मोहम्मद शमी का वनवास जल्द खत्म होने वाला है। 2023 ODI वर्ल्ड कप में विकेटों की झड़ी लगाने के बाद शमी फिटनेस और फॉर्म के चलते एक साल से भी ज्यादा सयम तक भारतीय टीम से बाहर रहे थे। इस साल की शुरुआत में इंग्लैंड के खिलाफ व्हाइट बॉल सीरीज के लिए उनकी टीम इंडिया में वापसी हुई। शमी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भी खेले। इस टूर्नामेंट में भारत की ओर से सबसे ज्यादा विकेट चटकाने के मामले में वह वरुण चक्रवर्ती के साथ नंबर-1 पर रहे। हालांकि इसके बाद उन्हें एक बार फिर भूला दिया गया।
35 साल के मोहम्मद शमी करीब 10 महीने से भारतीय टीम से दूर हैं। उन्होंने टीम इंडिया के लिए आखिरी मैच चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल के रूप में खेला था। इसके बाद से वह घरेलू क्रिकेट में लगातार पसीना बहा रहे हैं। शमी की मेहनत ने उन्हें फिर से लगातार चर्चा में बनाए रखा है। अब खबर आ रही है इस दाएं हाथ के तेज गेंदबाज को न्यूजीलैंड के खिलाफ आगामी ODI सीरीज के लिए भारतीय टीम में शामिल किया जा सकता है। वह सेलेक्टर्स के प्लान्स का हिस्सा हैं।
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2027 ODI वर्ल्ड कप खेलेंगे शमी?
मोहम्मद शमी घरेलू क्रिकेट में पिछले 10 मैचों में 22 विकेट चटका चुके हैं। उन्होंने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में कहर बरपाने के बाद विजय हजारे ट्रॉफी में लय को बरकरार रखा है। इससे पहले उन्होंने मौजूद रणजी सीजन के पहले चरण में 4 मैचों में 20 विकेट लिए थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनको लेकर प्लानिंग चल रही है। वह न्यूजीलैंड के खिलाफ 11 जनवरी से शुरू हो रही वनडे सीरीज के लिए सेलेक्ट होने के करीब हैं। अगर उनकी इस सीरीज के लिए भारतीय टीम में वापसी होती है तो वह 2027 ODI वर्ल्ड कप खेलने की रेस में शामिल हो जाएंगे।
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शमी के लिए कैसे बनेगी जगह?
वनडे क्रिकेट में टीम इंडिया कई तेज गेंदबाजी कॉम्बिनेशन को आजमा चुकी है। जसप्रीत बुमराह टीम इंडिया के लिए 2023 वनडे वर्ल्ड कप फाइनल के बाद से इस फॉर्मेट में नहीं खेले हैं। बुमराह की गैरमौजूदगी में हर्षित राणा, प्रसिद्ध कृष्णा और अर्शदीप सिंह को लगातार मौके मिले हैं। हालांकि यह तिकड़ी उतनी कारगर नहीं रही है। समझा जा रहा है कि आगामी वनडे वर्ल्ड कप के लिए इनमें से सिर्फ हर्षित राणा का नाम ही आगे चल रहा है, क्योंकि वह बल्लेबाजी भी कर सकते हैं।
बुमराह के साथ मोहम्मद सिराज तेज गेंदबाजी युनिट की अगुवाई कर सकते हैं। अगला वनडे वर्ल्ड कप साउथ अफ्रीका, जिम्बाब्वे और नामीबिया की संयुक्त मेजबानी में खेला जाएगा। भारतीय टीम अपने ज्यादा मुकाबले साउथ अफ्रीका में खेलेगी, जहां की उछाल भरी पिचें 3 से ज्यादा तेज गेंदबाजों को स्क्वॉड में रखने की अनुमति देती है। ऐसे में मोहम्मद शमी को चौथे तेज गेंदबाज के तौर पर रखा जा सकता है। उनके आने से पेस बॉलिंग युनिट को और मजबूत मिलेगी।
भारतीय टीम को कितना फायदा होगा?
शमी वनडे वर्ल्ड कप के इतिहास में भारत के सबसे सफल गेंदबाज हैं। उन्होंने महज 18 पारियों में 55 विकेट झटके हैं। बड़े मैचों का उनका अनुभव और साउथ अफ्रीकी पिचों पर उनके रिकॉर्ड को देखते हुए उन्हें वर्ल्ड कप खिलाना फायदेमंद रहेगा। शमी ने साउथ अफ्रीका में अब तक 3 वनडे मैच खेले हैं। इन तीनों मैचों में उन्होंने 3-3 विकेट लिए हैं। वहीं साउथ अफ्रीकी सरजमीं पर 11 टेस्ट मैचों में उनके नाम 35 विकेट दर्ज हैं।