बेंगलुरु के एचएसआर लेआउट में स्थित तीन मंजिला आवास के ग्राउंड फ्लोर पर कर्नाटक के पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओम प्रकाश की हत्या कर दी गई। उनके शरीर पर कई बार चाकू से वार किया गया था और वह खून से लथपथ फ्लोर पर पड़े हुए थे। हिदुंस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, ओम प्रकाश और उनकी पत्नी पल्लवी के बीच दोपहर करीब 3:30 बजे तीखी बहस हुई थी। इस दौरान पल्लवी ने ओम प्रकाश के चेहरे पर लाल मिर्च पाउडर फेंक दिया जिससे उनकी आंखों में जलन हुई और वह असहाय हो गए।
इसके बाद पल्लवी ने उनके हाथ-पैर बांधों और एक शीशे की बोतल से हमला किया। फिर रसोई में पड़े दो धारदार चाकू से कई बार वार किया। डीजीपी के पेट, छाती, गर्दन और सिर पर 10 से 12 गहरे घाव पाए गए। हत्या के बाद पल्लवी ने एक दोस्त को वीडियो कॉल किया और कहा कि 'मैंने राक्षस को मार दिया है।' उन्होंने पुलिस कंट्रोल रूम पर भी कॉल कर हत्या की बात कबूली।
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पल्लवी ने लगाया अपने दोस्त को कॉल
पल्लवी की दोस्त ने अपनी पति को इसकी जानकारी दी जिसके बाद पुलिस को अलर्ट किया गया। पुलिस ने शाम 4 बजे के आसपास घटनास्थल पर पहुंचकर शव बरामद किया। पास में एक टूटी बोतल और चाकू मिले। ओम प्रकाश को सेंट जॉन्स अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। इस समय ओम प्रकाश की पत्नी पल्लवी को पुलिस ने हिरासत में लिया है। उनसे 12 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गई। दंपति की बेटी कृति को भी हिरासत में लिया गया है क्योंकि वह घटना के समय घर पर ही थी। बता दें कि ओम प्रकाश के बेटे कार्तिकेश ने अपनी मां और बेटी के खिलाफ केस दर्ज कराया है। कार्तिकेश ने कहा कि उनकी मां और बेटी डिप्रेशन से पीड़ित थीं और पिता के साथ अक्सर झगड़ा करती थीं।
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प्रॉपर्टी को लेकर चल रहा था विवाद
जांच में पता चला कि दंपति के बीच कर्नाटक के दांदेली में एक जमीन को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। पल्लवी इस बात से नाराज थीं। हर दिन दंपति के बीच झगड़े होते थे। इससे पहले भी पल्लवी अपने पति के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने पुलिस स्टेशन गई थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई जिसके बाद उन्होंने पुलिस स्टेशन के बाहर धरना भी दिया था। पुलिस अब यह पता लगाने में है कि बेटी कृति की हत्या में कोई भूमिका थी या नहीं?