logo

ट्रेंडिंग:

बिहार: पुलिस पर सख्ती, ड्यूटी पर मोबाइल चलाने वाले नपेंगे

बिहार में पुलिस पूरी मुस्तैदी से काम कर सके इसके लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को अधिकार दिया गया है कि वे उनके खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश कर सकेंगे।

Representational Image । Photo Credit: AI Generated

प्रतीकात्मक तस्वीर । Photo Credit: AI Generated

संजय सिंह, पटना। स्मार्ट फोन के बढ़ते उपयोग ने पुलिसकर्मियों की ड्यूटी में लापरवाही को बढ़ावा दिया है। ड्यूटी के दौरान गेम खेलने, गाना सुनने, रील बनाने और देखने में व्यस्त रहने वाले पुलिसकर्मियों पर अब सख्त कार्रवाई की तैयारी है। इस प्रवृत्ति के कारण अपराध नियंत्रण और कानून-व्यवस्था में बाधा उत्पन्न हो रही है। पुलिस विभाग ने समय-समय पर स्मार्ट फोन के दुरुपयोग को रोकने के लिए आदेश जारी किए, लेकिन इनका पालन नहीं हो रहा। अब वरिष्ठ अधिकारियों को ऐसे पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा करने का अधिकार दिया गया है।

 

पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) राजीव मिश्रा ने अपने कार्यकाल के दौरान देखा कि स्मार्ट फोन के कारण पुलिसकर्मी अपने कर्तव्यों का निर्वहन ठीक से नहीं कर रहे। उन्होंने इस पर रोक लगाने के लिए सरकारी आदेश जारी किया, लेकिन कुछ ही दिनों बाद यह आदेश बेअसर हो गया। जूनियर पुलिसकर्मी ही नहीं, कुछ वरिष्ठ अधिकारी भी रील बनाने और सस्ती लोकप्रियता हासिल करने में जुट गए। ड्यूटी के दौरान स्मार्ट फोन का इस्तेमाल, खासकर रील बनाने और देखने में, धड़ल्ले से जारी रहा।

 

यह भी पढ़ेंः थाने में दबा कर रखा जाता है अपराधियों के खिलाफ कोर्ट से जारी वारंट

महिला पुलिसकर्मियों में गेम और गाने का क्रेज  

पिछले कुछ वर्षों में पुलिस विभाग में महिलाओं की भर्ती बड़े पैमाने पर हुई है। इनमें से कई महिला पुलिसकर्मी ड्यूटी के दौरान गेम खेलने, गाना सुनने और वीडियो कॉल पर बात करने में व्यस्त रहती हैं। कुछ महिला पुलिसकर्मियों के नाच-गाने वाले वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे फेसबुक पर भी वायरल हो चुके हैं। विभागीय आदेशों का न तो उन्हें डर है और न ही कोई परहेज है।

2019 से धूल फांक रहा आदेश  

स्मार्ट फोन के दुरुपयोग पर रोक लगाने का पहला आदेश 2019 में तत्कालीन अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) कुंदन कृष्णन ने जारी किया था। शुरुआत में उनके आदेश का असर दिखा, लेकिन जल्द ही पुलिसकर्मियों ने इसे नजरअंदाज कर दिया। स्मार्ट फोन का चलन बढ़ता गया। 2021 में पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एस.के. सिंघल ने भी कार्यों की समीक्षा के दौरान पाया कि स्मार्ट फोन के कारण ड्यूटी में बाधा आ रही है। उनके आदेश पर भी मोबाइल फोन के उपयोग पर रोक लगाई गई, लेकिन यह भी ज्यादा समय तक प्रभावी नहीं रहा। कोई न कोई बहाना बनाकर पुलिसकर्मी स्मार्ट फोन का इस्तेमाल करते रहे।

नया गाइडलाइन और सख्ती की तैयारी  

अब पुलिस मुख्यालय स्मार्ट फोन के दुरुपयोग को लेकर नया गाइडलाइन जारी करने की योजना बना रहा है। वर्तमान डीजीपी विनय कुमार ने इस दिशा में सख्त कदम उठाना शुरू कर दिया है। हाल ही में एक पुलिसकर्मी को ड्यूटी के दौरान स्मार्ट फोन का गलत इस्तेमाल करते पकड़ा गया, जिसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई का आदेश दिया गया। डीजीपी ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया है कि जो पुलिसकर्मी स्मार्ट फोन का गलत उपयोग कर रहे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा करें।

 

यह भी पढ़ेंः 'बिहार में अराजकता का माहौल बनाने की साजिश', चिराग पासवान का बड़ा आरोप

 

पुलिस विभाग का मानना है कि स्मार्ट फोन के दुरुपयोग से न केवल ड्यूटी में लापरवाही हो रही है, बल्कि जनता के बीच पुलिस की छवि भी खराब हो रही है। अब देखना यह है कि नए गाइडलाइन और सख्ती से पुलिसकर्मियों की कार्यशैली में कितना सुधार आता है।

Related Topic:#

शेयर करें

संबंधित खबरें

Reporter

और पढ़ें

design

हमारे बारे में

श्रेणियाँ

Copyright ©️ TIF MULTIMEDIA PRIVATE LIMITED | All Rights Reserved | Developed By TIF Technologies

CONTACT US | PRIVACY POLICY | TERMS OF USE | Sitemap