर अब तक 53 ODI सेंचुरी का वर्ल्ड रिकॉर्ड है उन्होंने रांची में अपनी जबरदस्त 135 रन की पारी को इस सीरीज की बेस्ट पारी बताया जिसमें भारत 2-1 से जीता।
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उन्होंने कहा, 'मैंने ऑस्ट्रेलिया के बाद से कोई गेम नहीं खेला था। इतने लंबे समय के बाद रांची में पहला मैच खेला और उस दिन आपकी एनर्जी कैसी होती है। रांची मेरे लिए बहुत खास है। मैं इन तीन गेम के लिए बहुत शुक्रगुजार हूं।'
भारत की एक और आसान जीत के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ऐसी सिचुएशन टीम का बेस्ट सामने लाती है। उन्होंने कहा, ' इससे हमेशा हमारा बेस्ट सामने आया है और हम उसी के लिए खेलना चाहते हैं। जब 1-1 से बराबरी होती है तो हम टीम के लिए कुछ खास करना चाहते हैं और इसलिए हम इतने लंबे समय तक टीम के लिए खेले हैं। बस खुशी है कि हम दोनों (रोहित शर्मा) इतने लंबे समय तक ऐसा करते रहे।'